SHIVPURI NEWS - आंखो पर एंट्री का चश्मा, भद्द पिटी प्रशासन की, मीडिया की एंट्री से 360 डिग्री पर घूम गया मामला

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील में खनन माफियाओं के द्वारा माइनिंग इंस्पेक्टर के द्वारा जब्त वाहनों को छीनने का मामला पिछले 24 घंटो से सुर्खियों में बना हुआ है। इस मामले में प्रशासन की जमकर किरकिरी हुई है। मीडिया ने इस मामले में एंट्री कर 360 डिग्री घूमा दिया। इस कारण किरकिरी बने इस मामले 4 लोगों की 24 घंटे में गिरफ्तारी कर अपनी पीठ थपथपाने का काम किया है,लेकिन अगर थाना प्रभारी के यहां एंट्री वाला चश्मा ना चढा होता तो यह सीन क्लीयर दिखाई दे रहा था,लेकिन मीडिया को स्वस्थ लोकतंत्र और कानून का पालन कराने के लिए एंट्री करना पड़ा,लेकिन अभी इस अवैध उत्खनन और इस घटना को अंजाम देने वाला लाल टीशर्ट वाले की एंट्री थाने में नहीं हुई है।

पहले आप समझे घटनाक्रम को
रविवार दोपहर माइनिंग विभाग की टीम को सूचना मिली कि सिंध नदी के रिताई घाट पर अवैध रेत खनन हो रहा है। टीम ने मौके पर दबिश देकर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक हाइड्रा मशीन जब्त की। जब टीम इन्हें लुकवासा चौकी ले जा रही थी, तभी रास्ते में 10-15 अज्ञात लोग पहुंचे और टीम को धमकाकर वाहन छुड़ा ले गए। बाद में जब टीम शिकायत के लिए चौकी पहुंची तो वहां भी राजनीतिक दबाव के चलते उन्हें लौटना पड़ा।

मीडिया एंट्री से माफियाओ का खेल बिगडा
इस घटनाक्रम के सबसे पहले वीडियो सामने आए,मीडियाकर्मियो ने सोशल पर यह वीडियो वायरल कर दिए। समाचार कवरेज के लिए माइनिंग इंस्पेक्टर और लुकवासा चौकी प्रभारी शिखा तिवारी को कॉल किए जाने लगे,लेकिन अधिकांश मीडियाकर्मियो के फोन रिसीव नही हो रहे थे। इधर मीडिया के सूत्र बोलने लगे की,माइनिंग इस्पेक्टर सोनू श्रीवास को माफिया सत्ताधारी नेताओ के दम पर इस्पेक्टर को डरा रहे है राजीनाम का प्रेशर क्रिएट किया जा रहा है,कुल मिलाकर लुकवासा चौकी में सोनू श्रीवास की नही सुनी गई और उन्है बैंरग भेज दिया गया।

लेकिन,मामला मीडिया ने पहुंचा दिया था कलेक्टर के पास  
यह मामला कलेक्टर शिवपुरी के पास पहुंच चुका था,बाद में रात को कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी और एसपी अमन सिंह राठौड़ के हस्तक्षेप के बाद माइनिंग इंस्पेक्टर दोबारा चौकी पहुंचे और एफआईआर दर्ज करवाई,लेकिन वह भी अज्ञात में,फिर माफियाओ को बचाने का प्रयास किया,लेकिन इस मामले में लगातार वायरल हो रहे वीडियो ने लुट कारित करने वाले लोगो की एंट्री को दिखा दिया,इसलिए इनकी पहचान उजागर हो गई।

पहले आप समझे घटनाक्रम को
रविवार दोपहर माइनिंग विभाग की टीम को सूचना मिली कि सिंध नदी के रिताई घाट पर अवैध रेत खनन हो रहा है। टीम ने मौके पर दबिश देकर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक हाइड्रा मशीन जब्त की। जब टीम इन्हें लुकवासा चौकी ले जा रही थी, तभी रास्ते में 10-15 अज्ञात लोग पहुंचे और टीम को धमकाकर वाहन छुड़ा ले गए। बाद में जब टीम शिकायत के लिए चौकी पहुंची तो वहां भी राजनीतिक दबाव के चलते उन्हें लौटना पड़ा।

मीडिया एंट्री से माफियाओ का खेल बिगडा
इस घटनाक्रम के सबसे पहले वीडियो सामने आए,मीडियाकर्मियो ने सोशल पर यह वीडियो वायरल कर दिए। समाचार कवरेज के लिए माइनिंग इस्पैक्टर और लुकवासा चौकी प्रभारी शिखा तिवारी को कॉल किए जाने लगे,लेकिन अधिकांश मीडियाकर्मियो के फोन रिसीव नही हो रहे थे। इधर मीडिया के सूत्र बोलने लगे की,माइनिंग इस्पेक्टर सोनू श्रीवास को माफिया सत्ताधारी नेताओ के दम पर इस्पेक्टर को डरा रहे है राजीनाम का प्रेशर क्रिएट किया जा रहा है,कुल मिलाकर लुकवासा चौकी में सोनू श्रीवास की नही सुनी गई और उन्है बैंरग भेज दिया गया।

