पिछोर। कृषि उपज मण्डी प्रांगण पिछोर में लम्बे समय से व्यापारियों तथा कर्मचारियों की मिली भगत से बिना गेटपास के ही गुपचुप तरीके से गल्ले से भरी गाड़िया निकलवा दी जा रही है जिससे मण्डी को राजस्व की क्षति पहुंच रही है।
जिम्मेदार कर्मचारियों से चर्चा की तो लम्बे समय से हड़ताल पर थे कहकर टाल दिया जाता है। सूत्रों की माने तो मण्डी में स्थापित धर्मकांटा की तोल का विवरण तथा गेटपास बुक का अवलोकन किया जाये तो स्थिति चैकानेवाली मिलेगी, मण्डी प्रांगण से निकलने वाली दस प्रतिशत गाड़ियों के ही गेटपास काटे जाते है शेष मिलीभगत कर निकाल दी जाती हैं।
वहीं मण्डी प्रांगण की स्थिति देखी जाये तो चारांे ओर आवारा जानवर व्यापारियों की दुकानों में घुस रहे है जिससे व्यापारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, प्रांगण में चारो ओर फैली गंदगी से मण्डी में आनेवाले किसानों को परेशानी होती है, प्रांगण में धूल और गंदगी का माहोल बना रहता है।
मण्डी प्रांगण में बना किसान विश्राम घर पर कर्मचारियों का कब्जा
मण्डी प्रांगण में एक विश्रामघर बना हुआ है जिससे मण्डी में आने वाला किसान थक हार कर विश्राम कर सके किन्तु विश्राम घर पर कर्मचारियों का कब्जा बना हुआ है, रात्री में वहाॅ देखा आये तो वहाॅ अनावश्यक लोगों का जमावड़ा रहता है, जिस कारण किसान विश्राम घर पर आराम नहीं कर पाता।
इनका कहना है -
अभी कुछ समय से कर्मचारी हड़ताल पर थे अब हड़ताल स्थिगित हो गई है शीघ्र ही मण्डी प्रांगण में साफ सफाई कराई जायेगी।
दीपकमल , मण्डी प्रभारी
मैंने अभी अभी प्रभार ग्रहण किया है, अभी हड़ताल भी थी में जल्द ही सारी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करवाता हॅू। एस.पी.शारस्वत, मण्डी सचिव पिछोर