शिवपुरी। शिवपुरी जिले की पिछोर अनुविभाग की खनियाधाना तहसील अपने कामकाज के आंकड़ों के जिले में सबसे पीछे चल रही है। यह हम नहीं बोल रहे यह खनियाधाना तहसील के हुए कामो के आंकड़ों की जांच रिर्पोट हमे बता रहे है। खनियाधाना तहसील के काम को पूरा करने का प्रतिशत जिले के 20 तहसीलदार और नायब तहसीलदार के कार्यक्षेत्र में सबसे कम है।
खनियाधाना तहसील कार्यालय में नामांतरण के मामले के निराकरण का प्रतिशत इस वर्ष का आज दिनांक तक का 42% आया है। वही बटवारा निराकरण के आकडे 45 प्रतिशत आया है। वही सीमांकन का प्रतिशत मात्र 4 है। यह सभी काम किसानों से संबंधित है वही एक और प्रदेश के सीएम किसानों के बंटवारे,सीमाकन और नामांतरण के मामले में तत्काल निपटाने पर जोर दे रहे है,लेकिन लगता है खनियाधाना के राजस्व के अधिकारी तक मध्य प्रदेश के सीएम की यह बात नहीं पहुंचती है।
अगर जिले के सतनवाडा वृत में सबसे अधिक कामकाज हुआ है,इस सतनवाड़ा नायब तहसीलदार कार्यक्षेत्र में 60 प्रतिशत नामांतरण के प्रकरण का आंकड़ा आया है। वही बटवारा निराकरण की बात करे तो बैराड़ तहसील जिले में सबसे अधिक 36 प्रतिशत पर है। सीमाकन प्रकरणो में जिले में सबसे अधिक प्रतिशत करैरा तहसील 79 प्रतिशत है। इस प्रकार तुलना करे तो खनियाधाना में सीमाकन के प्रकरण केवल 4 प्रतिशत पर आकर रुक गई है।
बताया जा रहा है कि खनियाधाना के तहसीलदार शिवम उपाध्याय पिछले 15 दिनो से अवकाश पर चल रहे है वही खनियाधाना के नायब तहसीलदार रामनरेश आर्य इन प्रकरणों का निपटारा नहीं कर रहे है जिससे क्षेत्र की जनता में शासन और प्रशासन के लिए क्रोध उत्पन्न हो रहा है।