शिवपुरी। खबर जिले की खौड चौकी से आ रही हैं कि खोड चौकी अतंर्गत आने वाले गांव गणेश खेडा में पद विहार कर रहे जैन समाज के मुनियो और उनके साथ चल रहे लोगो को गांव में प्रेवश करने से रौका गया। मुनिया के साथ चल रहे जैन समाज के लोगो का अपशब्द कहे जाने की खबर आ रही हैं। पुलिस को मदद के लिए बुलाना पडा। जब जानकर जैन मुनियो और समाज के लोगो को महादेव के मंदिर पर शरण लेनी पडी।
जानकारी के अनुसार दतिया के सोनागिर में चातुर्मास करने के बाद औरंगाबाद की ओर पद विहार करने निकले तो जैन संत मुनि मयंक सागर महाराज और मुनि मोक्ष सागर महाराज बुधवार को शिवपुरी जिले के गणेशखेड़ा गांव से गुजरे। उन्हें गांव के स्कूल में रात्रि विश्राम करना था लेकिन इस गांव की सरपंच के पति और उनके साथियों ने ऐसा नहीं होने दिया।
जैन संतों के साथ चल रहे लोगों ने बताया कि पहले तो हम लोगों के साथ सरपंच पति और उनके साथियों ने अभद्रता की फिर गांव के स्कूल में संतों को रुकने से मना कर दिया। विवाद बढ़ता देख जैन संतों को पास के महादेव मंदिर पर रात गुजारनी पड़ी।
इस घटना के बाद गुरुवार को जैन समाज के लोग सामूहिक रुप से एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल के पास पहुंचे और इस मामले मेें केस दर्ज करने की मांग की। इस पर एसपी ने जांच का आश्वासन देकर कार्रवाई करने की बात कही।
ज्ञापन देने आए लोगों ने बताया कि गांव की सरपंच के पति मानसिंह लाेधी, खुमान सिंह लाेधी और सुनील लोधी वहां पहुंचे। पद विहार में संताें के साथ चल रहे लाेगाें से अभद्रता करते हुए कहा कि संताें के गांव में आने से सूखा और अकाल जैसी स्थिति बनती है इसलिए इनका हम विरोध कर रहे हैं।
साथ चल रहे लोगों ने जब समझाने की कोशिश की तो वह लोग अपशब्द कहने लगे। घटना की जानकारी उसी समय पुलिस को दी गई, तब पुलिस ने आकर मुनि श्री ससंघ को पास के महादेव मंदिर पर रात्रि विश्राम के लिए रुकवाया। लेकिन पुलिस ने आसामाजिक तत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
इससे जैन समाज के लोगाें में आक्राेश है। घटना का विरोध करते हुए समाज के लाेगाें ने दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए हैं।
महाराज जी काे नहीं रुकने दिया, अपशब्द भी कहे
जब मुनि संघ गणेशखेड़ा पहुंचा तो वहां सरपंच कलावती लोधी के पति मानसिंह लोधी, खुमान सिंह लौधी और सुनील लोधी वहां पहुंचे। उन्हाेंने स्कूल में महाराज को नहीं रुकने दिया। यही नहीं इन्होंने अपशब्द भी महाराज के साथ चल रहे लोगों से कहे। यह घटना निंदनीय है इसलिए पुलिस अधीक्षक से इन लाेगाें के खिलाफ एफआईआर की मांग की है। महेंद्र जैन भैय्यन, ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल के सदस्य
रात में जैन संत कब आए, मुझे तो पता तक नहीं था
रात में जैन संत कब आए, मुझे तो पता तक नहीं था। कुआं से घर जाकर खाना खाकर सो गया। सुबह जैन समाज के लोग आए तो उनसे बातचीत हुई। उनसे मैंने पूछा कि मैं था क्या, तो उन्होंने मना कर दिया। हो सकता है कि गांव के किसी और व्यक्ति ने खुद को सरपंच पति बताकर जैन संत व उनके लोगों से कुछ गलत कहा हो। मैं आज एसपी से मिलकर सच्चाई सामने रखूंगा। मानसिंह लोधी, सरपंच पति (कलावती लोधी), ग्राम पंचायत गणेशखेड़ा
