शिवपुरी। नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा का तख्तापलट करने वाली लड़ाई में अब एक नया घटनाक्रम सामने आ गया है। बगीचा सरकार वाले पार्षर्दो के दल मे में दरार आ गई है और पिछले 3 साल से अध्यक्ष का पुरजोर विरोध करने वाली नगर पालिका की उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास अब उनके पक्ष में खड़ी दिखाई दी। बगीचा सरकार पर नगर सरकार का तख्तापलट करने वाले 22 पार्षदों में से 18 ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर के समक्ष अपने हस्ताक्षर के सत्यापन करा लिए,वही उपाध्यक्ष ने अपने हस्ताक्षर सत्यापन नही कराए और अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने का आवेदन कलेक्टर शिवपुरी को कर दिया।
बडा दुख दिया राम जी,खाई थी कसम जो निभाई नही
इस घटनाक्रम के कारण सोशल पर पोस्ट वायरल हो रही है कि बडा दुख दिया राम जी,खाई थी कसम जो निभाई नही। दरअसल नगर सरकार में जो गृहयुद्ध चल रहा था उसकी अगुवाई उपाध्यक्ष पति रामजी व्यास ही कर रहे थे,उनके पुत्र बगीचा सरकार पर कसम खाने के लिए पार्षदों के साथ गए थे।
यह बोले रामजी
तय हुआ था कि अविश्वास प्रस्ताव वापस लेकर इस्तीफा देंगे
रविवार को सभी पार्षदों की बैठक में डिटेल चर्चा हुई थी। यह तय हुआ था कि अविश्वास प्रस्ताव वापस लेकर इस्तीफा देंगे। सभी ने इस्तीफे के लेटर भी बनवा लिए और हस्ताक्षर कराए थे। पीडीएफ बनाकर मैंने भाजपा जिलाध्यक्ष जसवंत जाटव को भेज दी थी। ओमी जैन से बात हुई थी कि दोपहर 2 बजे चलेंगे और सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे। जो बात हुई थी, उसके अनुसार इस्तीफे नहीं दिए। मैं पार्षद तारा चंद्र और पार्षद पति इस्माइल के साथ अविश्वास प्रस्ताव वापसी का आवेदन कलेक्टर को सौंपा आया। -
रामजी व्यास, उपाध्यक्ष सरोज व्यास के पति
यह वाले विरोधी दल से टूटे तारा चंद्र
एक दिन पहले हम पार्षदों की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव वापस लेकर इस्तीफे देने की बात हुई थी। हम सभी के साइन भी करा लिए थे। लेकिन सोमवार को अचानक निर्णय बदल लिया और कलेक्ट्रेट जाकर हस्ताक्षर सत्यापन करवा लिए।
तारा चंद्र राठौर, भाजपा पार्षद
जो बिकाऊ हैं, सो बिक गए हैं
खुलकर कह रही हूं कि दो बिकाऊ है, सो बिक गए हैं। हमारी पार्टी ऐसे पार्षदों पर कार्रवाई करेगी। हमारी पार्टी की तरफ से हमारे ऊपर कोई दबाव नहीं है। हम सब पार्षद एक साथ हैं। जय बगीचा सरकार की। - शशि शर्मा, नेता प्रतिपक्ष, नपा शिवपुरी
यह बोला बगीचा सरकार वाला दल
कल इस्तीफे की सोच रहे थे, सुबह बहुमत से निर्णय लिया और हस्ताक्षर सत्यापन करा दिए। 18 ने हस्ताक्षर सत्यापन करा लिए। जिसे हस्ताक्षर सत्यापन नहीं कराना है, वह अपना नाम वापस ले ले। अविश्वास प्रस्ताव वापसी का आवेदन दे दिया, यह छह है। मंगलवार को कलेक्टर के पास जाएंगे, वापसी आवेदन के हस्ताक्षर सत्यापन की मांग रखेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव वापसी का आवेदन आया है
