नरवर। शिवपुरी जिले के नरवर कस्बे के अंतर्गत आने वाले ग्राम उरवाहा के शासकीय स्कूल में न तो शिक्षक के आने का समय निश्चित है और न ही स्कूल खुलने व बंद होने का यहां शिक्षक अपनी मनमानी कर आते जाते है और समय से पहले ही स्कूल पर ताला लगा दिया जाता है।
जानकारी के अनुसार नरवर शिक्षा विकासखण्ड में संचालित शासकीय स्कूल उरवाहा शासकीय प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ शिक्षक शासन के नियमों को ताक में रख कर मनमर्जी से स्कूल का संचालन कर रहे हैं। इस स्कूल में दो शिक्षक पदस्थ होने के बाद भी एक ही शिक्षक स्कूल में पढ़ाने आते है तथा दूसरे का आना जाना निश्चित नहीं हैं।
इन सब के बाद भी शासन के नियम के अनुसार स्कूल न तो खोला जाता है और न ही बंद किया जाता हैं,शिक्षक कभी 2 बजे तो कभी 3 बजे स्कूल को ताला लगाकर निकल जाते है तथा मध्यान भोजन के समय बच्चों को स्कूल के बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है या कभी भोजन आता भी है तो इसका शासकीय मीनू से कोई लेना देना नहीं है। ग्रामीणों ने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस मामले को आज तक संज्ञान में नहीं लिया कई महीनों से हालत जस के तस बने हुए हैं।
स्कूल के छात्र अरूण व गांव के निवासी जसवंत बघेल ने बताया कि कल स्कूल 11 बजे खुला था और 2 बजे बंद हो गया तथा स्कूल में एक ही सर पढ़ाने आते है व एक सर कभी कभी स्कूल आते है। तथा बच्चों को कभी कभी ही मध्यान भोजन मिलता है।
बीआरसीसी नरवर बीआरसीसी नरवर
कल ही हम दो सदस्यीय जांच दल भेजकर पंचनामा प्राप्त कर बच्चों से पुष्टि कर अगर वास्तव में एसी स्थिती मिलती है तो संबंधित दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।