महाराजा अग्रसेन शोभा यात्रा: 4 पदाधिकारियो पर FIR से आक्रोशित हैं अग्रवाल,आंदोलन की तैयारी - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। खबर अग्रवाल समाज को लेकर जुडी हैं। महाराजा अग्रेसन का अग्रवाल समाज के द्धवारा शोभा यात्रा निकालने पर समाज के 4 पदाधिकारियो पर कोतवाली पुलिस ने धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा है कि अनुमति निरस्त होने के बाबजूद भी समाज ने चल समारोह निकला इस कारण यह मामला दर्ज किया गया है। वही समाज के लोगो का कहना हैं कि प्रशासन ने अनुमति दी थी ओर जब जुलुस निकलने वाला था जब प्रशासन ने अनुमति निरस्त होने की सूचना थी।

7 सितबंर को नवदुर्गा का प्रारंभ हुई थी,इसी दिन महाराजा अग्रसेन का चल समारोह अग्रवाल समाज ने निकला था। 7 सितंबर के दिन शहर में करीब 50 और चल समारोह निकले थे। नवरात्रि के प्रथम दिन शहर की कई समितियो फिजीकल क्षेत्र पर माता की प्रतिमा लेने गई थी और बडी ही धूमधाम से कलश यात्राओ के साथ माताओ को लेकर आए थे। माता की कलश यात्रा और महाराजा अग्रसेन का चल समारोह दोनो ही धार्मिक कार्यक्रम की श्रेणी में आते हैं ओर सबसे बडी बात कुछ दिन पूर्व सीएम के कार्यक्रम में एफआईआर दर्जे करने वाला प्रशासन ही महिलाओ को लेकर आया था,प्रशासन की कोशिश थी कि बडी संख्या मेें सीएम के कार्यक्रम में जनता पहुंचे जिससे सीएम खुश हो।

हम यह आपको क्लीयर करते है कि हम ग्रह मंत्रालय से जारी कोविड की गाईडलाइन का पालन करने का सभी शहर वासियो से आग्रह करते हैं,लकिन एक ही दिन में एक ही शहर में लगभग 50 से धार्मिक यात्राए निकली गई,लेकिन मामला दर्ज सिर्फ एक पर,यह सवाल शहर के किसी भी व्यक्ति की समझ से परे हो रहा है। अग्रसेन महाराज की शोभा यात्रा के संचालन पर समाज के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियो पर मामला दर्ज क्यो........

वह भी उस समाज के खिलाफ जो जिले के वैक्सीनेशन अभियान में प्रशासन की मदद कर रहा हैं,लगभग 2 माह तक अग्रवाल समाज की धर्मशाला में लगातार वैक्सीनेशन कार्यकम समाज के लोगो की मदद से चला। इसके अतिरिक्त कोविड काल में ऐसे व्यक्तियो ने कोविड में मदद की जो अग्रवाल समाज से आते है और अन्य समाजिक संगठनो से जुडे है,कोविड अभियान में मदद करने वालो समाज पर ही एक धार्मिक यात्रा निकालने पर ही कोविड का डंडा चल गया।

इस एफआईआर के बाद समाज के लोगो में आक्रोश का महौल हैं,समाज के लोग अपने अपने हिसाब से इस एफआईआर का विश्लेषण कर रहे हैं कि आखिर प्रशासन ने ऐसा क्यो किया.......आखिर वह कौनसा प्रेशर था जिस प्रेशर के चलते नवदुर्गा जैसे धार्मिक दिनो में प्रशासन से अधर्म करा दिया.....कोविड की गाइड लाइन को 7 सितबंर के दिन शहर में लगभग 50 धार्मिक यात्रा निकालने वाले सभी मंडलो और समिति के लोगो ने कुचला हैं,लेकिन एक पर एफआईआर क्यो.....अगर प्रशासन धर्म पर चलता तो सभी पर करता आखिर अग्रवाल समाज को ही क्यो निशाना बनाया गया है। अगर इस चल समारोह में कोई अप्रिय घटना हेाती तो समझ में आता कि यह हो गया इस कारण मामला दर्ज किया गया है।


समाज के लोगो का कहना है कि जब देश में कोविड काल नही था तब अग्रसेन महाराज के चल समारोह अग्रवाल समाज के 10 हजार लोग इस यात्रा में शामिल होते थे और उसके बाद गांधी पार्क में भव्य भोज का आयोजन किया जाता था,लेकिन कोविड काल में इस समारोह में मुठ्ठी भर लोग शामिल हुए थे। इस शोभा यात्रा में कोतवाली पुलिस भी शामिल थी शांति पूर्वक शोभा यात्रा निकाल गई फिर भी कोतवाली पुलिस ने समाज के अध्यक्ष गौरव सिंघल,राकेश गर्ग टिल्लू,प्रवीण गोयल,पदम जैन के खिलाफ धारा 188 के तहत कायमी की गई हैं

और अंत में अग्रवाल समाज ने की विरोध में पत्रकार वार्ता

इस एफआईआर के विरोध मं अग्रवाल धर्मशाला में अग्रवाल समाज के पदाधिकारियो ने एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इस पत्रकार वार्ता में समाज के अध्यक्ष गोरव सिंघल,जितेन्द्र जैन गोटू,राकेश गर्ग,अजीत अग्रवाल,संदीप गुप्ता,सुर्दशन प्रधान,गणेश गुप्ता सहिन अन्य समाज के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।

सभी ने एक स्वर में कहा कि हम इस एफआईआर का विरोध करते है। प्रशासन ने हमारे कार्यक्रम की परमिशन के आदेश जब निरस्त किया जब हमारी शोभा यात्रा शुरू की थी। अगर यह एफआईआर निरस्त नही की तो समाज आंदोलन करने पर मजबूर होगा। सूत्रो के अनुसार समाज ने इस आंदोलन की भूमिका बनाना तैयार कर दी। सोमवार को समाज के लोग इस घटनाक्रम में कलेक्टर से मिलने जाऐगें और अपनी बात रख सकते है।