शिवपुरी। शिवपुरी शहर में आधा सैकड़ा मैरिज गार्डन है इनमे से अधिकांश मैरिज गार्डन अवैध रूप से संचालित किए जा रहे हैं,शहर में संचालित मैरिज गार्डन में से 11 के पंजीयन ही नगर पालिका मे है। बाकी मैरिज गार्डन बिना अनुमति के अवैध रूप से संचालित किए जा रहे है। यह मैरिज गार्डन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की खुली अवहेलना कर रहे है,इनमें से कुछ मैरिज गार्डन पर 25 लाख का संपत्ति कर नगर पालिका का बकाया है।
नौ पार्किंग जुगाड़ टैक्निक से संचालित है गार्डन
शिवपुरी शहर मे दर्जन भर मैरिज गार्डन ऐसे संचालित है जिन पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है आस पास के खाली प्लाटो को किराए पर लेकर पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग की उचित व्यवस्था ना होने के कारण से शादियों के सीजन में शाम होते ही सड़क जाम हो जाती है। जिम्मेदार अधिकारी इन मैरिज गार्डनों की तरफ ध्यान देने को तैयार नहीं है।
लाखो रूपए वसूल रहे है मैरिज गार्डन
शिवपुरी शहर में संचालित मैरिज गार्डन 2 लाख रुपए से लेकर 15 लाख रुपए का चार्ज एक शादी समारोह के लिए करते हैं। मोटा पैसा वसूलने के बाद भी यह मैरिज गार्डन संचालक मनमानी करने में लगे हुए है। किसी भी नियम को नहीं मानते और पैसा कमाने के बाद भी नगर पालिका का संपति कर अदा नहीं कर रहे हैं। यह संपत्ति कर आज से नहीं बल्कि कई सालों से बकाया है और नगर पालिका प्रशासन भी इनसे यह संपत्ति करन वसूलने के लिए कोई प्रयास नहीं करता। केवल नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर लेता है। कई मैरिज गार्डन ऐसे भी है जहां पर सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं है और न ही सीसीटीवी कैमरे ठीक से काम कर हैं, रहे जिससे गार्डनों में होने वाली चोरी व अन्य वारदातों का खुलासा करने में पुलिस को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इन मैरिज गार्डनों पर नहीं है पार्किंग
शहर में दर्जनभर ऐसे मैरिज गार्डन है, जिनके पास या तो बिल्कुल पार्किंग नहीं है, या फिर दिखाने के लिए थोड़ी बहुत पार्किंग है। जब इन गार्डनों शादी समारोह होते हैं तो बीच सड़क पर घंटों तक जाम के हालात बने रहते में हैं और लोगों को परेशान होना पड़ता है। जिन मैरिज गार्डनों के पास पार्किंग नहीं है, उनमें विद्यार्थी गार्डन, युवराज होटल, लश्करी गार्डन, बालाजी गार्डन करौंदी, अर्श मैरिज गार्डन, दुर्गा मठ, जल मंदिर मैरिज गार्डन आदि शामिल है। इन गार्डनों में शादी विवाह होने पर यहां जाम के हालात बने रहते हैं।
इन मैरिज गार्डनों पर है संपति कर बकाया
शहर में अधिकांश मैरिज गार्डन राजनेताओं सहित बड़े व्यापारियों के हैं। इनमें उदय विलास पैलेस पर 6 लाख 18 हजार रुपए, होटल कमला हेरीटेज पर 4 लाख 35 हजार, युवराज होटल पर 4 लाख 50 हजार, नेताजी गार्डन पर 1 लाख 50 हजार, सेलिब्रेशन गार्डन पर 49 हजार, अर्श मैरिज गार्डन पर 2 लाख 50 हजार, नक्षत्र गार्डन 2 लाख रुपए, होटल पीएस पर। लाख रुपए, फिजिकल रोड स्थित लाल कोठी मैरिज गार्डन पर 3 लाख रुपए, शगुन वाटिका पर एक लाख रुपए, गोकुलम व उत्सव वाटिका पर 50-50 हजार रुपए व परिणय वाटिका पर 75 हजार रुपए सहित अन्य मैरिज गार्डनों को मिला लें तो करीब 25 लाख रुपए का संपति कर नगर पालिका का बकाया है। चूंकि कई मैरिज गार्डन रसूखदार लोगों के है, इसलिए नगर पालिका इनसे यह संपति कर नहीं वसूल पाता।
इनका कहना हैं
