कोलारस। खबर जिले के कोलारस थाना अंतर्गत आने वाले खैरई गांव से आ रही हैं जहां सिंध किनारे मंदिर में पूजा पाठ करने गए एक आदिवासी लाश नदी में तैरती मिली हैं। फिलहाल अनुमान लगाया जा रहा हैं कि आदिवासी की मौत नदी में डूबने के कारण हुई हैं,कारण स्पष्ट पीएम रिर्पोट आने के बाद ही होगा।
खरई खैरी गांव में दुर्गा मंदिर पर पूजा पाठ करने वाले 60 साल के बुजुर्ग की सिंध नदी में लाश तैरती मिली हैं। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पानी से लाश निकालकर पीएम के लिए कोलारस ले आई है।
रामहेत (60) पुत्र वंशी आदिवासी निवासी टीलाकला बीते आठ-दस साल से खरई खैरी गांव में सिंध नदी किनारे मौजूद दुर्गा मंदिर में रहकर पूजा-पाठ करता आ रहा था। नदी किनारे गांव में पानी की मोटर डली है, उसी जगह शाम को नदी में लाश तैरती मिली है।
जबकि कमंडल, जूती, कंबल आदि नदी किनारे रखे हुए थे। गांव के दिलीप सिंह चैहान ने कोलारस थाने सूचना दी। पुलिस ने मर्ग कायम का मामला विवेचना में ले लिया है।
खरई खैरी गांव में दुर्गा मंदिर पर पूजा पाठ करने वाले 60 साल के बुजुर्ग की सिंध नदी में लाश तैरती मिली हैं। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पानी से लाश निकालकर पीएम के लिए कोलारस ले आई है।
रामहेत (60) पुत्र वंशी आदिवासी निवासी टीलाकला बीते आठ-दस साल से खरई खैरी गांव में सिंध नदी किनारे मौजूद दुर्गा मंदिर में रहकर पूजा-पाठ करता आ रहा था। नदी किनारे गांव में पानी की मोटर डली है, उसी जगह शाम को नदी में लाश तैरती मिली है।
जबकि कमंडल, जूती, कंबल आदि नदी किनारे रखे हुए थे। गांव के दिलीप सिंह चैहान ने कोलारस थाने सूचना दी। पुलिस ने मर्ग कायम का मामला विवेचना में ले लिया है।