शिवपुरी। शिवपुरी शहर में अपनी जड़े जमा चुके झोलाछाप डॉक्टरो पर बीते रोज प्रशासन के दल ने कार्यवाही को अंजाम दिया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषिश्वर को फिजिकल थाने के पास महज 50 मीटर की दूरी में तीन झोलाछाप डॉक्टर द्वारा क्लीनिक संचालन की शिकायत मिली। उक्त शिकायत पर उन्होंने गुरुवार को जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अल्का त्रिवेदी के नेतृत्व में जिला मलेरिया अधिकारी लालजू शाक्य, डा सौरभ तरवरिया, सुनील जैन, सोमनाथ गौतम का छापामार दल गठित किया।
उक्त दल ने तीन हिस्सों में बंटकर एक साथ खान क्लीनिक, गायत्री क्लीनिक व विकास क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई की। तीनों क्लीनिकों पर झोलाछाप डॉक्टर एएस खान, लता मलिक व जितेंद्र वर्मा अवैध रूप से मरीजों का उपचार करते हुए मिले। खास बात यह थी कि छापामार दल ने जब उक्त तीनों डॉक्टरों से उनकी चिकित्सा संबंधी डिग्री, डिप्लोमा व स्वास्थ्य विभाग में रजिस्ट्रेशन संबंधी दस्तावेज मांगे तो तीनों में से कोई भी एक भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा पाया। तीनों क्लीनिकों पर मरीजों का न सिर्फ उपचार किया जा रहा था बल्कि उन्हें भर्ती कर ड्रिप भी लगाई जा रही थीं।
लता मलिक के क्लीनिक पर तो छापामार दल को माइनर ऑपरेशन में उपयोग किए जाने औजार भी मिले। जो इस बात का द्योतक थे कि वहां पर उनके द्वारा माइनर ऑपरेशन भी किए जा रहे थे। अमले ने तीनों क्लीनिकों को सील कर दिया है। इसके अलावा तीनों क्लीनिकों पर मिली दवाओं को भी जब्ती में लिया है ताकि उनका दुरूपयोग न हो सके।
इनका कहना हैं
हमने तीनों क्लीनिकों को सील कर दिया है। तीनों क्लीनिकों के
संचालकों को दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। अगर यह दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा पाते हैं तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
डा संजय ऋषिश्वर सीएमएचओ शिवपुरी।