बेरोजगारी की डिग्री हैं DPEd की डिग्री, ऐसी डिग्री का क्या फायदा: फिजिकल कॉलेज की तालाबंदी | Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। जिस कॉलेज की डिग्री कोई काम की नही हैं उस कालेज का क्या फायदा,ऐसे ही सैकेडों डीपीएड डिग्रीधारी छात्रो ने आज फिजिकल कॉलेज शिवपुरी पर नारेबाजी करते हुए तालाबंदी की और सरकार से ऐसे कालेजो को बंद करने का आह्वान किया।

नाराज छात्रो का कहना था कि जब कमलनाथ सरकार डीपीएड के छात्रो के लिए पद ही निकल रही तो ऐसे कॉर्स क्यो करवा रही है। ऐसे कालेजो को चालू कर इन पर और इनके स्टाफ पर खर्च करने का क्या फायदा। यह तालाबंदी खेल एवं शारीरिक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के बैनर तले सैकड़ों युवाओं ने फिजिकल कॉलेज पर पहुंचकर की।

खेल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने सन 2008 के बाद से खेल शिक्षकों की कोई भर्ती नहीं निकाली है एक ओर सरकार खेलों को बढ़ावा देने की बात करती है वहीं दूसरी ओर खेल शिक्षकों की पद न निकालना सरकार की दोहरी मानसिकता का परिचायक है।

वही छात्रो ने बताया कि जब सभी स्कूलो में शरिरिक शिक्षक पद हैं खेलो पर करोडो रूपए खर्च किए जा रहे हैं। स्कूलो में बच्चो को शिक्षण के अतिरिक्त शरिरिक गतिविधियो की भी आवश्यकता हैं। खेल और व्यायाम जीवन के अभिन्न अंग हैं। फिर सरकार डीपीएड डिग्रीधारी युवाओ के लिए पद क्यो नही निकाल रही हैं।

इस प्रदेश में डीपीएड की डिग्री हजारो युवाओ ने ली हैं। अब वे सभी बेरोजगार हैं हमने क्या बेरोजगारो की डिग्री ली हैं। जब ऐसी डिग्री कोई काम की नही हैं तो ऐसे कालेजो का संचालन करने का क्या फायदा,इस कारण ही हमने आज फिजीकल कालेज की तालाबंदी की हैं।

डीपीएड योग्यता धारी युवा वेद प्रकाश गौड़ ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जो राजपत्र जारी किया गया उसमें भी फिजिकल कॉलेज शिवपुरी द्वारा कराया जा रहा है डिप्लोमा डीपीएड का कोई उल्लेख नहीं है जबकि bp.ed और एमपीएड का उल्लेख है यह भी सरकार द्वारा भेदभाव पूर्ण नीति का परिचायक है।
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