जानकारी के अनुसार दतिया के सोनागिर में चातुर्मास करने के बाद औरंगाबाद की ओर पद विहार करने निकले तो जैन संत मुनि मयंक सागर महाराज और मुनि मोक्ष सागर महाराज बुधवार को शिवपुरी जिले के गणेशखेड़ा गांव से गुजरे। उन्हें गांव के स्कूल में रात्रि विश्राम करना था लेकिन इस गांव की सरपंच के पति और उनके साथियों ने ऐसा नहीं होने दिया।
जैन संतों के साथ चल रहे लोगों ने बताया कि पहले तो हम लोगों के साथ सरपंच पति और उनके साथियों ने अभद्रता की फिर गांव के स्कूल में संतों को रुकने से मना कर दिया। विवाद बढ़ता देख जैन संतों को पास के महादेव मंदिर पर रात गुजारनी पड़ी।
इस घटना के बाद गुरुवार को जैन समाज के लोग सामूहिक रुप से एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल के पास पहुंचे और इस मामले मेें केस दर्ज करने की मांग की। इस पर एसपी ने जांच का आश्वासन देकर कार्रवाई करने की बात कही।
ज्ञापन देने आए लोगों ने बताया कि गांव की सरपंच के पति मानसिंह लाेधी, खुमान सिंह लाेधी और सुनील लोधी वहां पहुंचे। पद विहार में संताें के साथ चल रहे लाेगाें से अभद्रता करते हुए कहा कि संताें के गांव में आने से सूखा और अकाल जैसी स्थिति बनती है इसलिए इनका हम विरोध कर रहे हैं।
साथ चल रहे लोगों ने जब समझाने की कोशिश की तो वह लोग अपशब्द कहने लगे। घटना की जानकारी उसी समय पुलिस को दी गई, तब पुलिस ने आकर मुनि श्री ससंघ को पास के महादेव मंदिर पर रात्रि विश्राम के लिए रुकवाया। लेकिन पुलिस ने आसामाजिक तत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
इससे जैन समाज के लोगाें में आक्राेश है। घटना का विरोध करते हुए समाज के लाेगाें ने दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए हैं।
महाराज जी काे नहीं रुकने दिया, अपशब्द भी कहे
जब मुनि संघ गणेशखेड़ा पहुंचा तो वहां सरपंच कलावती लोधी के पति मानसिंह लोधी, खुमान सिंह लौधी और सुनील लोधी वहां पहुंचे। उन्हाेंने स्कूल में महाराज को नहीं रुकने दिया। यही नहीं इन्होंने अपशब्द भी महाराज के साथ चल रहे लोगों से कहे। यह घटना निंदनीय है इसलिए पुलिस अधीक्षक से इन लाेगाें के खिलाफ एफआईआर की मांग की है। महेंद्र जैन भैय्यन, ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल के सदस्य
रात में जैन संत कब आए, मुझे तो पता तक नहीं था
रात में जैन संत कब आए, मुझे तो पता तक नहीं था। कुआं से घर जाकर खाना खाकर सो गया। सुबह जैन समाज के लोग आए तो उनसे बातचीत हुई। उनसे मैंने पूछा कि मैं था क्या, तो उन्होंने मना कर दिया। हो सकता है कि गांव के किसी और व्यक्ति ने खुद को सरपंच पति बताकर जैन संत व उनके लोगों से कुछ गलत कहा हो। मैं आज एसपी से मिलकर सच्चाई सामने रखूंगा। मानसिंह लोधी, सरपंच पति (कलावती लोधी), ग्राम पंचायत गणेशखेड़ा