लेकिन,मामला मीडिया ने पहुंचा दिया था कलेक्टर के पास  
यह मामला कलेक्टर शिवपुरी के पास पहुंच चुका था,बाद में रात को कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी और एसपी अमन सिंह राठौड़ के हस्तक्षेप के बाद माइनिंग इंस्पेक्टर दोबारा चौकी पहुंचे और एफआईआर दर्ज करवाई,लेकिन वह भी अज्ञात में,फिर माफियाओ को बचाने का प्रयास किया,लेकिन इस मामले में लगातार वायरल हो रहे वीडियो ने लुट कारित करने वाले लोगो की एंट्री को दिखा दिया,इसलिए इनकी पहचान उजागर हो गई।

शिखा तिवारी पर टॉस्क,लेकिन लाल टीशर्ट वाले एंट्री नही हुई
इस मामले मे जब लुकवास पुलिस की पोल खुल गई,वरिष्ठ अधिकारियो के मामले के सज्ञान में आने के बाद लुकवासा चौकी प्रभारी शिखा तिवारी ने इस मामले को टॉस्क बनाया और  माफियाओं ने जब्त वाहन छुड़वा लिए। मामले में पुलिस ने वीडियो के आधार पर 6 लोगों की पहचान की थी जिनमें से चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इनमें राजकुमार उर्फ बडारी रघुवंशी निवासी अनंतपुर, जितेन्द्र लोधी निवासी ग्राम भाटी, विनय उर्फ कल्लाम रघुवंशी निवासी जूर, मनीष सेन निवासी, अनंतपुर शामिल है। पुलिस ने राजकुमार रघुवंशी से सोलिस कंपनी का ट्रैक्टर और मनीष सेन से जॉनडियर कंपनी का हाइड्रा वाहन भी जब्त किया है। वहीं धर्मेन्द्र यादव और कृष्णा सेन की पहचान भी हुई जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

मेडम की आंखो पर एंट्री का चश्मा
यह ट्रैक्टर और हाइड्रा मशीन लुकवासा चौकी के पास से लूटे गए थे,इस घाट पर प्रतिदिन अवैध उत्खनन होता है और सभी रेत से भरे अवैध वाहन चौकी के सामने ही निकलते है,इस कारण ही एंट्री के नंबर वाला चश्मा इस कांड को देख नहीं पा रहा था। थाने में सोनू श्रीवास की फरियाद ध्यान नही दिया जा रहा था,लेकिन मीडिया की धमाकेदार एंट्री ने माफियाओं की चलने नहीं दी और मामले ने तूल पकड़ लिया।   इस मामले में जब लुकवासा पुलिस की पोल खुल गई,वरिष्ठ अधिकारियों के मामले को संज्ञान में आने के बाद लुकवासा चौकी प्रभारी शिखा तिवारी ने इस मामले को टास्क बनाया और  माफियाओं ने जब्त वाहन छुड़वा लिए। मामले में पुलिस ने वीडियो के आधार पर 6 लोगों की पहचान की थी जिनमें से चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इनमें राजकुमार उर्फ बडारी रघुवंशी निवासी अनंतपुर, जितेन्द्र लोधी निवासी ग्राम भाटी, विनय उर्फ कल्लाम रघुवंशी निवासी जूर, मनीष सेन निवासी, अनंतपुर शामिल है। पुलिस ने राजकुमार रघुवंशी से सोलिस कंपनी का ट्रैक्टर और मनीष सेन से जॉन डियर कंपनी का हाइड्रा वाहन भी जब्त किया है। वहीं धर्मेन्द्र यादव और कृष्णा सेन की पहचान भी हुई जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

सत्ता की रेत के उत्खन्न में एंट्री का खेल
कोलारस विधानसभा में रेत के उत्खन्न मे भारतीय जनता पार्टी के नेताओ की एंट्री है। सत्ताधारी और प्रशासन के स्थानीय लोग मिलकर यह खेल खेलते है। इस सीन में कुछ ऐसा ही हुआ था। जब्त किए गए ट्रैक्टर-ट्राली व हाइड्रा छुड़ा लिए। इसके बाद जब माइनिंग विभाग की टीम कार्रवाई के लिए जब लुकवासा चौकी पहुंची तो वहां पर रेत माफिया व कथित नेता दुर्जन सिंह भी पहुंच गया। माइनिंग की टीम को डरा धमका कर बिना कार्रवाई किए वहां से बैरंग लौटा दिया।

माइनिंग इंस्पेक्टर को कुचलने का किया था प्रयास
जो वीडियो सोमवार को सामने आई हैं, उसमें रेत माफिया ने पहले ट्राली के डाले के लाक खोलकर हाइवे पर रेत को फैलाने का प्रयास किया, लेकिन बाद में रेत को फैलाए बिना ही वह ट्रैक्टर-ट्राली को छुड़ाकर ले जाते हुए नजर आ रहे है। एक अन्य वीडियो में माफिया माइनिंग इंस्पेक्टर पर हाइड्रा चढ़ाने का प्रयास करता हुआ दिखाई दे रहा है, हालांकि बाद में वह माइनिंग इंस्पेक्टर के बिल्कुल पास से हाइड्रा को निकालकर ले गया, ताकि अधिकारी दहशत में आ जाएं। माफिया वीडियो में फोन पर अपने आका को माइनिंग इंस्पेक्टर के संबंध में यह कहते हुए भी सुनाई दे रहा है कि सोनू ज्यादा नाटक दे रहा है।