शिवपुरी। कन्या माध्यमिक विद्यालय आदर्श नगर में बसन्त पंचमी के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमे शिवपुरी के कवियों ने, विद्यालय के बच्चों शिक्षकों ने भी कविता सुना कवितामय माहौल बनाया।
सर्वप्रथम उपस्थित कवियों व शिक्षकों ने ज्ञान की देवी माँ शारदे के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया,उसके बाद विद्यालय की प्राचार्य अनीता खंडेलवाल,इंद्रजीत सिंह पाल, प्रदीप कुशवाह, हेमलता चौधरी, सुदामा प्रसाद चूडिकर ने ने कवि गण सुकून शिवपुरी, आशुतोष ओज, संजय शाक्य, अजय जैन अविराम, वैशाली पाल का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
जिसके बाद ओज कवि आशुतोष शर्मा के कुशल संचालन में कवि सम्मेलन का शुभारंभ हुआ, वैशाली पाल ने सरस्वती वंदना सर्वप्रथम की,अजय जैन अविराम ने अपने क्रम पर आकर बेटियां कोख में क्यों मारी जाती है, हर घर को रोशन यही बस करी जाती है। सुनाकर वाह वाही प्राप्त की।इसके बाद वैशाली पाल ने वह जहां हर चार कदम पर मस्जिद और यही पर काशी है, हा सवा अरब का अभिमान हम सब भारतवासी है, सुनाकर देशभक्ति की बयार बहाई।
श्रृंगार कवि डॉ संजय शाक्य ने ऐसे घर से मेरे रूठ कर चल दिये, जैसे तारे कहीं टूटकर चल दिये, जिन ख्बाब को थी उम्र भर की सजा, मेरे आंखों से वो छूटकर चल दिये कि प्रस्तुति दी। ओज कवि आशुतोष ने हो कन्याकुमारी हो या कश्मीर की घाटी, बस पूजने के योग्य मेरे देश की माटी सुना सभी को मुग्ध किया।
शिवपुरी के बेहतरीन शायर गीतकार सुकून शिवपुरी ने ये कस्तूरी आंगन मांग रहे है, घर की प्यारी दुल्हन मांग रहे है, भाई समझ जिनको दिए थे बाजू, अब वही हमारी गर्दन मांग रहे है, कश्मीर परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत कर जमकर तालिया पाई। विद्यालय की छात्रा पूजा माहौर और शिक्षक सुदामा प्रसाद चूडिकर इंद्रजीत सिंह पाल ने भी अपनी कविताएं सुनाकर सभी का मन मोहा।
अंत मे विद्यालय की प्राचार्य अनीता खंडेलवाल और इंद्रजीत सिंह पाल प्रदीप सिंह कुशवाह के द्वारा आमंत्रित कवियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका आभार प्रकट किया। विद्यालय की ही शिक्षिका हेमलता चौधरी ने कुशल संचालन किया। अंत मे राष्ट्रगान के साथ कवि सम्मेलन का समापन हुआ।