शिवपुरी। शिवपुरी अस्पताल में 38 साल का मरीज ट्रॉमा सेंटर की छत से कूद गया। हालांकि, उसे किसी तरह की गंभीर चोट नहीं आई। उसने अपने कपड़े तक फाड़ दिए और सिर्फ चड्डी में नजर आया। मानसिक हालत को देखते हुए जिला अस्पताल से मरीज को जेएच ग्वालियर रेफर कर दिया। बीच रास्ते में एंबुलेंस में तोड़फोड़ की, तो पुलिस की मदद से ग्वालियर ले जाना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, कोलारस के ग्राम भटौआ निवासी सुघर सिंह परिहार उम्र 38 साल को पुलिस 17 अक्टूबर की रात जिला अस्पताल लेकर आई थी। सिविल सर्जन डॉ.बी.एल. शर्मा ने बताया कि मरीज को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया था। ट्रॉमा सेंटर की छत पर मरीजों को जाने से रोकने के लिए 6 फीट की जाली लगा दी गई है।
शनिवार की सुबह 9 बजे गाडों को रोकने के बाद भी मरीज जाली फांद गया और नीचे कूद गया। वापस भर्ती करके मरीज का इलाज किया गया। इससे पहले सीटी स्कैन आदि भी कर चुके थे। मरीज की मानसिक हालत देखने पर पता चला कि शरीर में इसी वजह से खरोंच आई होंगी। परिवार के कुछ लोग आए थे। उन्होंने बताया कि मरीज ने बेटे का भी गला दबाने का प्रयास किया।
जानकारी के मुताबिक, कोलारस के ग्राम भटौआ निवासी सुघर सिंह परिहार उम्र 38 साल को पुलिस 17 अक्टूबर की रात जिला अस्पताल लेकर आई थी। सिविल सर्जन डॉ.बी.एल. शर्मा ने बताया कि मरीज को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया था। ट्रॉमा सेंटर की छत पर मरीजों को जाने से रोकने के लिए 6 फीट की जाली लगा दी गई है।
शनिवार की सुबह 9 बजे गाडों को रोकने के बाद भी मरीज जाली फांद गया और नीचे कूद गया। वापस भर्ती करके मरीज का इलाज किया गया। इससे पहले सीटी स्कैन आदि भी कर चुके थे। मरीज की मानसिक हालत देखने पर पता चला कि शरीर में इसी वजह से खरोंच आई होंगी। परिवार के कुछ लोग आए थे। उन्होंने बताया कि मरीज ने बेटे का भी गला दबाने का प्रयास किया।