संजीव जाट,बदरवास। प्रतिदिन शिवपुरी की मीडिया में खाद संकट को लेकर खबरो का प्रकाशन हो रहा हैं और प्रशासन हालात सुधरने के उलट सरकारी पत्रकार से खाद की उपलब्ध्ता को लेकर आंकडे परोस रहा है। परिस्थती विपरित हैं,दिन में किसानो को खाद के लिए घंटो लाईन में लगना पड़ता है,वही काली रात में खाद काला कारोबार किया जा रहा हैं,खाद के काले कारोबार की करतूत की काली वीडियो सोशल पर वायरल हुई इसके बाद सोसायटी के कर्ताधर्ताओ ने रात में ब्लैक में बेचते कट्टे बीनते नजर आए।
मामला पिरोठ गांव के पास का है जहां काली रात मं मड़वासा सोसायटी के लिए निकला खाद का ट्रक एक टैक्टर ट्रॉली में आधा खाली हुआ इस काली करतूत की काली वीडियो सोशल पर वायरल हो गई ओर आधी रात में हुई खाद की ब्लैकमैलिंग की कहानी सबके सामने आ गई। इसके बाद जिम्मेदारी मामले से पल्ला झाड रहे है और अनाधिकृत बयान दे रहे हैं कि रास्ते में जिन किसानो का खाद देना था उन्है दिया जा रहा था। अब सवाल यह बनता है कि दिन के उजाले में किया जाना वाला सफेद काम काली रात में क्यो किया गया..क्या राजनीति के चलते चिन्हित किसानो को खाद दिया गया या फिर काली रात में खाद का काला कारोबार किया गया।
जिम्मेदारों की लापरवाही सामने आ रही है चुकी प्रबंधक के निर्देशन के बाद सोसायटियों को खाद की रैंक बितरण की गई थी तो उसी क्रम में शिवपुरी से ट्रक के माध्यम से लौट निकली तो जो सोसायटी के माध्यम से उक्त खाद वितरण की जाना था। लेकिन वह तो रात्रि में निकले ट्रक जो पिरोठ के पास ट्रक रोककर टैक्टर में खाली हुआ उसके बाद रात्रि में गाव मड़वासा में भेजा लेकिन कुछ किसान जाग पाए और कुछ को पता ही नही चला हालात है कि खाद के लिए जो सिस्टम बनाया था वह अब सबालो के घेरे में आ गया हैं।
लगातार दूसरे दिन भूखे प्यासे खाद की आस में लगी रही लाइन
लगातार बदरवास में ग्रामीणों ने इस आस में रात्रि में ठिठुरती हुई गुजारी की उन्हें सुबह खाद मिलेगा लेकिन लगातार राजनैतिक रसूख के चलते अपने प्रभाव से खाद ले गए और जो लगातार दूसरे दिन लाइन में लगे रहे वह आज भी खाद के लिए लाइन में लगे हुए है
इससे पूर्व के खाद के ट्रक लापता
इससे पूर्व भी खाद के काले कारोबार के कारनामे बहार आ चुके हैं। बिजरोनी गांव में बटने वाले खाद का ट्रक भी बदरवास में पकडा गया था और अतलपुर का खाद का ट्रक अभी तक पहुंचा नही है।
इनका कहना हैं
मेरे सज्ञान में मामला नही है और ऐसा मामला है तो पता करता हु ओर बैसे मेरे द्धारा 400 कट्टे बितरण हेतु आए थे जो मेरे द्धारा ग्राम मड़वासा में वितरण कराए है। ओर जो 30 कट्टे कम थे वह बापिस मंगवा लिए है।
कप्तान यादव, प्रबंधन मड़वासा सोसायटी