बडी ही मुश्किल से मानी मां: 4 माह का कुपोषित बादशाह NNCU में भर्ती

Bhopal Samachar

शिवपुरी। देश लॉकडाउन मेे कोरोना से जंग लड रहा हैं,कुछ लोग इस लॉकडाउन के कारण भूख से जंग लड रहे हैं। सिद्धेश्वर की टेक पर रहने वाले रमेश कचरा बिनकर अपने परिवार की गुजर बसर करता हैंं,लेकिन मार्केट बंद होने के कारण कचरा भी नही निकल रहा हैं। इससे परिवार की स्थिती भूखो मरने पर आ गई।

रमेश की पत्नि रूकमणी ने बताया कि अब मुश्किल से दस बीस रूपए का कचरा निकल रहा हैं। खाना तो छोडो बच्चे को पेट भरने लायक दूध भी नही मिलता है। भूख से संघर्ष कर रहे इस रमेश रूकमणी का मामला मिडिया ने उठाया तो महिला एवं बाल विकास अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल को बताया तो उन्होंने सक्रियता दिखाई।

विभाग के इस मामले को संज्ञान में आते ही सिद्धेश्वर टेकरी भेजकर खाने के लिए टीएचआर के तीन-चार पैकेट दे दिए और उसके 4 माह के बेटे जो कुपोषित है उसको ईलाज के लिए NNCU में भर्ती कराया। लेकिन उसकी मां अपने कुपोषित बादशाह को लेकर 3 दिन पूर्व अस्पताल से भाग गई। बताया यह भी जा रहा हैं कि 4 माह के इस बादशाह को कोई भी टीका नही लगा हैं और ना ही उसने पॉलियो की एक भी खुराक नही पी है।

इस घटना के बाद महिला बाल विभाग ने फिर उसकी खोजबीन शुरू की। महिला रुक्मणी दो दिन की काउंसिलिंग के बाद अपने कुपोषित बच्चे का इलाज कराने के लिए मान गई है। चार माह के कुपोषित बादशाह को रविवार को जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करा दिया है।

महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल ने बताया कि चार महीने के कुपोषित बच्चे को उसकी मां रुकना उर्फ रुक्मणी एनआरसी से जबरन उठाकर भाग गई थी। काफी समझाने के बाद भी वह नहीं मानी। अपने बच्चे को फेंकने और गला दबाने की धमकी भी देती रही।

इसलिए शनिवार और रविवार को भी उसकी काउंसिलिंग कराई गई। आखिरकार रविवार को वह अपने बच्चे को भर्ती कराने के लिए राजी हो गई। सुबह 10 बजे बच्चे को नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई शिवपुरी में भर्ती करा दिया है। बच्चे की हालत ठीक होने के बाद एनआरसी में भर्ती रखा जाएगा। कुपोषण दूर होने के बाद बच्चे को छुट्टी दी जाएगी।
G-W2F7VGPV5M