शिवपुरी। शहर सहित अंचल भर में इस बार हुई तेज बारिश से खरीफ फसलों में खासा असर देखने को मिल रहा है। अधिक बारिश के कारण जहां सोयाबीन की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है, वहीं यदि 5 से 10 दिन में बारिश नहीं रुकी तो उड़द, मूंग व तिल की भी बोवनी नहीं हो पाएगी। हालांकि इस बारिश से मक्का व धान की फसल को कोई नुकसान नहीं है। लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भरा होने के कारण खरीफ फसलों की बोवनी भी लक्ष्य का 50 फीसदी ही हो सकी है। इस बार सोयाबीन का रकबा कम हो गया है।
एक जून से लेकर 15 जुलाई तक शहर सहित अंचल भर में जिले की औसत बारिश 644.47 मिमी है। औसत बारिश का पूरा आंकड़ा होने में महज 171.83 मिमी शेष है। जिले की नदी-नाले से लेकर रपटे उफान पर है और खेतों में पानी भरा हुआ है। इस बारिश से जहां रबी की फसल अच्छी होने की बात सामने आ रही है, लेकिन खरीफ फसलों पर बारिश का असर साफ देखा जा रहा है।
लगातार बारिश के कारण सोयाबीन तो लगभग पूरी खराब हो चुकी है और 10 दिन के अंदर पानी नहीं रुका तो खरीफ की जो फसल उड़द, मूंग व तिल शेष बची है. वह भी नहीं हो पाएगी। बारिश से जो फसलें खराब हुई है, उनका सर्वे कलेक्टर के आदेश पर शुरू हो गया है।
जिले भर में खरीफ फसलों के लिए 4 लाख 40 हजार हेक्टेयर के रकबे का लक्ष्य निर्धारित किया था। इसमें से अभी तक महज 50 फीसदी अर्थात २ लाख २० हजार हेक्टेयर में ही फसलों की बुवाई हो पाई है। इसमें से भी मक्का व मूंगफली है जो कि ठीक ठाक स्थिति में है, जबकि सोयाबीन जिसका लक्ष्य 80 हजार हेक्टेयर रखा गया था। उसमें से महज 23 हजार हेक्टेयर में बुवाई हुई थी और इसमें से भी खेतों में पानी भर जाने से अधिकांश खराब होने को है।
मूंगफली एक लाख 90 हजार हेक्टेयर में होना थी, जिसमें से 81 हजार हेक्टेयर में बोवनी हो चुकी है, शेष में अभी होना बाकी है। धान 45 हजार हेक्टेयर में होनी है जिसमें से धान रोपने का काम जारी है। तेज बारिश से धान व मक्का को कोई विशेष नुकसान नहीं है। अब खरीफ में केवल उड़द 25 हजार हेक्टेयर व मूंग 3500 हेक्टेयर में होना है। अगर 10 दिन में बारिश नहीं रुकी तो इनकी बोवनी नहीं हो पाएगी।
बारिश से प्रभावित हो रही खरीफ फसल
जिले में लगातार हो रही तेज बारिश से खरीफ फसलें बुरी तरह से प्रभावित हुई है। सोयाबीन तो लगभग पूरी खराब हो गई है। केवल मक्का व धान में कोई ज्यादा नुकसान नहीं है। अगर 5 से १० दिन में बारिश नहीं रुकी तो उड़द, मूंग व तिल की भी बोवनी नहीं हो पाएगी। इस बार जिले में अभी तक महज 40 फीसदी बोवनी हुई है। उसमें से भी जहां खेतों में पानी भरा है, वहां की सोयाबीन, खराब हो गई है। कलेक्टर साहब के आदेश पर खराब फसल का सर्वे जारी है।
पान सिंह करोरिया, उप संचालक, कृषि शिवपुरी।