शिवपुरी। आदिवासी किसानों को खेती करने के लिए सरकार ने पट्टे दिए थे। लेकिन सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार ने मुरम खोदकर गहरी खाई बना दी हैं। जिससे अब उक्त जमीन खेती करने लायक भी नहीं बची हैं।
महेशपुर गांव से आगे किसान पंचम आदिवासी, अमरसिंह आदिवासी को सड़क किनारे जमीन का पट्टा हुआ था। पहले मामूली गड्ढे थे। ठेकेदार ने लालच देकर खेत की मुरम निकालकर सड़क बनाने में उपयोग कर ली है। किसानों को लालच देकर खेत खोद दिए और 20-25 हजार रुपए देकर इतिश्री कर ली।
दूसरे किसान रोशन आदिवासी ने बताया कि उसकी व पत्नी के नाम दस बीघा जमीन है। ठेकेदार ने जमीन समतल करने की कहकर रोड किनारे मुरम खोदकर निकाल ली। मात्र 22 हजार रुपए देकर चला गया। रोड किनारे गहरी खाई हाे जाने से हादसे का भी डर बन गया है।
किसानों की पट्टे की जमीन खोदने से पहले किसी से अनुमति नहीं ली गई। वहीं क्षेत्र के पटवारी, आरआई तसीलदार आदि ने भी ध्यान नहीं दिया। जिससे मनमानी ढंग से खनन कर लिया। बता दें कि एबी रोड धौलागढ़ से पोहरी-मोहना रोड तक नई सड़क का निर्माण कराया गया है। सड़क का काफी हद तक काम हो गया है।
वहीं इस संबंध में समसुल हुडा, प्रोजेक्ट इंचार्ज, आरके जैन इन्फ्रास्ट्रेक्चर का कहना है कि पेटी कॉन्ट्रेक्टर को मिट्टी का काम दिया था। अगर किसानों के खेत में खाई बनादी है तो उसे सही कराएंगे।
महेशपुर गांव से आगे किसान पंचम आदिवासी, अमरसिंह आदिवासी को सड़क किनारे जमीन का पट्टा हुआ था। पहले मामूली गड्ढे थे। ठेकेदार ने लालच देकर खेत की मुरम निकालकर सड़क बनाने में उपयोग कर ली है। किसानों को लालच देकर खेत खोद दिए और 20-25 हजार रुपए देकर इतिश्री कर ली।
दूसरे किसान रोशन आदिवासी ने बताया कि उसकी व पत्नी के नाम दस बीघा जमीन है। ठेकेदार ने जमीन समतल करने की कहकर रोड किनारे मुरम खोदकर निकाल ली। मात्र 22 हजार रुपए देकर चला गया। रोड किनारे गहरी खाई हाे जाने से हादसे का भी डर बन गया है।
किसानों की पट्टे की जमीन खोदने से पहले किसी से अनुमति नहीं ली गई। वहीं क्षेत्र के पटवारी, आरआई तसीलदार आदि ने भी ध्यान नहीं दिया। जिससे मनमानी ढंग से खनन कर लिया। बता दें कि एबी रोड धौलागढ़ से पोहरी-मोहना रोड तक नई सड़क का निर्माण कराया गया है। सड़क का काफी हद तक काम हो गया है।
वहीं इस संबंध में समसुल हुडा, प्रोजेक्ट इंचार्ज, आरके जैन इन्फ्रास्ट्रेक्चर का कहना है कि पेटी कॉन्ट्रेक्टर को मिट्टी का काम दिया था। अगर किसानों के खेत में खाई बनादी है तो उसे सही कराएंगे।