Shivpuri News: सरकार के लुटेरे विभाग का किसानो को लेकर तालिबानी फरमान जारी

Bhopal Samachar

शिवपुरी। मप्र के किसानों के लिए 20205 को विनाश वर्ष मध्यप्रदेश सरकार को घोषित करना था। आधे जून से बारिश शुरू हुई जो आज तक जारी है। अतिवृष्टि के कारण फसलें बर्बाद हो गई। किसानों को फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। वही किसान खाद के लिए लाइन में खडा है और मक्का की बंपर पैदावार पर किसान एमएसपी का दाम नहीं दे रही है मक्का 700 रूपए क्विंटल का भाव है। किसानों को राहत देने की बजाए सरकार के लुटेरे विभाग ने किसानों को लेकर तालिबानी फरमान जारी कर दिया है।

मप्र के लूटेरे बिजली विभाग ने आदेश जारी कर कहा कि किसानों को एक दिन में 10 घंटे से ज्यादा बिजली दी तो ऑपरेटर की सैलरी कटेगी। यानी खेत सूखे रहें या किसान भूखे, बिजली अब टाइम टेबल से मिलेगी। ये आदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के चीफ जनरल मैनेजर एके जैन ने निकाला है। इसकी कॉपी भोपाल और ग्वालियर के साथ सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, रायसेन, हरदा, विदिशा, अशोकनगर, गुना, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी और दतिया के महाप्रबंधकों को भेजी गई है।

जेई से लेकर जीएम तक की सैलरी कटेगी
बिजली कंपनी के आदेश में लिखा है- यदि किसी कृषि फीडर पर 10 घंटे से अधिक बिजली दी जाती है तो इसे नियम के खिलाफ माना जाएगा। संबंधित ऑपरेटर की एक दिन की सैलरी काटी जाएगी।

यदि कंट्रोल रूम द्वारा किसी कृषि फीडर पर 2 दिन लगातार 10 घंटे से अधिक बिजली दी जाती है तो संबंधित जूनियर इंजीनियर का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। लगातार 5 दिन तक ऐसा होने पर एक्जीक्यूटिव इंजीनियर की 1 दिन की सैलरी काटी जाएगी। यदि 7 दिन तक प्रतिदिन 10 घंटे से अधिक आपूर्ति पाई जाती है, तो उपमहाप्रबंधक (DGM) या महाप्रबंधक (GM) का एक दिन का वेतन काटा जाएगा।