शिवपुरी। वर्तमान में पोहरी में सीएसी के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहे माध्यमिक शिक्षक बलवीर सिंह तोमर की नौकरी को कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने अवैधानिक मानते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया है। कलेक्टर चौधरी के निर्देश पर मामले की जांच शिकायत के आधार पर पोहरी तत्कालीन एसडीएम मोतीलाल अहिरवार ने भी की थी। उन्होंने जांच में पाया था कि विवादित शिक्षक बलवीर सिंह द्वारा तथ्यों को छिपाकर नौकरी हासिल की थी।
इसी के चलते एसडीएम ने बलवीर को नौकरी से बर्खास्त करने सहित उस पर दंडात्मक कार्रवाई किए जाने की अनुशंसा करते हुए जांच प्रतिवेदन कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी को जून 2025 में भेजा था। प्रतिवेदन के आधार पर तथ्यों की जांच उपरांत कलेक्टर ने शिक्षक को बर्खास्त कर दिया है।वर्तमान में पोहरी में सीएसी के रूप में सेवाएं दे रहा था शिक्षक ।
श्योपुर में अवैध वसूली करने पर सेवा हुई थी समाप्त
दरअसल शिक्षक बलवीर सिंह तोमर ने वर्ष 2009 में श्योपुर जिले संविदा शाला शिक्षक वर्ग-2 पर नौकरी हासिल की थी। शासकीय उमावि टर्राकलां में पदस्थापना प्रदान की गई। बलवीर पर शिक्षक के रूप में अवैध वसूली करने के आरोप सिद्ध पाए गए, जिसके चलते बलवीर सिंह तोमर की सेवाएं 27 दिसंबर 2010 को समाप्त कर दी गई थी। इसके बाद बलवीर सिंह तोमर ने बिना समय गवाए महज 21 दिन के भीतर 18 जनवरी 2011 को शिवपुरी जिले के पोहरी विकासखंड में संविदा शिक्षक वर्ग-2 के रूप में पदस्थापना प्राप्त कर ली। यह तथ्य छिपाने पर कार्रवाई हुई है।
इसी के चलते एसडीएम ने बलवीर को नौकरी से बर्खास्त करने सहित उस पर दंडात्मक कार्रवाई किए जाने की अनुशंसा करते हुए जांच प्रतिवेदन कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी को जून 2025 में भेजा था। प्रतिवेदन के आधार पर तथ्यों की जांच उपरांत कलेक्टर ने शिक्षक को बर्खास्त कर दिया है।वर्तमान में पोहरी में सीएसी के रूप में सेवाएं दे रहा था शिक्षक ।
श्योपुर में अवैध वसूली करने पर सेवा हुई थी समाप्त
दरअसल शिक्षक बलवीर सिंह तोमर ने वर्ष 2009 में श्योपुर जिले संविदा शाला शिक्षक वर्ग-2 पर नौकरी हासिल की थी। शासकीय उमावि टर्राकलां में पदस्थापना प्रदान की गई। बलवीर पर शिक्षक के रूप में अवैध वसूली करने के आरोप सिद्ध पाए गए, जिसके चलते बलवीर सिंह तोमर की सेवाएं 27 दिसंबर 2010 को समाप्त कर दी गई थी। इसके बाद बलवीर सिंह तोमर ने बिना समय गवाए महज 21 दिन के भीतर 18 जनवरी 2011 को शिवपुरी जिले के पोहरी विकासखंड में संविदा शिक्षक वर्ग-2 के रूप में पदस्थापना प्राप्त कर ली। यह तथ्य छिपाने पर कार्रवाई हुई है।