12 पार्षदों के नाम से एक अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने का आवेदन कुछ पार्षदों ने दिया है। जो हमें देर शाम प्राप्त हुआ। वहीं 22 में से 18 पार्षदों के हस्ताक्षर वेरीफाई हुई हैं। अब इस संबंध में मंगलवार को निर्णय लेंगे।
बडा दुख दिया राम जी,खाई थी कसम जो निभाई नही
इस घटनाक्रम के कारण सोशल पर पोस्ट वायरल हो रही है कि बडा दुख दिया राम जी,खाई थी कसम जो निभाई नही। दरअसल नगर सरकार में जो गृहयुद्ध चल रहा था उसकी अगुवाई उपाध्यक्ष पति रामजी व्यास ही कर रहे थे,उनके पुत्र बगीचा सरकार पर कसम खाने के लिए पार्षदों के साथ गए थे।
यह बोले रामजी
तय हुआ था कि अविश्वास प्रस्ताव वापस लेकर इस्तीफा देंगे
रविवार को सभी पार्षदों की बैठक में डिटेल चर्चा हुई थी। यह तय हुआ था कि अविश्वास प्रस्ताव वापस लेकर इस्तीफा देंगे। सभी ने इस्तीफे के लेटर भी बनवा लिए और हस्ताक्षर कराए थे। पीडीएफ बनाकर मैंने भाजपा जिलाध्यक्ष जसवंत जाटव को भेज दी थी। ओमी जैन से बात हुई थी कि दोपहर 2 बजे चलेंगे और सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे। जो बात हुई थी, उसके अनुसार इस्तीफे नहीं दिए। मैं पार्षद तारा चंद्र और पार्षद पति इस्माइल के साथ अविश्वास प्रस्ताव वापसी का आवेदन कलेक्टर को सौंपा आया। -
रामजी व्यास, उपाध्यक्ष सरोज व्यास के पति
यह वाले विरोधी दल से टूटे तारा चंद्र
एक दिन पहले हम पार्षदों की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव वापस लेकर इस्तीफे देने की बात हुई थी। हम सभी के साइन भी करा लिए थे। लेकिन सोमवार को अचानक निर्णय बदल लिया और कलेक्ट्रेट जाकर हस्ताक्षर सत्यापन करवा लिए।
तारा चंद्र राठौर, भाजपा पार्षद
जो बिकाऊ हैं, सो बिक गए हैं
खुलकर कह रही हूं कि दो बिकाऊ है, सो बिक गए हैं। हमारी पार्टी ऐसे पार्षदों पर कार्रवाई करेगी। हमारी पार्टी की तरफ से हमारे ऊपर कोई दबाव नहीं है। हम सब पार्षद एक साथ हैं। जय बगीचा सरकार की। - शशि शर्मा, नेता प्रतिपक्ष, नपा शिवपुरी
यह बोला बगीचा सरकार वाला दल
कल इस्तीफे की सोच रहे थे, सुबह बहुमत से निर्णय लिया और हस्ताक्षर सत्यापन करा दिए। 18 ने हस्ताक्षर सत्यापन करा लिए। जिसे हस्ताक्षर सत्यापन नहीं कराना है, वह अपना नाम वापस ले ले। अविश्वास प्रस्ताव वापसी का आवेदन दे दिया, यह छह है। मंगलवार को कलेक्टर के पास जाएंगे, वापसी आवेदन के हस्ताक्षर सत्यापन की मांग रखेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव वापसी का आवेदन आया है
12 पार्षदों के नाम से एक अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने का आवेदन कुछ पार्षदों ने दिया है। जो हमें देर शाम प्राप्त हुआ। वहीं 22 में से 18 पार्षदों के हस्ताक्षर वेरीफाई हुई हैं। अब इस संबंध में मंगलवार को निर्णय लेंगे।
रवींद्र कुमार चौधरी, कलेक्टर शिवपुरी