KUNO NATIONAL PARK में चीतो के बाडे के आसपास गर्मी कम करने के लिए कर रहे है सिंचाई,पढिए क्यो

Bhopal Samachar

भोपाल। भीषण गर्मी के बीच, कूनो नेशनल पार्क में निर्वा ने पांच शावकों को जन्म दिया है। पार्क प्रबंधन के लिए अब इन शावकों को स्वस्थ बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि जिले मैं अत्यधिक गर्मी पड़ती है, और चीता शावक गर्मी को सहन नहीं कर सकते। पिछले कुछ वर्षों में गर्मी के कारण तीन शावकों की मौत हो चुकी है।

इसलिए, पार्क प्रबंधन ने पिछले साल की रणनीति को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिसके तहत शावकों और चीतों को गर्मी से बचाने के लिए बाड़े के आसपास के क्षेत्र में लगातार सिंचाई की जा रही है, ताकि गर्मी का प्रभाव कम से कम हो। अधिकारियों का कहना है कि शावकों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए मां का दूध ही उनका मुख्य सुरक्षा कवच होगा, और पहले 45 दिनों तक माँ ही शावकों का पूरा ध्यान रखेगी। वर्तमान में, बाड़े में 12 चीते हैं, जिनमें से 7 शावक हैं, जबकि एक भारतीय मादा चीता मुखी है। इसके अलावा, 17 चीते खुले जंगल में स्वच्छंद रूप से घूम रहे हैं।

निगरानी बढ़ाई, पर बाड़े के अंदर जाने पर रोक
कूनो नेशनल पार्क में निर्वा के शावक होने के बाद उसके बाड़े की निगरानी बढ़ा दी गई है, लेकिन बाड़े के अंदर प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया है। ताकि निर्वा शावकों की सुरक्षा को लेकर टेंस न हो और वह शावकों को शिफ्ट करने का प्रयास न करे।

नदी से ला रहे पानी
गर्मी के चलते नदी में पानी का प्रवाह कम हो गया है, लेकिन कूनो पार्क प्रबंधन ने पिछले सालों में ही पानी के खासे प्रबंध कर लिए हैं। उन्हीं के जरिए नदी से पानी लिफ्ट करके इन वाड़ों तक ला रहे हैं और सिंचाई करते हुए गर्मी में भी जिले को हरा-भरा रखने का काम कर रहे हैं।

पिछले साल का पैटर्न है
शावकों के बाड़े के अंदर कुछ भी अलग से नहीं किया जाएगा। जो भी कुछ करना होगा, मां करेगी। बाहर वही सिंचाई करते हुए जंगल को हरा-भरा बनाए रखने का प्रयास रहेगा। गत वर्षों में उसके सुखद परिणाम आए थे। -
उत्तम कुमार शर्मा, सीसीएफ, कूनो नेशनल पार्क, श्योपुर