शिवपुरी। शिवपुरी शहर के व्यापारी फार्म गेप ऐप की मदद लेकर नियमो का धज्जियां उडा रहे है,इसमें सीधी सीधी भागीदारी मंडी सचिव विश्वनाथ जाटव की भी है। मंडी के बहार व्यापारी को माल खरीदने के लिए व्यापारी और किसान को फार्म गेप ऐप की मदद लेनी होगी। शिवपुरी शहर की फर्म अधर्व फ्रुड प्रोडक्ट और गंगा दाल मिल के 2 सौदा पत्रक सामने आए है इसमें किसानों ने उपज बेची है,इस सौदा पत्रक में 300 क्विटल सरसो और 500 क्विंटल मूंगफली बेचने का उल्लेख है।
इसमें किसान के नाम और मोबाइल नंबर भी अंकित है। इन मोबाइल नंबरो पर बातचीत की गई तो एक सौदा पत्रक में व्यापारी ने अपना माल स्वयं को बेच दिया और एक सौंदा पत्रक के मोबाइल नंबर पर बातचीत की तो सामने वाले ने बताया कि मैं कभी शिवपुरी जिले मे आया ही नहीं हूं और मेरे यहां सरसो का उत्पादन ही नही होता है।
ऐसे समझे इस मामले को,स्वयं ने बैची स्वयं का फसल
गंगा दाल मिल फर्म ने फार्म गेट ऐप की मदद से शिवपुरी के किसान सक्षम से 500 क्विंटल मूंगफली का सौदा 4 हजार रुपए प्रति क्विंटल से किया था। इस सौदे की टोटल रकम 20 लाख रुपए किसान सक्षम को नगद के रूप में दी है,इस किसान का मोबाइल नंबर 9589327100 अंकित था। यह सब जानकारी फार्म गेट ऐप के सौदे पत्रक (24-2-2025) मे दर्ज की गई है। इस सौदे की सत्यता को जानने के लिए किसान सक्षम को फोन लगाया तो सबसे पहला आश्चर्य यह हुआ कि टू कॉलर पर गंगा दाल मिल का नाम डिस्प्ले हुआ।
फोन उठने पर बातचीत की सक्षम से ही बात हुई। उससे पूछा गया कि आपने गंगा दाल मिल पर 500 क्विंटल मूंगफली बेची है तो उसने बताया कि हॉ मैने मूंगफली बेची है और मेरी बैराड और शिवपुरी में जमीन है। कितनी जमीन है इसका जबाब नही दिया। जब उनसे कहा गया कि आपने अपनी फसल स्वयं को बेच दी है क्योंकि आपके टू कॉलर पर नाम गंगा दाल मिल ही आया है,इतना सुनते ही सामने से फोन कट हो गया।
इस सौदा पत्रक पर एक सवाल का जन्म होता है कि क्या शिवपुरी मे इतने बड़े किसान है कि 500 क्विंटल मूंगफली की पैदावार हुई है इतना बड़ा किसान सीधे व्यापारी के गोदाम पर आया और माल बेच दिया। 500 क्विंटल वजन के लिए पूरा ट्रक लोड करना होता है,वह भी 50 टन का। इस सौदे पत्रक में अंकित डिटेल ने फर्जी कांड की असलियत उजागर कर दी। इसमें 20 लाख रुपए नगद देना बताया गया है नियमानुसार 2 लाख रुपए से अधिक का पेमेंट बैंक के द्वारा दिए जाने के नियम है।
अथर्व फ्रुड प्रोडक्ट के किसान ने शिवपुरी नही देखी
इसी प्रकार अथर्व फ्रुड प्रोडक्ट ने फार्म गेट ऐप की मदद से शिवपुरी में रहने वाले किसान अंश से 300 क्विंटल सरसो का सौदा 5256 रुपए प्रति क्विटल से किया है। सौदा पत्रक में 157680 रुपए नगद देना उल्लेख किया है। वही किसान अंश का मोबाइल नंबर 9644505094 भी अंकित किया गया है। इस नंबर पर फोन लगाया गया बात करने पर सामने वाले ने कहा कि मेरा नाम है और मे बालोद जिले का रहने वाला हूं मैने शिवपुरी का नाम पहली बार सुना है और मे कभी शिवपुरी नही गया और मेरे क्षेत्र मे सरसों नही होती है।
कुल मिलाकर व्यापारी छोटे छोटे किसानो से हजारों क्विंटल माल सीधे अपने गोदाम पर खरीद करते और एक सौदा पत्रक 7 दिन मे काट देते है,किसान की तौल सही हुई है, कितना माल बेचा गया इसका सीधा आंकड़ा मंडी प्रबंधन के पास नहीं होता है। बताया जा रहा है कि शिवपुरी के व्यापारी मात्र 25 प्रतिशत माल का ही सौदा पत्रक भर रहे है और टैक्स की चोरी कर रहे है।
मंडी सचिव विश्वनाथ का भ्रष्टाचार कलेक्टर तक पहुंचा था
बीते मंगलवार की जनसुनवाई के हम्मालों ने कलेक्टर शिवपुरी के पास शिकायत की थी मंडी सचिव सीधे व्यापारी को माल गोदाम पर खरीदवा रहे है जिससे मंडी में उपज कम आ रही है जिससे हमें काम नहीं मिल रहा है।
सौदा पत्रक में बिना मंडी के सचिव की सहमति के भ्रष्टाचार संभव नहीं
फॉर्म ऐप गेट से सौदा करने के लिए किसान का किसान ऐप से पंजीयन होना आवश्यक है। किसान अपनी फसल की प्रविष्टि फार्म ऐप गेट पर करता है,व्यापारी फार्म ऐप गेट से किसानों की प्रविष्टि चेक करते हुए भाव लगता है। किसान और व्यापारी मे सौदा पक्का होने के बाद किसान अपना माल लेकर व्यापारी के गोदाम पर पहुचता है और माल के वजन अनुसार व्यापारी भुगतान पत्रक बनाता है जो सीधे संबंधित कृषि उपज मंडी के मंडी सचिव की लॉगिंग आईडी पर दर्ज हो जाता है,उक्त भुगतान पत्रक का सत्यापन मंडी सचिव के द्वारा किए जाने पर ही सौदा पूर्ण होता है।
लेकिन शिवपुरी में व्यापारी छोटे छोटे टुकड़े में किसानों से माल खरीदते है ओर सात दिन मे एक सौदा पत्रक भरते है। मंडी सचिव की मिलीभगत से इस सौदा पत्रक ओर भुगतान पत्रक को एनओसी मिल जाती है। अगर इस मामले की गहन छानबीन की जाए तो एक मोबाइल नंबर पर हज़ारो क्विंटल उपज की खरीद मिल जाऐगाी।
इनका कहना है
शिवुपरी शहर के व्यापारियो के फर्जी सौदा पत्रक सामने आए है,सभी व्यापारियों के साल भर के सौदा पत्रको और भुगतान पत्रको के लिए जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है,शीघ्र ही शिवपुरी जांच दल पहुंचेगा और इन सभी सौदा पत्रको और भुगतान पत्रको की जांच की जाऐगी।
सुरेश कुमार कुम्हरे,संयुक्त संचालक मंडी बोर्ड ग्वालियर