शिवपुरी। शिवपुरी जनपद अब राजनीति का आखडा बन गया है,इसकी तस्वीर अब सामने आई है, कुछ दिन पूर्व ग्राम पंचायत खजूरी के सचिव को पीएम जन मन योजना के तहत आवास स्वीकृत के एवज में रिश्वत लेने के आरोप में सस्पेंड कर दिया था,और पंचायत विभाग सचिव को बर्खास्त करने की तैयारी में भी जुट गया था लेकिन अब इस कहानी में नया मोड़ तब आया जब शिकायतकर्ताओं ने शपथ पत्र बनवाकर पंचायत सचिव को क्लीन चिट दे दी है।
शिकायत के लिए जबरदस्ती हस्ताक्षर कराए गए थे
शिकायतकर्ताओं में से आदिवासियों ने अपने-अपने शपथ पत्र जिला पंचायत कार्यालय में जमा कराए हैं। शपथ पत्र में उल्लेख किया गया है कि उनसे शिकायत के लिए जबरदस्ती हस्ताक्षर कराए गए थे। सचिव ने उनसे आवास के नाम पैसे नहीं लिए गए।
बता दें कि खजूरी पंचायत में जन मन आवास के नाम पर रिश्वतखोरी का मामला कुछ दिन पहले सामने आया था। जनपद शिवपुरी की अध्यक्ष हेमलता रावत और उनके पति रघुवीर रावत ने एक प्रेस वार्ता कर खजूरी पंचायत के सचिव रोशन वशिष्ठ पर आरोप लगाया था कि उन्होंने खजूरी गांव में प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना के नाम पर अवैध वसूली की गई है। इसकी शिकायत आदिवासी हितग्राहियों ने की थी। प्रेसवार्ता में शिकायतकर्ताओं की सूची भी जारी की गई थी। जिनसे सचिव और उसके सहयोगी द्वारा रिश्वत ली गई।
जिनके नाम से दर्ज हुई शिकायत उन्हीं ने सौंपे शपथ पत्र
जिन आदिवासी हितग्राहियों की शिकायत पर सचिव खजूरी पंचायत के सचिव रोशन वशिष्ठ को जिला पंचायत सीईओ ने निलंबित किया था। उन्हीं आदिवासी हितग्राहियों ने स्टाम्प पेपर पर शपथ पत्र जिला पंचायत सीईओ को सौंपकर सचिव के निलंबन को रद्द करने की मांग की। इसके अतिरिक्त एक आवेदन भी जिला पंचायत सीईओ को सौंपा।
आवेदन में उल्लेख है कि 11 जून की रात गांव का चौकीदार रामहेत पंचायत कर्मचारी खंड अधिकारी दौलत सिंह जाटव, पीसीओ श्याम लाल जाटव और जिला पंचायत अध्यक्ष हेमलता रावत के पति गुगरीपुरा सरपंच रघुवीर जाटव आए थे। उन्होंने कागजों पर डरा धमका कर अंगूठा एवं हस्ताक्षर करवा लिए थे। शिकायत झूठी है। जबकि पंचायत में लगभग सभी हितग्राहियों के आवास बनकर तैयार हो गए हैं। जानबूझकर शिकायत दर्ज करवाकर सचिव को हटवाया गया है।