SHIVPURI NEWS - मनहरण की मौत के मामले में शिवपुरी विधायक पहुंचे एसपी शिवपुरी के पास, पढ़िए पूरा मामला

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के अमोला थाना सीमा में बीते 31 मई को मनहरण सैन की मौत संदिग्ध हालात में हो गई थी। परिजनों का आरोप था कि युवक की मौत पानी में डूबने से नही बल्कि उसके दोस्तों ने की है। घटना वाले दिन परिजनो ने चक्का जाम भी कर दिया था। इस मामले को लेकर आज मृतक युवक मनहरण के परिजनों के साथ शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन एसपी शिवपुरी के पास पहुंचे थे।

मनहरण की मौत को लेकर मनहरण के पिता  मुरारीलाल पुत्र स्व.रामदास सैन ने बताया कि 31 मई 2024 को दिन के 11 बजे जब दोनों लडके कटिंग की दुकान पर थे तब प्रमोद धर्मेन्द्र लोधी राहुल जाटव अर्जुन पाल एक अन्य साथी के साथ आये और मेरे छोटे लडके रिंकू के सामने मनहरण को 10 मिनट के लिए साथ चलने की कह कर ले गये। मेरे लड़के रिंकू ने मनहरण को मना किया तो वह लोग बोले की अभी 10 मिनट में आते है।
 
यह कि मेरे छोटे लडके रिंकू ने लगभग 12 बजे के मनहरण के मोबाइल पर फोन लगाया तो उक्त लोगों में से किसी ने कहा कि अभी वह नहा रहा है रिंकू ने मनहरण से बात कराने की बात कही तो उक्त लोगों ने कहा कि थोडी देर मे बात कराये देते है।एक बजे दिन के लगभग मेरे लड़के रिंकू ने मुझे मोबाइल पर फोन लगाकर बताया कि भैया मनहरण का पता नहीं चल रहा है फिर मैंने भी मनहरण के मोबाइल पर फोन किया तो उक्त लोगों ने मुझ से भी यही कहा कि नहा रहा है।

इसके बाद मैंने अपने पुत्र रिंकू को महुअर नदी पर जानकारी लेने हेतु भेजा तो वहां पर न मेरा भाई मिला और न वह लोग मिले फिर इसके थोड़ी देर बाद मेरा लडका रिंकू राहुल जाटव के घर साजौर अपने भाई की जानकारी लेने हेतु गया तब राहुल जाटव ने मेरे भाई का मोबाइल मुझे ले जाने को कहा तब मैंने कहा कि तब मैंने कहा कि भाई के पत्ता चलने के बाद में मोबाइल लेना अथवा पुलिस के मारपत्त लूंगा। अर्जुन पाल के घर साजौर गये तो उसके मॉ बाप ने बताया कि वह गाँव में ही है जब अर्जुन पाल का मोबाइल नम्बर लेकर उससे बात कि तो उसने बताया कि मैं खाटूश्याम निकल गया हूँ।

यह कि मैंने तथा मेरे 10-15 लोगो ने आधी रात तक खोजबीन की किन्तु महुअर नदी के आस-पास कही भी मेरा पुत्र मनहरण नहीं मिला। अगले दिन सुबह पुनः मनहरण की खोज के लिये गये तब महुअर के पुराने रपटे के पास पानी मे मनहरण का शव उतराता हुआ मिला।

फिर अगले दिन सुबह 1 जून 2024 को हम जब रिपोर्ट करने हेतु थाना अमोला पहुँचे तब हमारी रिपोर्ट सीधी 302 की न लिखकर बिना लाश को देखे पुलिस ने मर्ग की कायमी कर दी विशेष बात यह है कि उस समय चारों आरोपी थाने में बैठे थे और धर्मेन्द्र मेरे लड़के मनहरण का लोअर पहने बैठा था ।

पुलिस जब लाश जप्त करने के लिये पहुंची तब वहां लगभग तीन-चार हजार लोग थे सभी लोगों ने उसके शरीर पर आई हुई फोटो को देखा था जिसमें उसकी दाहिनी आँख फूटी हुई थी और आँख के ऊपर गहरा घाव था और उसके खून बह रहा था और मुँह में खून आ रहा था छाती पर दाहिनी तरफ नीले निशान स्पष्ट दिख रहे थे दोनों हाथों में नाखूनों के गहरे निशान दिख रहे थे मुझे ऐसे लग रहा था कि उसको नौचा गया हो,संघर्ष के दौरान निशान आये हो ।

अमोला पुलिस ने उक्त सभी लोगो को उसी समय छोड दिया था और आज तक कोई कार्यवाही आरोपीगण के विरूद्ध नहीं की गई है तथा मेडिकल रिपोर्ट का भी कोई पता नही चल पाया है जबकि पुलिस ने आश्वासन दिया था कि 24 घंटे में रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों को नही छोडा जावेगा। इस मामले को लेकर परिजन एसपी ऑफिस पहुंचे थे और परिजनों के साथ शिवपुरी विधायक भी गए थे।