शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पोहरी नगर में स्थित पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की जर्जर बिल्डिंग शुक्रवार को अचानक धराशायी हो गई। गनीमत यह रही कि हादसे के समय बिल्डिंग के अंदर कोई मौजूद नहीं था, वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
लंबे समय से जर्जर हालत में खड़ी थी बिल्डिंग
यह बिल्डिंग कई सालों से जर्जर हालत में खड़ी थी और लंबे समय से उपयोग में नहीं लाई जा रही थी। आसपास के लोगों ने बताया कि बारिश और नमी की वजह से दीवारों में दरारें पड़ चुकी थीं, लेकिन इसके बावजूद समय रहते जिम्मेदार विभाग ने कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाया। आज अचानक पुरानी दीवारें भरभराकर गिर गईं और पूरा ढांचा जमींदोज हो गया।
बिल्डिंग के अंदर नहीं था कोई मौजूद,हादसा टला
स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली कि हादसा दिन में हुआ और मौके पर न तो मरीज थे और न ही कोई कर्मचारी। यदि यह बिल्डिंग रात के समय या भीड़भाड़ के वक्त गिरती तो जनहानि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था।
अधिकारियों से पहले ही कर दी थी शिकायत
ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों को पहले ही इस जर्जर भवन को हटाकर सुरक्षित जगह खाली कर देनी चाहिए थी। लोगों ने मांग की है कि अब तुरंत मलबा हटाया जाए और नए स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जाए ताकि ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
निष्कर्ष: पोहरी में पुराना सीएचसी भवन गिरने से भले ही बड़ी घटना टल गई हो, लेकिन इस हादसे ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। अब देखना होगा कि अधिकारी इस ओर कितनी गंभीरता से कदम उठाते है