शिवपुरी में दीपावली ,लाखो जुगनू दीवारों पर जगमगाए,रंगीन हुआ आसमान: shivpuri news

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में उमंग उत्साह रोशनी और महालक्ष्मी की आराधना का पर्व दिपावली धूमधाम से मना,जनमानस में कई दिनो के तैयारियां दीपावली की रात देखने को मिली,सूर्यास्त के बाद शिवपुरी शहर के प्रत्येक घर और भवन पर रंग बिरंगी झालर जुगनू जैसी दिख रही थी। चलती और बुझती आधुनिक बिजली के छोटे छोटे एलईडी रूपी बल्ब किसी जुगनू की तरह दिख रहे थे ऐसा लग रहा था मानो आज दिपावली की चौदस की काली रात को रोशन करने लाखो जुगनू घरों को जगमगा रहे हो,वही लक्ष्मी पूजन के बाद जब लोगों ने रोशनी वाले पटाखे चलाने शुरू किए तो आसमान रंगीन हो गया था।  

गौरवशाली परंपरा और मान्यता का दिन
सनातन धर्म में सबसे अधिक आराध्य भगवान श्रीराम लंकापति रावण का वध कर पिता के आदेश से 14 साल का वनवास पूर्ण कर अयोध्या वापस लौटे थे। अपने राजा राम के वनवास पूर्ण और लंकापति रावण का वध कर उसके अन्याय और अधर्म कार्यो से इस धरा को मुक्त दिलाने की खुशी में अयोध्या वासियो ने अयोध्या नगर को दीप जलाकर स्वागत किया था।  इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज भी हम घर घर दीप प्रज्ज्वलित कर अंधकार पर प्रकाश की विजय का संदेश दिया।

दिपावाली पर हर घर में लक्ष्मी का पूजन
दीपावली का पर्व कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। दिवाली पर माता लक्ष्मी की पूजा करने के विशेष महत्व होता है। दरअसल ऐसी धार्मिक मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक अमावस्या तिथि को देवी लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। जिसके कारण दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।

दिवाली पर शाम और रात्रि के समय शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, माता सरस्वती और धन के देवता कुबेर की विधि-विधान के साथ पूजा-आराधना की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक अमावस्या की रात को सुख-समृद्धि और हर तरह के वैभव को देने वाली महालक्ष्मी स्वयं पृथ्वी पर आती हैं और हर घर में जाकर विचरण करती हैं।  इस दौरान जिन घरों में अच्छी रोशनी, सकारात्मक ऊर्जा, स्वच्छता, पूजा-पाठ और लगातार मंत्रों का जाप होता है वहां मां लक्ष्मी अंश रूप में वहां ठहर जाती है,इसी कारण इस दिन लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व है हिंदू धर्म को मानने वाला प्रत्येक हिंदू अपने घर अपनी दुकान पर लक्ष्मी पूजन करता है। पूजा के बाद लोगों ने अपने रिश्तेदारों और मित्रों के घर जाकर मिठाइयों और प्रसाद का आदान-प्रदान किया। सभी ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने आतिशबाजी का आनंद लिया।

दीपावली के दिन सुबह से ही बाजारों में जबरदस्त रौनक देखी गई। कोर्ट रोड, माधव चौक और फिजिकल रोड जैसे प्रमुख बाजारों में खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी। गांधी पार्क और मेला ग्राउंड क्षेत्र में लगी आतिशबाजी की दुकानों पर भी लोगों ने जमकर खरीदारी की।

शहर के साथ-साथ कोलारस, बदरवास, पिछोर, खनियाधाना, पोहरी और बैराड़ जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी दीपोत्सव की धूम रही। इस बार अमावस्या मंगलवार को भी होने के कारण ग्रामीण अंचल में गोवर्धन पूजा बुधवार को मनाई जाएगी। ग्रामीण अपने पालतू पशुओं को नहला-धुलाकर सजाएंगे और गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाकर गोधन पूजन करेंगे।





















शिवपुरी के यूआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज, सतनवाड़ा में  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की इकाई ने दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान परिषद कार्यकर्ताओं ने पूरे परिसर को 1100 दीपों से रोशन किया।

दीपों से 'जय श्री राम ABVP UIT' की आकर्षक आकृति बनाई गई, जिसने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। दीपों की रोशनी से परिसर में श्रद्धा और उत्साह का माहौल देखा गया।

कार्यक्रम के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में कार्यरत कर्मचारियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और उनके साथ उत्सव की खुशियां साझा कीं।

इस अवसर पर एबीवीपी कॉलेज अध्यक्ष आयुष दुबे बिजरावन, उपाध्यक्ष मोहित सारस्वत, कुनाल गोस्वामी, सिविल प्रमुख देव समाधिया, आकाश धाकड़, तकनीक महाविद्यालय प्रमुख शौर्य प्रताप राजावत, एसएफएस प्रमुख गिर्राज सिंह परमार, सह प्रमुख नवीन सिंह यादव, सी.आर. जीत शर्मा, आयुष शर्मा और आदित्य दंडोतिया सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के सफल संचालन से पूरे कॉलेज परिसर में भक्ति, ऊर्जा और उत्सव का वातावरण व्याप्त रहा।