शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में वर्तमान समय में राजनीति का शिकार हो चुकी है,पार्षदों के गायत्री शर्मा के भ्रष्टाचार के जाप के कारण सीएमओ इशांक धाकड सस्पेंड हो चुके है,इस कारण नगर पालिका का प्रभार एसडीएम शिवपुरी राजावत के पास है। नगर पालिका को एसडीएम को नापने का अनुभव नहीं होने के कारण लगातार शहर के हालत बिगड रहे है। शहर कूड़े के ढेर पर विराजमान हो चुका है,वही शिवपुरी में कचरा उठाने वाले वाहनों की कमी है,इसलिए शहर के आधे वार्डो से कचरा नहीं उठ रहा है।
शिवपुरी नगर पालिका के 39 वार्डो के लिए डोर टू डोर कचरा उठाने के लिए 34 कचरा वाहन है,इनमे से 19 वाहन खराब होकर नगर पालिका में खडे है,कचरा वाहन के कचरा होने के कारण 19 में से 10 वार्डो मे कचरा वाहन महीनों से नही पहुंचे है। ऐसे में घर-घर से कचरे का उठाव नहीं हो पा या रहा और लोग घरों का कचरा रोड केवल खुले में गंदगी फैल रही है, बल्कि स्वच्छता अभियान को भी फ्लीता लग रहा है। बताया गया है कि इन कचरा वाहनों से लेकर नगर पालिका के अन्य वाहनों की मरम्मत का एक साल के लिए ठेका हुआ है, लेकिन मिस्त्री को भी पिछले 3 महीने का 7 लाख का भुगतान न होने से खराब वाहनों की मरम्मत का काम बंद पड़ा है। ऐसे में कचरा संग्रहण की पूरी व्यवस्था ही चौपट पड़ी है।
जानकारी के मुताबिक वैसे तो नगर पालिका में कुल 39 वार्ड है और हर वार्ड में एक वाहन के हिसाब से कम से कम 39 वाहन होने चाहिए। इसके अलावा अन्य तरीके से सफाई व्यवस्था को सही रखने के लिए 11 वाहन अलग से होकर कुल 50 वाहनों की आवश्यकता नगर पालिका को पर इसके उलट नपा में केवल 34 वाहन है और उनमें से भी 19 खराब है।हालत में है। ऐसे में शहर के 10 से से नहीं पहुंचे और लोग कचरा खुले में फेंक रहे है।
हर रोज 2 से तीन वाहन होते है खराब
बताया जा रहा है कि नपा के कुल 34 वाहनों पर जो चालक है, उनमें केवल 10 ही चालक है। बाकी वाहन सफाई कर्मचारी चलाते है। ऐसे में जो चालक हैं, वह तो कचरा वाहनों को सही तरह से चलाते हैं। वही सफाई कर्मचारी उल्टे-सीधे तरीके से वाहन चलते हैं। ऐसे में हर दिन दो से तीन वाहन खराब होते हैं और इतने ही वाहनों को मिस्त्री हर रोज सही करने का काम करता है। इसके बाद भी हालात सही नहीं है और आज की स्थिति में कुल 19 वाहन खराब है और अब मिस्त्री ने भुगतान न होने के कारण वाहनों की मरम्मत करना बंद कर दी
इन वाडौँ में महीनों से नहीं गए कचरा वाहन
शहर के वार्ड 9, 10, 13, 14, 17, 18, 19, 20, 31, 36 आदि में कई दिन से कचरा गाड़ी पूरी तरह से जाना बंद है। इसके अलावा कुछ ऐसे वार्ड हैं जहां पर एक या दो दिन छोड़कर ही कचरा गाड़ी पहुंच रही है। इन 10 से अधिक वार्डों के लोग कचरा फेंकने के लिए परेशान हैं और वे मजबूरी में घरों का कचरा मुख्य मार्गों से लेकर चौराहों पर फेंक देते हैं। इससे शहर में गंदगी फैल रही है और शहर की सुंदरता पर भी ग्रहण लग रहा है।
दोपहर में भी कचरा करते हैं एकत्रित
नगर पालिका में सफाई का काम संभाल रहे अधिकारी ने बताया कि जिन वार्डों में वह सुबह कचरा वाहन नहीं पहुंच पाते। उन वार्डों में दोपहर या शाम को कचरा वाहन भेजे जाते हैं, लेकिन लोग तब तक लोग कचरे इधर-उधर फेंक देते हैं और वाहनों को रिस्पांस नहीं देते। इसलिए उन वार्डों की हालत खराब है और वहां के लोग कचरा वाहन का इंतजार ही करते रहते हैं।
नहीं हो रहा भुगतान
तीन माह से करीब 7 रुपए का भुगतान नहीं हुआ। ब 7 लाख अभी तक मैं अपनी पूंजी लगाकर काम कर रहा था, लेकिन 1 सितंबर से हमने काम करना बंद कर दिया हैं। अधिकारियों ने बोला था कि वह भुगतान कर देंगे, लेकिन नहीं किया। अब जब भुगतान होगा, तब ही वाहनों की मरम्मत की जाएगी।
संजय झा, विजय इंजीनियरिंग वर्क्स, वाहनों मरम्मत करने वाला ठेकेदार
यह बोले जिम्मेदार
