RTO मेडम ऐसा भ्रष्टाचार:किसी का आंगन और किसी मां की कोख सूनी हो सकती हैं

Bhopal Samachar

Lalit Mudgal @ EXrey | शिवपुरी। आज सुबह की सबसे पहली खबर यह थी कि शिवुपरी में संचालित वनस्थली स्कूल का  बच्चो को लाने वाला टाटा मैजिक वाहन अनियत्रिंत होकर एक पेड जा टकराया। इसमें बैठे 1 दर्जन बच्चे घायल होने की खबर मिल रही हैं। खबर एक एक पहलू यह था और इसे मिडिया ने प्रकाशित किया। लेकिन खबर का दूसरा पहलू काफी भयानक और डराने वाला है,जिसे आप पढकर डर जाऐंगें आईए इस डर का एक्सरे करते हैं।

वनस्थली स्कूल की बचचेा को लाने वाली एक टाटा मैजिक वाहन आज सुबह तानपुर के गांव के पास स्कूल के बच्चे लाते समय पेड जा टकराया। बताया जा रहा हैं कि वाहन की स्टेरिंग फैल हो गई। इस कारण वाहन पेड जा टकराया। गलती टाटा मैजिक वाहन मालिक की हैं ओर स्कूल प्रबंधन की भी हैं।

इस खबर का मुख्य पहलू यह हैं कि अभी तक आपने सुना होगा कि भ्रष्टाचार के कारण आपके लीगल काम नही होते,लेकिन यह भ्रष्टाचार जानलेवा हो सकता था। किसी का भ्रष्टाचार या अपने कर्तव्य के प्रति उदासीनता आपके बच्चो की जान ले सकता है। और यह विषय अति गंभीर हैं।

आज जो स्कूली वाहन पेड जा टकराया हैं उसका नंबर एमपी 08 टी 1905 हैं यह इस गाडी पर परमिट नही हैं,यह वाहन पर स्कूल लीज नही अर्थात स्कूली वाहन में पंजीकृत नही हैं,सुप्रीम कोर्ट की गाईड लाईन इस गाडी पर लागू नही हैं स्पीड गर्वनर भी नही हैं फिर भी यह वाहन शहर में खुले आम फर्राटा भर रहा हैं।

इस वाहन को पकडने और कार्यवाही करने की डूयूटी किसकी हैं RTO शिवपुरी मधुसिंह की। लेकिन ऐसे वाहन तो र्दौड रहे हैं। RTO मधुसिंह के भ्रष्टाचार की गूुंज शिवपुरी की मीडिया से होते हुए विधानसभा तक पहुंची थी,लेकिन मेडम को विभाग ने क्लीन चिट दे दी,यह भ्रष्टाचार सरकारी पैसे का था। पर बिना परिमिट,बिना स्पीड गर्वनर की गाडी दौडने वाला भ्रष्टाचार किसी की जानलेने वाला हो सकता हैं आप की पहली डूयटी यही हैं कि बिना परमिट और स्पीड गर्वनर के स्कूली वाहन न दौडे।


बताया गया हैं कि फरवरी 2019 में इस गाडी की फिटनिस हुई हैं,यहा गाडी फिटनिस के लिए RTO  आफिस भी गई होगी। गाडी पर स्कूली वाहन और स्कूल का नाम भी लिखा होगा तो इस गाडी का परमिट क्यो तत्काल चैक क्यो नही किया। या तो यह गाडी फिटनिस के लिए RTO आफिस ही नही गई। रिश्वत के माध्यम से इसकी फिटनिस कराई गई हैं। गाडी फिट नही थी इस कारण ही RTO  आफिस नही गई। रिश्वत के माध्यम से फिटनिस ली गई। इस गाडी में स्पीड गर्वनर भी नही था,अपनी तय शुदा गति से तेज हुई इस कारण यह हादसा हुआ हैं।

कुल मिलाकर कहना यही हैं कि ऐसा भ्रष्टाचार न करे कि किसी का घर ही सूना हो जाए,आज गनीमत यह रही कि इस हादसे में बच्चो को कोई ज्यादा नुकसान नही हुआ है। शहर के पैरेंटसो के लिए यह खबर जागरूक करने वाली हैं आपका बच्चा अगर किसी गाडी से स्कूल जाता हैं तो आप भी इस गाडी के कागजात एमपी ट्रांसपोर्ट साईड पर जाकर चैक कर सकते है। तत्काल इसकी शिकायत प्रशासन से करे।