शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्व प्रभारी डीन ने मेडिकल कालेज में पदस्थ चिकित्सा अभिलेख अधिकारी की डिग्री फर्जी पाई जाने के बावजूद उसको परिवीक्षा अवधि पूरी की। वह उसे नौकरी करवाते रहे और उक्त व्यक्ति वर्तमान में भी मेडिकल कालेज में नौकरी कर रहा है। इस बात का खुलासा हुआ है मेडिकल कालेज द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्रदान किए गए दस्तावेजों में। समस्त दस्तावेजों के साथ तत्कालीन प्रभारी होन की शिकायत डीएमई को दर्ज कराई गई है।
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर साहब सुबह 9 बजे से 4 बजे के मध्य निजी प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर डी परमहंस ने आदेश जारी कर दिया है। जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि यदि आपके पास एनपीए की पात्रता है तो आप प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे, और यदि पात्रता नहीं ली है तो फिर आप अस्पताल समय के पश्चात प्रैक्टिस कर सकते हैं।
दरअसल मेडिकल कॉलेज में 90 से अधिक डॉक्टर हैं, जो कॉलेज और वहां संचालित होने वाली हॉस्पिटल का संचालन करते हैं, इनमें से अधिकांश डॉक्टर शहर के मुख्य मार्गों पर अपने क्लीनिक संचालन किए हुए हैं। जो दोपहर 2 बजे से लेकर देर रात तक संचालित होते हैं, और कई जगह तो नर्सिंग होम से इन डॉक्टर का कोआर्डिनेशन है।
जिसके चलते हाजिरी लगाकर डॉक्टर पूरे समय मेडिकल कॉलेज से गोल रहते हैं। ऐसे मैं अब नेशनल मेडिकल काउंसलिंग ऑफ इंडिया के आदेश जारी हुए हैं कि डॉक्टर सुबह 9 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक मेडिकल कॉलेज परिसर में ही रहकर सेवाएं देंगे, भले ही वह एनपीए की पात्रता रखते हैं या नहीं।
यदि शाम 4 बजे के बाद वह प्रैक्टिस करना चाहें तो कर सकते हैं, लेकिन निर्धारित समय में यदि डॉक्टर हॉस्पिटल में नहीं पाए जाते तो फिर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक और दंडात्मक दोनों तरह की कार्रवाई की जाएगी। खास बात यह है कि इस तरह के आदेश के जारी हो जाने से अब आम आदमी को बड़ी राहत मिलने वाली है, क्योंकि डॉक्टर - अब मेडिकल कॉलेज में न होने का कोई भी रे बहाना नहीं बना सकेंगे और सुबह 9 बजे से ने शाम 4 बजे तक नियमित रूप से मेडिकल क कॉलेज में ही उपस्थित रहेंगे।
इनका कहना है
मेडिकल कॉलेज में तकरीबन 90 डॉक्टर हैं। जो कार्यरत है, इनमें से एनपीए कितने के पास है और कितने के पास नही है डाटा अभी हम नहीं दे सकते, लेकिन सुबह 9 से शाम 4 बजे तक कोई भी डॉक्टर अब प्रैक्टिस नहीं करेगा, इसके हमने आदेश जारी कर दिए हैं। - डॉ. डी. परमहंस, मेडिकल कॉलेज डीन शिवपुरी