SHIVPURI NEWS: दिपावली पर भोपाल और इंदौर का 600 प्रतिशत तक बढ़ गया प्राइवेट बसों का किराया

Bhopal Samachar

शिवपुरी। पूरे देश में दीपावली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती हैं,वहीं दीपावली के इस पावन अवसर पर लोगों के लिए खुशी नहीं बल्कि एक दुख भरी खबर हैं, किसी विद्यार्थी या आमजन को शिवपुरी से इंदौर, भोपाल या ग्वालियर जाना है, तो उन्हें बस संचालकों को दो से तीन गुना एवं कई बसों में तो चार गुना तक किराया देना होगा। जिले से इन महानगरों में दौड़ रही बसों पर परिवहन विभाग का कोई कंट्रोल नहीं है, क्योंकि उनका कहना है कि अधिकांश बसें केंद्र सरकार के ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट के हिसाब से चल रही है। वह अपने हिसाब से किराया तय कर सकती है।

आम दिनों में जहां शिवपुरी से इंदौर एसी स्लीपर बस का किराया 500 रुपए है तो वहीं दीपावली के त्योहार पर बस संचालकों ने मनमानी के चलते किराया बढ़ा दिया है। अगर यात्री 16 अक्टूबर को सफर करेगा तो उसे 2500 रुपए, 17 अक्टूबर को सफर करेगा तो 1800 रुपए, 18 अक्टूबर या उसके बाद सफर करेगा तो उसे 3 हजार से 4 हजार रुपए तक किराया देना होगा। इतना ही नहीं अगर गजराज ट्रेवल्स कंपनी की बस से किसी यात्री को 18 अक्टूबर को इंदौर जाना पड़े तो उसे 3 हजार रुपए तक चुकाना पड़ेंगे। जबकि शिवपुरी से इंदौर की दूरी महज 390 किमी है।

2 हजार से अधिक किराया मांग रहे बस संचालक

लोगों का आरोप है कि त्योहार की भीड़ का फायदा उठाते हुए बस संचालकों ने किराया दोगुना से अधिक बढ़ा दिया है। परिवहन विभाग द्वारा तय किराया दरों को पूरी तरह नजरअंदाज कर यात्रियों से मनमानी वसूली जारी है। फिर भी विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। 19 अक्टूबर को शिवपुरी से दिल्ली जाने वाली कमला कंपनी की बस में अब अक्टूबर को शिवपुरी से इंदौर का बताया 3 हजार रुपए किराया। त्योहार को देखते हुए यात्रियों को 1996 रूपए एवं भारत बेंज कंपनी की बस में 2500 रुपए तक देना पड़ रहे हैं। मजबूरी के चलते कई यात्रियों ने तो बढ़े हुए दामों पर भी टिकट खरीद लिए है। जबकि आम दिनों शिवपुरी से दिल्ली का किराया 800 रुपए निर्धारित है। ऑनलाइन टिकट साइट्स पर भी यही बढ़े हुए रेट दिखाई दे रहे हैं।

बाहर रहने वाले छात्रों सहित यात्रियों में नाराजगी

इंदौर में पढ़ाई कर रहीं छात्रा महक परिहार ने बताया कि मैंने 18 अक्टूबर को शिवपुरी से इंदौर जाने के लिए ब्लू सिटी बस में टिकट बुक करना चाहा तो उन्हें 2529 रुपए, गजराज ट्रेवल्स कंपनी की एससी बस में 3 हजार रुपए, कृष्णा बस में 1728 रुपए और एसकेटी कंपनी की बस में 2350 रुपए किराया बताया। छात्र सुनील तोमर ने बताया कि मैंने 19 अक्टूबर को शिवपुरी से ग्वालियर जाने के लिए कृष्णा बस में टिकट कराना चाहा तो उन्हें महज 116 किमी का 1728 रुपए किराया, एसकेटी राधिका ट्रेवल्स की बस में 2350 रुपए, शताब्दी ट्रैवल्स में 1350 रुपए, राज कल्पना बस में 2299 रुपए, इंटरसिटी ट्रेवल्स में एक हजार रुपए बताया गया। इस वजह से यात्रियों में परिवहन विभाग एवं बस संचालकों के खिलाफ जमकर नाराजगी व्याप्त हो गई है।

नियमानुसार बसों का सामान्य किराया 1.25 रुपए प्रति किलोमीटर तय है। लग्जरी बसों के लिए किराया 25 प्रतिशत से 75 प्रतिशत तक अधिक स्खा जा सकता है। साल 2021 में जारी आदेश के अनुसार, डीलक्स (नॉन एसी), एसी - स्लीपर और सुपर लग्जरी कोच पर रात का कोई अतिरिक्त प्रभार नहीं लिया जा सकता।

कि अगर किसी यात्री से तय दर से अधिक किराया वसूला जा रहा है तो वह नजदीकी परिवहन कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकता है। अगर वहां कोई सुनवाई नहीं होती तो टिकट को बतौर सबूत दिखाकर उपभोक्ता फोरम में याचिका दायर कर अपनी राशि वापसी एवं बस संचालक पर वैधानिक कार्रवाई की मांग कर सकता है।

ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट पर जो बसें चल रही हैं, वे किराए से मुक्त हैं। शासन किराया निर्धारित नहीं कर सकता। अधिकतर बसें शिवपुरी से इंदौर एवं अन्य महानगरों में चलने वाली टूरिस्ट परमिट पर हैं। क्योंकि बस परमिट मिलना आसान नहीं है। केंद्र सरकार नियम बना सकती है, हम कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।
रंजना कुशवाहा, आरटीओ, शिवपुरी