करैरा। करैरा अभ्यारण्य विभाग की सीमा में से होकर निकला करैरा से सीहोर तक 25 किलो मीटर तक ग्वालियर भितरवार मार्ग की हालत काफी कंडम हालात में पहुँच गई है। जो एक जान लेवा से कम नहीं है ।
इस मार्ग का निर्माण कार्य पिछले दो सालों से अभ्यारण्य विभाग की बजह से अटका हुआ है। अगर ऐसा है तो इस अभ्यारण्य सीमा से लगे गांवों में कोई सडक़ भी नही बनना चाहिए थी।
गांव-गांव में पक्की प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ बन गई गांव-गांव में स्कूल, भवन बन गए यह कैसे बन गए अगर ऐसा है तो करैरा से सीहोर तक के 25 किलो मीटर तक ठेकेदार काम नही कर पा रहा है जिसकी आज तक कोई सही बजह नही बता पाया।
शासन प्रशासन की अनदेखी की बजह से करैरा से भितरवार मार्ग 2 साल से लटका पड़ा है इस मार्ग पर इतने गड्ढे हो गए जिनकी कोई गिनती नही गड्डो को देखकर ऐसा लगने लगा है कि करैरा से सीहोर तक कि सडक़ में जो गड्ढे दिख रहे है। वह सडक़ पर नही बल्कि गड्ढे में सडक़ दिख रही हैं।
एक घंटे का रास्ता तीन घण्टे में हो रहा तय
करैरा से भितरवार की कुल दूरी करीब 41 किमी है। वर्तमान में इस मार्ग की जो हालत है उस पर बस से यह दूरी तय करने में करीब डेढ़ घंटे लगते हैं। लेकिन इस मार्ग पर सीसी रोड बनने का काम ढाई साल से लगा है तब से लोगों को 41 किमी का सफर 3 से साढ़े तीन घण्टे में होने लगा है। जिसका लाभ न मिलते हुए सभी को परेशानी उठानी पड़ रही है। साथ ही वाहन मालिकों को अपने वाहन मेंटीनेंस के खर्चे से भी बढ़ गए है।
इन गांवों के लोगों को आ रही परेशानी
करैरा, खैराघाट, हाजीनगर, लंगूरी, डुमडुमा, छिरारी, लालपुर, बघेदरी, रामनगर, गधाई, झंडा, सुनारी, दिहायला, फतेहरपुर, करही, नरवर ब्लॉक के गांव, सीहोर, हथेड़ा, कांकर सहित आधा सैकड़ा गांवों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
24 माह का मिला था समय , हुआ खत्म
करैरा से भितरवार तक 31 किमी तथा 7 मीटर चौड़ी सडक़ बनाई जाना है। जिसका कार्य कछुआ गति से हो रहा था जो अभी बन्द पड़ा है 20 माह पूरे होने बाद भी इस ओर शासन प्रशासन का कोई ध्यान नही है इस मार्ग पर मुम्बई की कम्पनी ने जिस तरीके से काम की शुरुआत की थी मानो ऐसा लग रहा था कि 1 साल में पूरी सडक़ बन जाएगी ऐसा बताया रहा है कि अभ्यारण्य विभाग की परमिशन नही मिली तो मुम्बई की गैलन डंकरले कम्पनी मुम्बई ने इसका ठेका लिया था पूरे 24 माह बीत गए लेकिन काम बिल्कुल भी नही हुआ।
करैरा विधायक ने उप सचिव विधानसभा भोपाल को पत्र लिखकर कार्यवाही की रखी मांग करैरा विधायक जसमन्त जाटव ने इस करैरा से भितरवार मार्ग की कंडम हालात को देखते हुए विशेष कर्ततव्यस्थ अधिकारी एवं उप सचिव मप्र विधानसभा भोपाल में प्रश्न क्रमांक 12 (क्रमांक 211) दिनांक 11 जुलाई 2019 को इस सम्बन्ध में शिकायत दर्ज कराई है और लिखित रूप से कहा है कि गैमन डंकरले कम्पनी मुम्बई द्वारा कार्य की गुणवत्ता एवँ नियंत्रण हेतु इंजीनियरिंग के रूप में मैसर्स एलेन मालवीय इंफपोजेक्ट प्रा. लि. भोपाल द्वारा करैरा भितरवार सडक़ का पुननिर्माण एवं चौड़ीकरण कार्य दूरी लगभग 31 किलो मीटर का कार्य विगत 5 वर्षों से किया जा रहा है जो दिनांक तक अपूर्ण पड़ा हुआ है।
इस मार्ग पर कोई भी नवीन कार्य एवं पेचवर्क आज दिनांक तक नही किया गया जिससे आगवगन बाधित हो रहा है एवं परिवहन करने बाले यात्री काफी परेशान हो रहे है ।करैरा से नैनागिर मार्ग तक 13 किलो मीटर तक जगह जगह गड्ढे हो गए है ऐसी कार्यकारी एजेंसी को तत्काल कालातीत की कार्यवाई की जाना चाहिए।
इनका कहना
मेरे द्वारा विधानसभा में सवाल उठाने के बाद सम्बंधित विभाग द्वारा झूठी सच्ची जानकारी दी गई। साथ ही सदन को गुमराह किया गया ऐसी स्तिथि में विधानसभा में अभिमत मांगा गया था। मेरे द्वारा सम्बंधित कार्यकारी एजेंसी को कालातीत की कार्यवाही को प्रस्तावित किया गया है।
जसमन्त जाटव,विधायक करैरा
