बोलता अदभुत फोटो: दूध की केन में पेट्रोल,पढिए क्या कारण हो सकता हैंं | Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। खबर के लिए शिवपुरी समाचार डॉट कॉम लिखने की ट्रेक लाइन चैंज कर रहा हैं। इस खबर में लिखता की खबर शहर के सबसे इज्जतदार पेट्रोल पंप से आ रही हैं, लेकिन ट्रेक लाइन चैंज करते हुए लिख रहा है कि यह अदभुत फोटो शहर के गांधी पेट्रोल पंप से आ रहा है। यह फोटो हास्य भी पैदा कर रहा हैं, और यदि कलेक्टर गंभीर हैं तो कानून को भी तोड़ रहा हैं। वाहन के अलावा किसी भी वस्तु में पेट्रोल देना कानूनन अपराध है। इस तरह के पेट्रोल का उपयोग किसी के खेत जलाने के लिए भी किया जा सकता है। 

फोटो दिनांक 11 अप्रैल सुबह करीब 10:00 बजे की है, जहां गांधी पेट्रोल पंप कर्मचारी के पास दूधवाला पेट्रोल लेने आया। दूधविक्रेता ने दूध की कैन में पेट्रोल मांगा और लॉकडाउन में पैसा कमाने के लिए पंप कर्मचारी ने सहजता के साथ उसे केन में पेट्रोल दे दिया। जब गांधी पेट्रोल पंप के पेट्रोल कर्मी से पूछा गया कि यह कानूनन अपराध है। फिर भी वह दूध वाले को केन में पेट्रोल क्यों दे रहा है, तो उसने जवाब दिया कि ग्राहक पेट्रोल जिस चीज में मांगेगा तो उसे भरकर तो देना ही पड़ेगा।

जिसके बाद शिवपुरी समाचार के संवाददाता ने दूध वाले से पूछा कि उसने केन में पेट्रोल क्यों लिया है? तो वह कहने लगा कि आजकल लॉक डाउन के चलते पेट्रोल मिलने की बड़ी किल्लत है। इस कारण पेट्रोल केन में लिया हैं। 

या घटनाक्रम कुछ सवाल खड़े करता है 

दूध विक्रेता दूध की केन में पेट्रोल क्यों ले रहा है। ऐसा करने से केन खराब हो सकती है। क्या उसे इस केन का दोबारा कोई उपयोग नहीं करना। क्या यह किसी अपराध की साजिश का एक हिस्सा है। बताना जरूरी है कि इन दिनों खेत-खलिहान में कटी हुई फसल मौजूद है। सोमवार को विदिशा में 250 बीघा खेत में खड़ी हुई फसल को जला दिया गया। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश में 50 से ज्यादा फसलें जलाए जाने की घटनाएं हो चुकी है। 

जिस तरह से पेट्रोल पंप के कर्मचारी ने दूध वाले को बिना आपत्ती के पेट्रोल दिया और जिस निर्भीकता के साथ सामने खड़े पत्रकार को जवाब दिया, यह विश्वास करने के लिए पर्याप्त है कि वह जो भी कर रहा है पेट्रोल पंप संचालक की अनुमति के अनुसार कर रहा है। वह नहीं जानता कि वह किसी अपराध में शामिल है। 
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