SHIVPURI NEWS - गायत्री के युग में गांधी जी के इन तीनों बंदरों की मुद्रा:बगीचा सरकार के दल का बल बडा

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका शिवपुरी में गायत्री युग चल रहा है। इस गायत्री के युग में प्रतिदिन विवादो की खबर निकलती है। अब इस गायत्री के युग को समाप्त करने की पार्षदों ने भक्त शिरोमणि हनुमान की शपथ ली है। अब लगता है कि पार्षदों के साथ भी राम भक्त हनुमान देने लगे है क्यो की गायत्री देवी ने अपनी किचिन केबीनेट से पीआईसी से गौरव सिंघल को आउट कर दिया और एक निर्दलीय पार्षद को जगह दी है। इस घटना से अब बगीचा सरकार के दल का बल बड गया है।  

पीआईसी में हुए इस फेरबदल से नगर पालिका का सियासी माहौल फिर गरमा गया है। ऐसे में पीआईसी से हटाए गए भाजपा पार्षद गौरव सिंघल ने पार्षद विजय शर्मा और पार्षद नीलम के पति अनिल बघेल के साथ गांधी जी के बंदर रूपी प्रतीकात्मक फोटो सोशल मीडिया पर डालकर विरोध जताया। बता दें कि वार्ड 37 के भाजपा पार्षद गौरव सिंघल पीआईसी में तीन साल से थे। वे राजस्व शाखा के प्रभारी थे।

गांधी जी वाले बंदर की मुद्रा मे फोटो किया वायरल
इसमें यह तीनों गांधी जी के तीन बंदर की तरह आंखें, कान और मुंह बंद किए हुए दिखे। इस फोटो से तीनो ने संदेश देने का प्रयास किया कि बुरा मत बोलो, बुरा मत कहो, बुरा मत सुनो। इन तीनों का कहना है कि यह संदेश नपा में भ्रष्टाचार को लेकर है कि कुछ भी गलत हो, कुछ मत बोलो। गलत होता रहे, मत देखो। गलत का पता चले तो मत सुनो। बताया गया है कि देर रात करीब 12 पार्षद सिंघल के समर्थन में उनके घर पहुंचे।

गायत्री युग में अंधा कानून चल रहा हैं
पार्षद पति अनिल बघेल पति अनिल बघेल ने कहा कि नगर पालिका में अंधा कानून चल रहा है। भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी पर न बोलने का अधिकार है न सुनने का अधिकार है, और गलती पर चुप हम रह नहीं सकते। यही संदेश बंदर रूप में दिया है।

सुझाव देना शायद उन्हें पसंद नहीं था
वार्ड क्रमांक 37 के पार्षद गौरव सिंघल ने कहा- मैंने तो हमेशा परिषद में उनका (अध्यक्ष का) साथ दिया। पीआईसी मेंबर रहकर हर सप्ताह बैठक करने की बात कही लेकिन अच्छे सुझाव देना शायद उन्हें पसंद नहीं था। मैंने बंदर के प्रतीक रूप में यह बताया है कि हर सच बात पर चुप रहो। जहां तक पीआईसी में न पहुंचने की बात है तो शहर से बाहर होने की वजह से पीआईसी की बैठक में नहीं पहुंच सका। आउट ऑफ स्टेशन रहने की वजह से फोन बंद हो गया। मेरे कार्यकाल में आज तक कोई दाग नहीं लगा है। मुझे पीआईसी से क्यों हटाया है, मुझे भी कुछ समझ नहीं आ रहा।

लोग चुप रहे,बोले बिंदास
वार्ड 20 के पार्षद विजय शर्मा बिंदास ने कहा कि पहले हम जब नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ सामूहिक रूप से एकत्रित होकर बगीचा सरकार गए थे, तब गौरव सिंघल पीआईसी सदस्य थे। वे तब हमारे साथ नहीं थे। वे अब हमारे साथ हैं।  पार्षद सिंघल को पीआईसी से हटाना अध्यक्ष के रवैये को दर्शाता है। उनके रवैये से पता चलता है कि सब लोग सच देख कर भी चुप रहें कुछ ना बोलें, और सही को ना सुनें।