शिवपुरी। बीते मंगलवार को करैरा के एसडीएम कार्यालय में जनसुनवाई में कुटीर के लिए आवेदन देने गए जशरथ जाटव की सुनवाई न होने के कारण उसकी मौत के बाद चक्काजाम करने के आरोप में कल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव मानसिंह फौजी सहित 6 नामजद और 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ भादवि की धारा 341 और 147 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। इस कार्यवाही को श्री फौजी ने राजनीति से प्रेरित बताया है।
विदित हो कि ग्राम सिरसौद निवासी जशरथ जाटव जो विकलांग होने के साथ साथ दलित भी है वह मंगलवार को करैरा एसडीएम कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में कुटीर के लिए आवेदन देने के लिए आया हुआ था, लेकिन जनसुनवाई में न तो एसडीएम ने सुनी और न ही जनपद सीईओ, सरपंच व सचिव ने। जिससे हताश और निराश होकर जशरथ गश्त खाकर जमीन पर गिर गया और उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई।
इस घटना के बाद उसे किसी ने उठाने तक की जहमत नहीं उठाई, लेकिन बाद में तहसीलदार ने उसे देखा और उठाकर अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद परिजन जशरथ का शव लेकर आ गए। जिन्होंने बुधवार की सुबह पिछोर शिवपुरी रोड़ पर लाश रखकर चक्काजाम किया जिससे प्रशासन सकते में आ गया और फिर वहां जाम खुलवाने की अधिकारियों ने प्रक्रिया शुरू कर दी।
परिजनों की मांग थी कि उन्हें झोंपड़ी की जगह पक्का मकान बनाने लिए रूपए दिए जाएं। साथ ही जिन अधिकारियों की हठधर्मिता की वजह से जशरथ की मौत हुई है उन पर कार्यवाही की जाए। मौके पर एडीएम आरएस बालोदिया, एडीशनल एसपी गजेंद्र सिंह कंवर सहित करैरा एसडीएम और तहसीलदार पहुंचे जिन्होंने परिजनों को समझाने का प्रयास किया।
बाद में परिजनों को 10 हजार रूपए की सहायता देने के अलावा अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रूपए की राशि सहित ्रप्रधानमंत्री आवास के लिए जमीन का पट्टा और मृतक के बेटे को शासकीय कार्यालय में भृत्य की नौकरी देने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर जाम खुला।
इस चक्काजाम की अगुवाई कांग्रेस नेता मानसिंह फौजी ने की जिन्हें पुलिस ने जाम खत्म होने के बाद कार्यवाही की जद में ले लिया और कांग्रेस नेता फौजी सहित सुंदरलाल जाटव, सोमराज जाटव, नारायण जाटव, मानसिंह जाटव, मोहरवान सिंह जाटव, जशवंत जाटव निवासीगण सिरसौद सहित 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ कायमी कर ली।