शिवपुरी। सतनवाड़ा कलां गांव की रियासी बस्ती में मगरमच्छों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में एक और मगरमच्छ गांव में घुस आया, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। यह मगरमच्छ वन विभाग के रेंज कार्यालय के सामने, सहायक सचिव सतीश अग्रवाल के घर और डॉ नरेश चौधरी की क्लीनिक के पास मिला। इस खबर के फैलते ही मगरमच्छ को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाए गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग ने ही पास के सतनवाड़ा-कांकर तालाब में मगरमच्छ छोड़े थे, जिसके कारण ये मगरमच्छ अब आबादी वाले क्षेत्रों में आ रहे हैं। यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ दिन पहले भी डॉ. सुरेश जैन के घर के पास एक मगरमच्छ मिला था, जिसे बाद में वन विभाग की टीम ने सुरक्षित स्थान पर छोड़ा था।
रेस्क्यू टीम ने मगरमच्छ को पकड़ा
आज की घटना के बाद, वन विभाग की रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची और इस मगरमच्छ को भी पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले गई। गांव में लगातार हो रही इन घटनाओं से लोग डरे हुए हैं और वन विभाग से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग कर रहे हैं।
शिवपुरी जैसी स्थिति
पहले शिवपुरी जिले के अन्य हिस्सों में मगरमच्छों के रिहायशी इलाकों में आने की खबरें आती थीं, लेकिन अब सतनवाड़ा कलां गांव भी इस मामले में पीछे नहीं है। यहां भी लगातार हो रही घटनाएं लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।
ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाए गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग ने ही पास के सतनवाड़ा-कांकर तालाब में मगरमच्छ छोड़े थे, जिसके कारण ये मगरमच्छ अब आबादी वाले क्षेत्रों में आ रहे हैं। यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ दिन पहले भी डॉ. सुरेश जैन के घर के पास एक मगरमच्छ मिला था, जिसे बाद में वन विभाग की टीम ने सुरक्षित स्थान पर छोड़ा था।
रेस्क्यू टीम ने मगरमच्छ को पकड़ा
आज की घटना के बाद, वन विभाग की रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची और इस मगरमच्छ को भी पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले गई। गांव में लगातार हो रही इन घटनाओं से लोग डरे हुए हैं और वन विभाग से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग कर रहे हैं।
शिवपुरी जैसी स्थिति
पहले शिवपुरी जिले के अन्य हिस्सों में मगरमच्छों के रिहायशी इलाकों में आने की खबरें आती थीं, लेकिन अब सतनवाड़ा कलां गांव भी इस मामले में पीछे नहीं है। यहां भी लगातार हो रही घटनाएं लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।