शिवपुरी। शहर में उद्वोग न होने से युवाओं को रोजगार की तलाश में पलायन करना पड रहा है। कहने को तो यहां के जनप्रतिनिधि उद्वोग मंत्री भी रहे लेकिन हकीकत में एक भी उद्वोग जिले में स्थापित नहीं हो सका नतीजे में लोग बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं। ऐसे में युवा रोजगार की तलाश में पलायन को मजबूर हो रहे हैं।
लॉकडाउन ने बिगाड़े हालात
कोरोना के चलते देशभर में लॉकडाउन लगाया गया जिसके बाद बाहर काम करने वाले युवाओं ने घर की ओर रूख किया और अब कंपनी मे भी काम कम है ऐसे में इन युवाओं के सामने रोजगार का संकट खडा हो गया है। युवा राजेश सिंह, राकेश व मुकेश का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से ही वह घर पर है और अब कंपनी में संपर्क भी किया लेकिन अभी इंतजार करने को कहा गया है।
रोजगार की तलाश में कई युवाओं ने किया पलायन
जिले में कोई बडा उद्वोग न होने के चलते शहर के कई युवा और मजदूर पलायन को मजबूर हो रहे हैं। युवाओं का कहना है कि शहर में कोई बडा कारखाना होता तो वहां मजदूरी कर लेते लेकिन यहां कोई बडा कारखाना न होने से उन्हे रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों की ओर रूख करना पड रहा है।
जगह तो चिन्हित हुई लेकिन नहीं लग सके कारखाने
कारखाने और उद्वोग लगाने के लिए कवायद तो कई की गई लेकिन शहर सहित जिले भर में कई जगह चिन्हित की गई लेकिन एक भी बडा कारखाना नहीं लग सका।
कारतूस फैक्ट्री भी खटाई में
जिले के पडौरा स्थित भेड फार्म की जमीन पर रिलायंस कंपनी कारतूस की फैक्ट्री लगाने वाली थी लेकिन अब तक यहां कोई काम शुरू नहीं हुआ है जिससे लगता है कि यह फैक्ट्री भी खटाई में पड गई है।