खनियाधाना। खनियाधाना नगर परिषद में अध्यक्ष और सीएमओ के बीच झगड़ा हो गया। झगड़े का कारण सीएमओ द्वारा नप अध्यक्ष के पति की बात नहीं मानना बताया जा रहा है। दोनों के बीच हुए मुंहवाद का सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष और सीएमओ दोनों ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करवाई है।
जानकारी के अनुसार खनियाधाना नप अध्यक्ष छाया साहू के पति सत्येन्द्र साहू ने सीएमओ आशुतोष त्रिपाठी को किसी काम के लिए कहा, जो नियमानुसार नहीं था। आशुतोष त्रिपाठी ने सत्येंद्र साहू द्वारा बताए गए काम को नहीं किया, इस बात से सत्येंद्र साहू नाराज थे। इसी क्रम में गुरुवार की को वह नप अध्यक्ष छाया साहू के साथ परिषद कार्यालय पहुंचे। वहां सीएमओ और सत्येंद्र साहू के बीच इसी बात पर विवाद होता रहा कि सीएमओ सत्येंद्र साहू की बात नहीं मानते हैं।
सीएमओ ने इस पर सत्येंद्र साहू से कहा कि आप पूरी खनियाधाना के इधर-उधर के ठेके ले लेते हैं, आपको गलत बात नहीं मानी आएगी । वहीं सत्येंद्र साहू का कहना था कि आपने यह कहा था कि में दलालों से बात नहीं करता हूं। आपने दलाल किसको बोला, यह बताओ। इसी बीच अध्यक्ष छाया साहू ने भी सीएमओ पर सत्येंद्र साहू की बात न मानने के चलते नाराजगी जाहिर की। दोनों पक्षों के बीच मुंहवाद होने लगा
नगर परिषद अध्यक्ष व उनके पति की सीएमओ से होती हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद सीएमओ कर्मचारियों के साथ नप परिसर में बात करने के बाद पैदल चलकर थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई नप अध्यक्ष ने कहा कि मैंने विकास पर बात की तो सीएमओ भड़क गए और मुझसे बदतमीजी से बात करने लगे जिसके बाद मैंने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
नप अध्यक्ष छाया साहू ने अपने शिकायती आवेदन में उल्लेख किया है कि में सीएमओ से जनहित पर वार्ड क्रमांक 14 में नाली पर लगी जाली के विषय सहित दीपावली के त्योहार के चलते स्ट्रीट लाइट और सफाई के संबंध में चर्चा कर रही थी। इसी दौरान सीएमओ भड़क गए और बोले की मैं आपकी इतनी ज्यादा नहीं सुन सकता हूं। सीएमओ ने अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया जो अध्यक्ष पद की गरिमा को ठेस पहुंचाता है।
में महिला जनप्रतिनिधि हूं। इस तरह से अपमानित करने से मुझे मानसिक प्रताड़ना हुई। ऐसे में संबंधित पर एफआईआर दर्ज की जाए। काफी कहासुनी हुई और सीएमओ आशुतोष त्रिपाठी नाराजगी जाहिर करके वहां से चले गए। इसके बाद दोनों पक्षों ने थाने जाकर शिकायती आवेदन दिए हैं। उक्त आवेदनों में दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं।
अध्यक्ष पति नियम विरूद्ध काम करने का दबाव बनाते हैं
सीएमओं ने पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में उल्लेख किया है कि गुरुवार की दोपहर मुझे अध्यक्ष छाया साहू ने अपने केबिन में बुलाया, जहां वह अपने पति सत्येंद्र साहू के साथ बैठी हुई थीं। सतेन्द्र साहू मुझे बिना किसी बात के दादागिरी बताने लगा एवं कहने लगा कि मैं नप अध्यक्ष हूं तुम्हें मेरी बात बिना सीधे माननी होगी, तो मैंने उससे कहा की मेरी 7 अध्यक्ष छाया साहू है. आप नहीं है। उसके बाद अध्यक्ष छाया साहू गुस्से में आ गई और मुझसे गलत तरीके से बोलने लगीं कि मेरा नाम छाया सतेन्द्र साहू है, तुम्हें मेरी और मेरे पति सतेन्द्र साहू की गुलामी करनी पड़ेगी।
तब मैंने कहा कि आप कोई आदेश देगी नियम अनुसार सही होगा में बात मानता हूं और मानूंगा, किंतु सतेन्द्र साहू मेरे पर गलत काम करने का दबाव बनाते हैं। मैं इनकी नियम विरुद्ध बातें नहीं मान पाऊंगा। अध्यक्ष छाया साहू एवं उनके पति सतेन्द्र साहू के द्वारा मुझे कार्यालय में वेबजह शासकीय कार्य करने से रोका गया एवं गलत काम करने का दबाव बनाने का प्रयास किया गया है।