जिन मैरिज गार्डनों पर संपति कर बकाया है। उन सभी को संपत्ति कर 7 दिन में जमा करने के लिए नोटिस जारी कर दिए है। अगर यह लोग समय सीमा में पैसा जमा नहीं करवाते तो तालाबंदी की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जिनके पंजीयन नहीं है, उनको भी पंजीयन के लिए निर्देशित किया है। सभी मैरिज गार्डन संचालकों को पार्किंग अनिवार्य रूप से रखे जाने के लिए हिदायत दी है।
इंशाक धाकड़, सीएमओ नपा
नौ पार्किंग जुगाड़ टैक्निक से संचालित है गार्डन
शिवपुरी शहर मे दर्जन भर मैरिज गार्डन ऐसे संचालित है जिन पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है आस पास के खाली प्लाटो को किराए पर लेकर पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग की उचित व्यवस्था ना होने के कारण से शादियों के सीजन में शाम होते ही सड़क जाम हो जाती है। जिम्मेदार अधिकारी इन मैरिज गार्डनों की तरफ ध्यान देने को तैयार नहीं है।
लाखो रूपए वसूल रहे है मैरिज गार्डन
शिवपुरी शहर में संचालित मैरिज गार्डन 2 लाख रुपए से लेकर 15 लाख रुपए का चार्ज एक शादी समारोह के लिए करते हैं। मोटा पैसा वसूलने के बाद भी यह मैरिज गार्डन संचालक मनमानी करने में लगे हुए है। किसी भी नियम को नहीं मानते और पैसा कमाने के बाद भी नगर पालिका का संपति कर अदा नहीं कर रहे हैं। यह संपत्ति कर आज से नहीं बल्कि कई सालों से बकाया है और नगर पालिका प्रशासन भी इनसे यह संपत्ति करन वसूलने के लिए कोई प्रयास नहीं करता। केवल नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर लेता है। कई मैरिज गार्डन ऐसे भी है जहां पर सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं है और न ही सीसीटीवी कैमरे ठीक से काम कर हैं, रहे जिससे गार्डनों में होने वाली चोरी व अन्य वारदातों का खुलासा करने में पुलिस को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इन मैरिज गार्डनों पर नहीं है पार्किंग
शहर में दर्जनभर ऐसे मैरिज गार्डन है, जिनके पास या तो बिल्कुल पार्किंग नहीं है, या फिर दिखाने के लिए थोड़ी बहुत पार्किंग है। जब इन गार्डनों शादी समारोह होते हैं तो बीच सड़क पर घंटों तक जाम के हालात बने रहते में हैं और लोगों को परेशान होना पड़ता है। जिन मैरिज गार्डनों के पास पार्किंग नहीं है, उनमें विद्यार्थी गार्डन, युवराज होटल, लश्करी गार्डन, बालाजी गार्डन करौंदी, अर्श मैरिज गार्डन, दुर्गा मठ, जल मंदिर मैरिज गार्डन आदि शामिल है। इन गार्डनों में शादी विवाह होने पर यहां जाम के हालात बने रहते हैं।
इन मैरिज गार्डनों पर है संपति कर बकाया
शहर में अधिकांश मैरिज गार्डन राजनेताओं सहित बड़े व्यापारियों के हैं। इनमें उदय विलास पैलेस पर 6 लाख 18 हजार रुपए, होटल कमला हेरीटेज पर 4 लाख 35 हजार, युवराज होटल पर 4 लाख 50 हजार, नेताजी गार्डन पर 1 लाख 50 हजार, सेलिब्रेशन गार्डन पर 49 हजार, अर्श मैरिज गार्डन पर 2 लाख 50 हजार, नक्षत्र गार्डन 2 लाख रुपए, होटल पीएस पर। लाख रुपए, फिजिकल रोड स्थित लाल कोठी मैरिज गार्डन पर 3 लाख रुपए, शगुन वाटिका पर एक लाख रुपए, गोकुलम व उत्सव वाटिका पर 50-50 हजार रुपए व परिणय वाटिका पर 75 हजार रुपए सहित अन्य मैरिज गार्डनों को मिला लें तो करीब 25 लाख रुपए का संपति कर नगर पालिका का बकाया है। चूंकि कई मैरिज गार्डन रसूखदार लोगों के है, इसलिए नगर पालिका इनसे यह संपति कर नहीं वसूल पाता।
इनका कहना हैं
जिन मैरिज गार्डनों पर संपति कर बकाया है। उन सभी को संपत्ति कर 7 दिन में जमा करने के लिए नोटिस जारी कर दिए है। अगर यह लोग समय सीमा में पैसा जमा नहीं करवाते तो तालाबंदी की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जिनके पंजीयन नहीं है, उनको भी पंजीयन के लिए निर्देशित किया है। सभी मैरिज गार्डन संचालकों को पार्किंग अनिवार्य रूप से रखे जाने के लिए हिदायत दी है।
इंशाक धाकड़, सीएमओ नपा