झोलाछाप ने ली एक और महिला की जान, BP के दौरान 10 मिनिट में चढाए 5 इंजेक्शन | karera News

Bhopal Samachar
करैरा। इन दिनों स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछापों को सरेआम मौत का लाईसेंस जारी कर दिया है। इन झोलाछापों पर कार्यवाही न करने के चलते यह झोलाछाप सरेआम यमराज बने हुए है। हालात यह है कि जिले भर में दर्जनों मौतों के बाद भी प्रशासन महज बसूली कर इन्हें मरीजो को मारने का परमिट दे दिया जाता है। मरीजों की मौत के बाद इतना जरूर है कि खबरें प्रकाशन की धमकी दिखाकर अधिकारीयों के लिफाफे का साईज बढ जाता है। अभी कोलारस के लुकवासा में एक युवक की चिता की आग ठंडी नहीं हुई। अब करैरा में भी एक महिला की एक झोलाछाप ने जान ले ली।

जानकारी के अनुसार प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप ने बीपी की मरीज महिला का घर जाकर इलाज किया। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई है। परिजनों का आरोप है कि दस मिनट के अंदर पांच इंजेक्शन लगा देने से मौत हुई है। गुस्साए परिजनों ने फर्जी डॉक्टर की मारपीट कर दी। हालांकि वह अपने आपको आरएमपी बता रहा है। विभाग ने जांच कराने की बात कही है।

बताया गया है कि इफराज उम्र 62 साल निवासी वार्ड 6 नूरानी मस्जिद हरदौल मोहल्ला करैरा की 14 जनवरी की रात मौत हो गई। परिजनों ने इलाज करने वाले स्थानीय व्यक्ति की मारपीट कर दी। व्यक्ति को करैरा थाने तक ले गए। लेकिन बाद में किसी भी पक्ष की तरफ से कोई भी प्रकरण पंजीबद्ध नहीं किया है।

परिजनों का आरोप है कि दस मिनट के अंदर चार से पांच इंजेक्शन इफराज को लगा दिए जिससे उसकी मौत हो गई। खुद को आरएमपी (रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिशनर) बताने वाले जीएस गौतम का कहना है कि महिला के परिजन पहले मेरे घर गए थे। रास्ते में मिल गए और महिला का इलाज कराने के लिए अपने घर ले गए।

मैने इलाज करने से मना भी किया था, लेकिन वो नहीं माने। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। परिजनों ने मेरे साथ मारपीट कर दी जिससे मेरी पसली में फ्रैक्चर है और शरीर में भी चोट के निशान हैं। वहीं सीएमएचओ डॉ एएल शर्मा का कहना है कि करैरा में टीम गठित है जिसमें एसडीएम, बीएमओ और टीआई शामिल हैं। बिना पंजीयन क्लीनिक चलाने वाले फर्जी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, इस बारे में बात करेंगे। महिला की मौत किस व्यक्ति ने की है, उसकी भी जांच कराएंगे।
G-W2F7VGPV5M