SHIVPURI NEWS - जीवन में जहर, भाजपा नेता ही करा रहे हैं अवैध उत्खनन @ बामौर के क्रेशर

Bhopal Samachar

एक्सरे ललित मुदगल शिवपुरी। शिवपुरी जिले की बदरवास तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम बामौर में संचालित स्टोन क्रेशरों पर लगातार अवैध उत्खनन किया जा रहा है। बीती 31 मई को प्रशासन की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी,भाजपा नेताओं के द्वारा संचालित क्रेशर पर बड़ी मात्रा में अवैध उत्खनन होना पाया गया। इस क्षेत्र में लगातार विस्फोट किए जाने के कारण गांव के स्कूल की दीवार तक में दरारे आ चुकी है। यह क्रेशर जीवन में जहर खोलने का भी काम कर रहा है।

जीवन में जहर-इसकी भरवाई कैसे

बदरवास तहसील के अंतर्गत ग्राम बामोर में संचालित स्टोन क्रेशर संचालकों द्वारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियम कायदों को ताक पर रखकर काले पत्थर का कारोबार करने का मामला सामने आया है जिसमें नियमानुसार परिसर में वृक्षारोपण तो करना दूर अब तक इन्होंने धूल को रोकने के लिए ना तो मशीनों की स्क्रीन पर एमएस सीट लगाई है और ना ही वाटर स्प्रिंकलर।

ऐसे में रोजाना बड़ी तादाद में क्रेशर ओं से निकलने वाली धूल हवा में घुल कर मजदूरों सहित गांव में रहने वाले लोगों की सेहत को खतरा बन रही है खनिज विभाग के अनुसार ग्राम बामोर में 8 से 10 क्रेशर संचालित है इनमें से अधिकांश क्रेशर संचालक प्रदूषण नियंत्रण यंत्रों के बिना ही क्रेशर ओं का संचालन कर रहे हैं।

धूल से गांव में फैल रही है बीमारी

ग्राम बामोर के ग्रामीणों ने बताया किक्रेटर मशीनों से उड़ने वाली धूल के कारण हर साल उनकी फसल का नुकसान तो होता ही है साथ ही मवेशी भी दम तोड़ रहे।  क्रेशर संचालकों की मनमानी के चलते ग्रामीणों में श्वास की संबंधी बीमारियां फैल रही है और इनके द्वारा स्वीकृत पट्टे से ज्यादा जमीन पर कब्जा किए जाने की वजह से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।

यह है गाइडलाइन

वायु प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण अधिनियम 1981 के संदर्भ में केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड दिल्ली द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार क्रेशर मशीन की स्क्रीन को एमएस सीट से ढककर उसमें सेक्शन पाइप द्वारा धूल बाहर निकाल कर अन्य चेंबर में एकत्रित कर जल छिड़काव करना होता है वही जीरो गिट्टी के अंतिम ड्रॉपिंग बिंदु पर टेलीस्कोपिक सूट स्थापित करना होता है इसके अलावा परिसर में वृक्षारोपण करना और परिसर में धूल जमाना हो इसलिए लगातार सफाई तथा डंप को तार पोलिंग से ढक कर रखना जरूरी है और मजदूरों की सुरक्षा के लिए उन्हें मास्क उपलब्ध कराना अनिवार्य है।

भाजपा के नेताओं का कब्जा

इन क्रेशरों पर भाजपा नेताओं का कब्जा है,यहा लगभग 10 क्रेशर चल रहे है। बीती 31 मई को प्रशासन की टीम ने भाजपा नेता रामेश्वर गुप्ता उर्फ रामू बिंदल के नाम से संचालित बल्लारी माता क्रेशर की जांच की तो 2.87 हेक्टेयर की लीज के अलावा 1 हेक्टेयर निजी कृषि भूमि में अवैध उत्खनन पाया गया था।

नापजोख कराने पर 60 हजार घन मीटर पत्थर का अवैध उत्खनन पाया है। इससे सरकार को रॉयल्टी के रूप में 72 लाख रु. का नुकसान हुआ है। 15 गुना पेनल्टी और इस पर दो गुना एनजीटी लगाकर 20 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना भरना पड़ेगा। मौके से 500 डंपर गिट्टी, 6 हाइवा, एक पोकलेन मशीन जब्त की है। जांच दल ने क्रेशर प्लांट सील कर दिया था।

भाजपा नेता व पूर्व विधायक ओमप्रकाश खटीक के बेटे पूर्व भाजपा महामंत्री राजकुमार खटीक के नाम देवराज एसोशिएट्स एवं दूसरे बेटे नीरज खटीक के नाम स्वीकृत लीज पर पहुंचे थे। यहां जांच के दौरान पाया कि लीज क्षेत्र के बाहर की किसानों की जमीन में घुसकर 14 हजार घन मीटर का अवैध रूप से पत्थर उत्खनन किया जा चुका था।

इस पर टीम के द्वारा प्रकरण बनाया गया, साथ ही उत्खनन में प्रयुक्त 2 डंपर एवं 1 जेसीबी की जब्ती की कार्रवाई की गई है। यही नहीं, बामोर क्रेशर की मिट्टी की ईटीपी देवरीखुर्द नरवर की काटी जा रही थी। 15 हजार घन मीटर की अनुमानित 5 करोड़ पेनाल्टी प्रस्तावित होगी। इसी तरह जांच दल को बामौर में कुशवाह कंस्ट्रक्शन कंपनी का हॉट मिक्स प्लांट अवैध रूप से संचालित मिला। मौके पर 500 घन मीटर गिट्टी स्टॉक में मिली, जिससे जब्त कर लिया है।

कितनी पेनल्टी लगाई गई प्रेस नोट नहीं किया

प्रशासन की टीम ने जब छापा मार कार्रवाई की तो इस कार्रवाई का बिंदुवार प्रेस नोट रिलीज किया था। अवैध उत्खनन पाया गया था इस अवैध उत्खनन पर कितनी पेनल्टी लगाई गई,इस पेनल्टी के मामले का माइनिंग विभाग ने प्रेस नोट जारी नहीं किया,यह पेनल्टी भरी गई की नही इस मामले में अभी कोई अधिकृत रूप से तैयार नही है। कुल मिलाकर भाजपा सरकार अवैध उत्खनन के खिलाफ सख्त है शिवपुरी जिले में भाजपा के नेता ही अवैध उत्खनन में सरकारी रिकॉर्ड में मिल रहे है।