22 दिन में 22 घंटे मिली बिजली, बिजली घर का घेराव, कागजों में पूरे 10 घंटे दर्ज मिली बिजली

Bhopal Samachar
कोलारस। खबर जिले के कोलारस क्षेत्र के ग्रामीण अंचल से आ रही है। जहां आज बिजली न मिलने से गुस्साए ग्रामीणों ने बिजली विभाग के चदौरिया पावर हाउस का घेराब कर दिया। जहां गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर बिजली विभाग के अधिकारीयों को खरी खोटी सुनाई। इस मामले की सूचना एई मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। परंतु उसके बाबजूद भी ग्रामीण नहीं माने और अपनी मांग पर अडिग रहे। उसके बाद एई ने ग्रामीणों को लिखित में तीन दिन में समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया।

जानकारी के अनुसार कोलारस क्षेत्र के ग्राम साखनौर, चकरा,काजीखेडी आबादी कंचनपुरा ,खैराई, बडोता, चक्क, पिपरौदा सहित लगभग एक दर्जन गांव के ग्रामीण आज चंदौरिया पावर हाउस पर जा पहुंचे। जहां लगभग एक सैंकडा से अधिक ग्रामीणों ने बिजली विभाग के फीडर का घेराब कर जमकर हंगामा किया। इस मामले की सूचना पर बिजली विभाग के अधिकारी एई सम्सरजा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की।

जिसमें ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि उसने गांव में पिछले 22 दिन से हालात खराब है। 22 दिन में महज 22 घंटे भी ग्रामीणों को बिजली नहीं मिली है। जिसके चलते उनकी फसल सूखने की कगार पर आ गई है। इसपर एई ने तत्काल इन क्षेत्रो का रजिस्टर मंगाया तो उसमें अंकित मिला कि इस क्षेत्र में लगातार 10 घंटे प्रतिदिन बिजली दी जा रही है।

तत्कल इस मामले मे लाईनमैन कल्लू प्रजापति को बुलाया। जब लाईनमैन से जानकारी चाही तो सामने आया कि उक्त क्षेत्र में लोड अधिक बढ गया है। जिसके चलते यहां लगातार तार टूट रहे है। जिसके चलते ग्रामीणों को लाईट नहीं मिल पा रही। परंतु रजिस्टर की एन्ट्री में पूरी लाईट देने के उल्लेख को देखते हुए ग्रामीण फिर से भडक गए।

ग्रामीणो ने एई से कहा कि वह उन्हें गुमराह कर रहे है। और तत्काल मामले की सच्चाई जुटाई तो सामने आया कि उक्त क्षेत्र की हालात लोढ बढ जाने से गंभीर हो गई है। लाईने लगातार टूट रही है जिसके चलते उन्हें बिजली नहीं मिल पा रही। उसके बाद ग्रामीणों को समझाकर उन्हें 3 दिन का आश्वासन देकर मौकें से रवाना किया।

इनका कहना है
ऐसा नहीं होता कि ग्रामीणों को 10 घंटै से कम लाईट मिली हो। एक आधे दिन की बात हो तो हम मान भी लेते परंतु पूरे 22 दिन तक लार्ईट नहीं मिलना संभव नहीं है। फिर भी आप कह रहे हो तो में मामले को दिखबा लेता हू।
पारासर,एई,मध्यप्रदेश मध्य क्षैत्र बिद्युत मंडल शिवपुरी

हां आज कुछ ग्रामीण आए थे। जिन्होंने बिजली न मिलने की शिकायत की थी। परंतु हम प्रयास कर रहे है कि किसानों को परेशानी नहीं हो। मेने मामलें में तीन दिन में समस्या का समाधान करने की कहा है। जिसपर ग्रामीण मान गए और बापिस चले गए।
सम्सरजा,एई बिजली विभाग

एक दर्जन गांव के लोगों ने घेरा पावर हाउस का घेराब आरोप है कि बीते  22 दिन में महज 22 घंटे लाईट मिली है। जबकि कमलनाथ सरकार का दबा है कि उनकी सरकार में किसानो को प्रतिदिन 10 घंटे  लाईट मिल रही है। जिसपर से संबंधित एई सम्सरजा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को बताया कि उनके  यहां तो लगातार 10 घंटे लाईट दी जा रही है। जब एई ने मौेके पर फीडर चलाने बाले आपरेटर को बुलाया तो उसने रजिस्टर खोलकर बताया कि उनके क्षेत्र में लगातार 10 घंटे बिजली की सप्लाई की जा रही है। जिसपर से ग्रामीण भडक गए और उन्होंने कहा कि

तार टूट जाता है इस कारण से लाईट नही दी जा रही। जबकि जब यहां पता किया तो सामने आया कि कागजो में यह सप्लाई 10 घंटे की जा रही है। लाईनमैन कल्लूराम प्रजापति का कहना है कि जब भी वह लाईन की सप्लाई चालू करते है लाईन फाल्ट हो जाती है। इस मामले में एसई से जब बात की तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में है। वह मामले को दिखबा  रहे है। ग्रामीणों की परेशानी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। एसई पारासर का कहना है कि ऐसा तो संभव है ही नहीं। ग्रामीण झूठ बोल रहे है। एक दिन की बात हो तो तो मान भी सकते है। परंतु अगर 2 दिन की बात है तो वह गलत बोल रहे है। में मामले की जांच करा रहा हूं। जो भी दोषी होगा कार्यवाही की जाएगी।
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