अतुल जैन। बामौरकला। शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के बामौरकला थाना सीमा में बीती मंगलवार की रात एक गारमेंट्स की दुकान को आग ने अपनी चपेट में लिया है। इस आगजनी की घटना में व्यापारी ने 1.25 करोड़ का नुकसान बताया है। यह आग ने देखते देखते ही इतना विकराल रूप धारण कर लिया की 3 फायर बिग्रेड इस आग पर काबू नहीं पा सके। व्यापारी का निवास दुकान के ऊपर था इस कारण इस दो मंजिला मकान में सबकुछ जल कर राख हो गया,मकान भी आग के कारण छतिग्रस्त हो चुका है।
जानकारी के अनुसार परदेशीपुरा निवासी विवेक गुप्ता की 'संस्कार रेडीमेड गारमेंट्स' नाम से कपड़ों की दुकान है। वे अपने परिवार के साथ दुकान के ऊपर बने मकान में निवास करते हैं। विवेक गुप्ता का बेटा संस्कार प्रतिदिन की तरह रात 8 बजे दुकान बंद कर चला गया था। रात लगभग 9:15 पर बामौरकला कस्बे में निवास करने वाले मनोज गुप्ता दुकान के आगे से निकले थे,उन्हें दुकान की शटरो से धुआं निकलते हुए देखा। उन्होंने तत्काल इस आगजनी की सूचना दुकान मालिक विवेक गुप्ता को दी।
इस सूचना पर विवेक तत्काल अपनी पूरी फैमिली को लेकर नीचे उतर और शटर खोलकर देखा तो दुकान को आग ने पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया था। इस आगजनी की सूचना तत्काल पुलिस को दी। फायर बिग्रेड को भी सूचित किया गया। बताया जा रहा है कि जब दुकान में आग भडक रही थी उस समय बिजली नहीं आ रही थी। दुकान के पड़ोसियों ने अपने घरो में रखा पानी आग पर फेंकना शुरू कर दिया था,लेकिन यह पानी काफी नहीं हो रहा था। कपड़े की दुकान में रखा कपड़ा पेट्रोल की तरह जल रहा था। अगर इस समय बिजली आ रही होती तो लोग अपने बोर चालू कर इस आग पर पानी डाल सकते थे लेकिन वह निसहाय होकर अब आग का भड़कते हुए देख रहे थे।
बताया जा रहा है फायर बिग्रेड मौके पर 1 घंटे बाद पहुंची। जब तक पिछोर,खनियाधाना और चंदेरी की फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची जब तक आग ने पूरे मकान को अपनी चपेट ले लिया था। अभी आग लगने के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को आग की वजह माना जा रहा है। पुलिस ने मौके का मुआयना कर आगजनी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
व्यापारी विवेक गुप्ता ने बताया कि उनकी दुकान में लगभग 60 लाख रुपए का माल था और 20 लाख रुपए का फनीर था। इसके अतिरिक्त दुकान और घर में रखे 3 लाख रुपए और घर में रखा सोने चांदी के गहने भी राख हो गए। पूरी गृहस्थी का सामान जल गया कुल मिलाकर सवा करोड रुपए इस आग में स्वाहा हो गए। अगर घटना के समय लाइट आ रही होती तो इतना नुकसान नहीं होता कई सारे बोर चालू हो जाते और आग इतनी नहीं भडकती। फायर बिग्रेड को आने में एक घंटे का समय लगा और लाइट नहीं होने के कारण बोर भी चालू नहीं हो सके। इस कारण आग ने भंयकर रूप धारण कर लिया और पूरे मकान को अपने चपेट में ले लिया।
जानकारी के अनुसार परदेशीपुरा निवासी विवेक गुप्ता की 'संस्कार रेडीमेड गारमेंट्स' नाम से कपड़ों की दुकान है। वे अपने परिवार के साथ दुकान के ऊपर बने मकान में निवास करते हैं। विवेक गुप्ता का बेटा संस्कार प्रतिदिन की तरह रात 8 बजे दुकान बंद कर चला गया था। रात लगभग 9:15 पर बामौरकला कस्बे में निवास करने वाले मनोज गुप्ता दुकान के आगे से निकले थे,उन्हें दुकान की शटरो से धुआं निकलते हुए देखा। उन्होंने तत्काल इस आगजनी की सूचना दुकान मालिक विवेक गुप्ता को दी।
इस सूचना पर विवेक तत्काल अपनी पूरी फैमिली को लेकर नीचे उतर और शटर खोलकर देखा तो दुकान को आग ने पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया था। इस आगजनी की सूचना तत्काल पुलिस को दी। फायर बिग्रेड को भी सूचित किया गया। बताया जा रहा है कि जब दुकान में आग भडक रही थी उस समय बिजली नहीं आ रही थी। दुकान के पड़ोसियों ने अपने घरो में रखा पानी आग पर फेंकना शुरू कर दिया था,लेकिन यह पानी काफी नहीं हो रहा था। कपड़े की दुकान में रखा कपड़ा पेट्रोल की तरह जल रहा था। अगर इस समय बिजली आ रही होती तो लोग अपने बोर चालू कर इस आग पर पानी डाल सकते थे लेकिन वह निसहाय होकर अब आग का भड़कते हुए देख रहे थे।
बताया जा रहा है फायर बिग्रेड मौके पर 1 घंटे बाद पहुंची। जब तक पिछोर,खनियाधाना और चंदेरी की फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची जब तक आग ने पूरे मकान को अपनी चपेट ले लिया था। अभी आग लगने के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को आग की वजह माना जा रहा है। पुलिस ने मौके का मुआयना कर आगजनी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
व्यापारी विवेक गुप्ता ने बताया कि उनकी दुकान में लगभग 60 लाख रुपए का माल था और 20 लाख रुपए का फनीर था। इसके अतिरिक्त दुकान और घर में रखे 3 लाख रुपए और घर में रखा सोने चांदी के गहने भी राख हो गए। पूरी गृहस्थी का सामान जल गया कुल मिलाकर सवा करोड रुपए इस आग में स्वाहा हो गए। अगर घटना के समय लाइट आ रही होती तो इतना नुकसान नहीं होता कई सारे बोर चालू हो जाते और आग इतनी नहीं भडकती। फायर बिग्रेड को आने में एक घंटे का समय लगा और लाइट नहीं होने के कारण बोर भी चालू नहीं हो सके। इस कारण आग ने भंयकर रूप धारण कर लिया और पूरे मकान को अपने चपेट में ले लिया।