यह बात सही है कि हमारी कई कचरा गाड़ी खराब हालत में हैं। हमने मरम्मत करने वाले ठेकेदार से स्पष्ट बोल दिया है कि सभी गाड़ी सही कर दें तो हम भुगतान कर देंगे। अब वह काम ही नहीं कर रहा तो भुगतान कैसे होगा। बाकी हम प्राइवेट तरीके से वाहनों को सही करवाने की कार्रवाई करवाते हैं। आगे चलकर कुछ नए वाहन भी खरीदे जाएंगे।
आनंद राजावत, एसडीएम व प्रभारी सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी
शिवपुरी नगर पालिका के 39 वार्डो के लिए डोर टू डोर कचरा उठाने के लिए 34 कचरा वाहन है,इनमे से 19 वाहन खराब होकर नगर पालिका में खडे है,कचरा वाहन के कचरा होने के कारण 19 में से 10 वार्डो मे कचरा वाहन महीनों से नही पहुंचे है। ऐसे में घर-घर से कचरे का उठाव नहीं हो पा या रहा और लोग घरों का कचरा रोड केवल खुले में गंदगी फैल रही है, बल्कि स्वच्छता अभियान को भी फ्लीता लग रहा है। बताया गया है कि इन कचरा वाहनों से लेकर नगर पालिका के अन्य वाहनों की मरम्मत का एक साल के लिए ठेका हुआ है, लेकिन मिस्त्री को भी पिछले 3 महीने का 7 लाख का भुगतान न होने से खराब वाहनों की मरम्मत का काम बंद पड़ा है। ऐसे में कचरा संग्रहण की पूरी व्यवस्था ही चौपट पड़ी है।
जानकारी के मुताबिक वैसे तो नगर पालिका में कुल 39 वार्ड है और हर वार्ड में एक वाहन के हिसाब से कम से कम 39 वाहन होने चाहिए। इसके अलावा अन्य तरीके से सफाई व्यवस्था को सही रखने के लिए 11 वाहन अलग से होकर कुल 50 वाहनों की आवश्यकता नगर पालिका को पर इसके उलट नपा में केवल 34 वाहन है और उनमें से भी 19 खराब है।हालत में है। ऐसे में शहर के 10 से से नहीं पहुंचे और लोग कचरा खुले में फेंक रहे है।
हर रोज 2 से तीन वाहन होते है खराब
बताया जा रहा है कि नपा के कुल 34 वाहनों पर जो चालक है, उनमें केवल 10 ही चालक है। बाकी वाहन सफाई कर्मचारी चलाते है। ऐसे में जो चालक हैं, वह तो कचरा वाहनों को सही तरह से चलाते हैं। वही सफाई कर्मचारी उल्टे-सीधे तरीके से वाहन चलते हैं। ऐसे में हर दिन दो से तीन वाहन खराब होते हैं और इतने ही वाहनों को मिस्त्री हर रोज सही करने का काम करता है। इसके बाद भी हालात सही नहीं है और आज की स्थिति में कुल 19 वाहन खराब है और अब मिस्त्री ने भुगतान न होने के कारण वाहनों की मरम्मत करना बंद कर दी
इन वाडौँ में महीनों से नहीं गए कचरा वाहन
शहर के वार्ड 9, 10, 13, 14, 17, 18, 19, 20, 31, 36 आदि में कई दिन से कचरा गाड़ी पूरी तरह से जाना बंद है। इसके अलावा कुछ ऐसे वार्ड हैं जहां पर एक या दो दिन छोड़कर ही कचरा गाड़ी पहुंच रही है। इन 10 से अधिक वार्डों के लोग कचरा फेंकने के लिए परेशान हैं और वे मजबूरी में घरों का कचरा मुख्य मार्गों से लेकर चौराहों पर फेंक देते हैं। इससे शहर में गंदगी फैल रही है और शहर की सुंदरता पर भी ग्रहण लग रहा है।
दोपहर में भी कचरा करते हैं एकत्रित
नगर पालिका में सफाई का काम संभाल रहे अधिकारी ने बताया कि जिन वार्डों में वह सुबह कचरा वाहन नहीं पहुंच पाते। उन वार्डों में दोपहर या शाम को कचरा वाहन भेजे जाते हैं, लेकिन लोग तब तक लोग कचरे इधर-उधर फेंक देते हैं और वाहनों को रिस्पांस नहीं देते। इसलिए उन वार्डों की हालत खराब है और वहां के लोग कचरा वाहन का इंतजार ही करते रहते हैं।
नहीं हो रहा भुगतान
तीन माह से करीब 7 रुपए का भुगतान नहीं हुआ। ब 7 लाख अभी तक मैं अपनी पूंजी लगाकर काम कर रहा था, लेकिन 1 सितंबर से हमने काम करना बंद कर दिया हैं। अधिकारियों ने बोला था कि वह भुगतान कर देंगे, लेकिन नहीं किया। अब जब भुगतान होगा, तब ही वाहनों की मरम्मत की जाएगी।
संजय झा, विजय इंजीनियरिंग वर्क्स, वाहनों मरम्मत करने वाला ठेकेदार
यह बोले जिम्मेदार
यह बात सही है कि हमारी कई कचरा गाड़ी खराब हालत में हैं। हमने मरम्मत करने वाले ठेकेदार से स्पष्ट बोल दिया है कि सभी गाड़ी सही कर दें तो हम भुगतान कर देंगे। अब वह काम ही नहीं कर रहा तो भुगतान कैसे होगा। बाकी हम प्राइवेट तरीके से वाहनों को सही करवाने की कार्रवाई करवाते हैं। आगे चलकर कुछ नए वाहन भी खरीदे जाएंगे।
आनंद राजावत, एसडीएम व प्रभारी सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी