लापरवाही की 7 घटनाएं, कार्बेट पटाखा बंदूक आतिशबाजी से 3 के कॉर्निया जलीं

Bhopal Samachar

शिवपुरी। दीपावली के दौरान आतिशबाजी से झुलसने के कई मामले सामने आए हैं। तीन दिनों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से घायल लोगों को अस्पतालों में इलाज के लिए लाया गया। जिला अस्पताल में आठ लोग पहुंचे, जिनमें से चार की हालत गंभीर होने पर भर्ती किया गया। मेडिकल कॉलेज में भी एक बच्ची को भर्ती किया गया है। प्राइवेट अस्पतालों में भी जलने और आंखों में चोट के कई मरीज पहुंचे हैं। कार्बेट पटाखा बंदूक से झुलसने और अनार फटने की घटनाएं सबसे अधिक रही हैं। तीन लोगों की आंखों की कॉर्निया तक जलने की जानकारी मिली है।

19 अक्टूबर को बड़ौदी इंडस्ट्री एरिया में असावधानी से छोड़े गए पटाखे से एक युवक का अंगूठा जख्मी हो गया, जबकि दो अन्य युवकों की आंखें झुलस गईं। आतिशबाजी के दौरान लापरवाही और मानकों की अनदेखी इन घटनाओं का मुख्य कारण मानी जा रही है। स्थिति यह रही कि मेडिकल स्टोर पर जलन से राहत देने वाली क्रीम, जैसे बरनोल आदि की मांग बढ़ने से स्टॉक खत्म हो गया।

दीपावली के दौरान प्लास्टिक पाइप से बनाई गई देसी बंदूक और पटाखों के चलते आंख झुलसने के कई मामले सामने आए। ऐसवाया निवासी धर्मेंद्र रावत की आंख तब झुलस गई जब घर पर बनाई बंदूक तार फेंसिंग में फंसने से चल गई। आर्यन यादव माचिस से चलने वाला पटाखा बोतल में रखकर चला रहा था, जिससे धुआं आंख में चला गया। बामौर गांव में पटाखा बंदूक से राजा चिढ़ार की आंख घायल हुई। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश चतुर्वेदी ने बताया कि आतिशबाजी से आंखें झुलसने के 7 मरीज आए हैं, जिनमें 3 की कॉर्निया जल गई है।