जानकारी के अनुसार खनियाधाना नप अध्यक्ष छाया साहू के पति सत्येन्द्र साहू ने सीएमओ आशुतोष त्रिपाठी को किसी काम के लिए कहा, जो नियमानुसार नहीं था। आशुतोष त्रिपाठी ने सत्येंद्र साहू द्वारा बताए गए काम को नहीं किया, इस बात से सत्येंद्र साहू नाराज थे। इसी क्रम में गुरुवार की को वह नप अध्यक्ष छाया साहू के साथ परिषद कार्यालय पहुंचे। वहां सीएमओ और सत्येंद्र साहू के बीच इसी बात पर विवाद होता रहा कि सीएमओ सत्येंद्र साहू की बात नहीं मानते हैं।
सीएमओ ने इस पर सत्येंद्र साहू से कहा कि आप पूरी खनियाधाना के इधर-उधर के ठेके ले लेते हैं, आपको गलत बात नहीं मानी आएगी । वहीं सत्येंद्र साहू का कहना था कि आपने यह कहा था कि में दलालों से बात नहीं करता हूं। आपने दलाल किसको बोला, यह बताओ। इसी बीच अध्यक्ष छाया साहू ने भी सीएमओ पर सत्येंद्र साहू की बात न मानने के चलते नाराजगी जाहिर की। दोनों पक्षों के बीच मुंहवाद होने लगा
नगर परिषद अध्यक्ष व उनके पति की सीएमओ से होती हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद सीएमओ कर्मचारियों के साथ नप परिसर में बात करने के बाद पैदल चलकर थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई नप अध्यक्ष ने कहा कि मैंने विकास पर बात की तो सीएमओ भड़क गए और मुझसे बदतमीजी से बात करने लगे जिसके बाद मैंने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
नप अध्यक्ष छाया साहू ने अपने शिकायती आवेदन में उल्लेख किया है कि में सीएमओ से जनहित पर वार्ड क्रमांक 14 में नाली पर लगी जाली के विषय सहित दीपावली के त्योहार के चलते स्ट्रीट लाइट और सफाई के संबंध में चर्चा कर रही थी। इसी दौरान सीएमओ भड़क गए और बोले की मैं आपकी इतनी ज्यादा नहीं सुन सकता हूं। सीएमओ ने अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया जो अध्यक्ष पद की गरिमा को ठेस पहुंचाता है।
में महिला जनप्रतिनिधि हूं। इस तरह से अपमानित करने से मुझे मानसिक प्रताड़ना हुई। ऐसे में संबंधित पर एफआईआर दर्ज की जाए। काफी कहासुनी हुई और सीएमओ आशुतोष त्रिपाठी नाराजगी जाहिर करके वहां से चले गए। इसके बाद दोनों पक्षों ने थाने जाकर शिकायती आवेदन दिए हैं। उक्त आवेदनों में दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं।
अध्यक्ष पति नियम विरूद्ध काम करने का दबाव बनाते हैं
सीएमओं ने पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में उल्लेख किया है कि गुरुवार की दोपहर मुझे अध्यक्ष छाया साहू ने अपने केबिन में बुलाया, जहां वह अपने पति सत्येंद्र साहू के साथ बैठी हुई थीं। सतेन्द्र साहू मुझे बिना किसी बात के दादागिरी बताने लगा एवं कहने लगा कि मैं नप अध्यक्ष हूं तुम्हें मेरी बात बिना सीधे माननी होगी, तो मैंने उससे कहा की मेरी 7 अध्यक्ष छाया साहू है. आप नहीं है। उसके बाद अध्यक्ष छाया साहू गुस्से में आ गई और मुझसे गलत तरीके से बोलने लगीं कि मेरा नाम छाया सतेन्द्र साहू है, तुम्हें मेरी और मेरे पति सतेन्द्र साहू की गुलामी करनी पड़ेगी।
तब मैंने कहा कि आप कोई आदेश देगी नियम अनुसार सही होगा में बात मानता हूं और मानूंगा, किंतु सतेन्द्र साहू मेरे पर गलत काम करने का दबाव बनाते हैं। मैं इनकी नियम विरुद्ध बातें नहीं मान पाऊंगा। अध्यक्ष छाया साहू एवं उनके पति सतेन्द्र साहू के द्वारा मुझे कार्यालय में वेबजह शासकीय कार्य करने से रोका गया एवं गलत काम करने का दबाव बनाने का प्रयास किया गया है।