ललित मुगदल@शिवपुरी। जिले में भाजपा के 23 मंडल अध्यक्षो की घोषणा में अभी तक अटकी हैं, संभावना जताई जा रही थी कि शनिवार तक मंडल अध्यक्षो के नाम की घोषणा हो सकती थी, लेकिन सोमवार तक यह घोषणा नही हुई। स्थानीय स्तर पर एक ही नाम रायशुमारी न बनने के कारण हर मण्डल अध्यक्ष के 2 या 3 नामो का पैनल भोपाल रवाना कर दिया है।
आज भाजपा संगठन के चुनावो को लेकर आज एक बडी खबर आ रही हैं,कि भाजपा के लोकतंत्रात्रिक चुनाव में राजतंत्र हावी हो रहा था। इस इस खबर की पुष्टि कल ग्वालियर से प्रकाशित एक समाचार पत्र ने भी की थी। उसने खबर प्रकाशित की थी कि शिवुपरी नगर मण्डल के चारों मंडलों के अध्यक्षों का निर्णय शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया करेंगी। लोकतंत्र के इस चुनाव में राजतंत्र हावी होता दिख कांग्रेस से आयातित होकर भाजपा में आए एक कददावर नेता ने इसकी शिकायत भोपाल संगठन कर दी।
बताया जा रहा हैं कि इस शिकायत का यह प्रभाव हुआ कि शिवपुरी नगर मण्डल के सभी निर्वाचन अधिकारियों को आज हटा दिया और राय शुमारी करने के लिए नए निर्वाचन अधिकारियों को चुना गया है। भाजपा कार्यालय से छन कर खबर आ रही है कि शिवपुरी नगर मण्डल के अध्यक्ष अब राजतंत्र प्रणाली से नही लोकतंत्र प्रणाली से चुने जाऐंगें।
जैसा कि विदित है कि इस समय भाजपा संगठन के चुनाव को "संगठन महापर्व" का नाम दिया गया हैं। हालाकि जिले के 23 मंडल अध्यक्षो में से किसी एक मण्डल अध्यक्ष का नाम फायनल नही हुआ है, संगठन में टांग खिचाई का उच्चस्तरिय प्रर्दशन चल रहा हैं। हालाकि इस मामले में खबर आ रही हैं कि शिवपुरी के निर्वाचन अधिकारी जिले के सभी मण्डलो के नामो का पैनल भोपाल रवाना कर दिए हैं।
आज शिवुपरी नगर मण्डल के चारो मण्डलो कम्रंश शिवपुरी, पुरानी शिवपुरी, शिवपुरी ग्रामीण, खोड मण्डल की भाजपा कार्यालय शिवपुरी पर शिवपुरी बूथ अध्यक्षो के साथ रायशुमारी रखी गई है। इन मण्डलो के अध्यक्ष के चयन के लिए भाजपा सगठन ने पर्यवेक्षक भाजपा नेता सुनील गुप्ता दिनारा, करैरा के भाजपा के नेता और अधिवक्ता बीके गुप्ता करैरा और कोलारस के शंकरलाल रावत को नियुक्त किया है।
तो वही भाजपा नेता विपिन खेमारिया,हेमन्त ओझा और अनुराग अष्ठाना को निर्वाचन अधिकारी और सह निर्वाचन अधिकारी भाजपा नेता मथुरा प्रजापति, देवेन्द्र श्रीवास्तव और जगदीश यादव को नियुक्त किया हैं। यह सभी नेता अपने कर्तव्यो के अनुसार मण्डल अध्यक्ष चुनने में अपनी भूमिका अदा करेंगें।
लेकिन पूरे मामले में एक खबर निकल कर आ रही हैं कि आज से पूर्व शिवपुरी नगर मण्डल के चारों अध्यक्ष चुनने का दायित्व निर्वाचन अधिकारी भाजपा नेता और पोहरी के पूर्व विधायक प्रहलाद भारती, रामस्वरूप रिझारी ओर तुलाराम यादव और सह निर्वाचन अधिकारी विष्णु जैमिनी, मनीष अग्रवाल ओर जंडेल गुर्जर को नियुक्त किया गया और वही पर्यवेक्षक के रूप में जगदीश यादव और पूर्व विधायक माखन लाल राठौर को दायित्व सौपा था।
पिछले कई दिनो के जदोदहद के बाद जिले के मण्डलो को अध्यक्षो का चयन नही हो पाया यह खबर घूम रही थी, लेकिन संगठन चुनाव में निर्वाचन अधिकारी सह निर्वाचन अधिकारी और पर्यवेक्षको को बदला जाना सबसे बडी खबर बन गई।
बताया जा रहा था कि कल तक यह तय था कि शिवपुरी के चारो मण्डलो के अध्यक्षो का चयन शिवपुरी की विधायक यशोधरा राजे सिंधिया के हिसाब से होगा और शिवपुरी मण्डलो के अध्यक्ष के चयन प्रक्रिया के लिए बनाए गए निर्वाचन,सहनिर्वाचन और पर्यवक्षेको को चुनाव भी इसी आधार से किया गया था। सीधा—सीधा सा अर्थ हैं कि अब राजे समर्थक नेताओ को अब चयनकर्ता प्रक्रिया से हटा दिया गया और तत्काल इसका दायित्व दूसरे नेताओ को दिया गया है।
बताया जा रहा हैं कि यह इस कारण हुआ कि कांग्रेस से आयातित होकर भाजपा में शामिल होकर बडे ओहदे पर बैठे एक नेता ने भोपाल स्तर पर संगठन में इस बात की शिकायत कर दी, कि भाजपा जैसी लोकतांत्रिक पार्टी में संगठन के पदाधिकारियो को चुनाव राजतंत्र से किया जा रहा हैं। इस कारण शिवपुरी के चारो मण्डलो के मण्डल अधयक्षो के चयनकर्तायेा को हटा दिया गया है और इस चुनाव की यह सबसे बडी खबर हैंं।
