SHIVPURI NEWS - लोकसभा चुनाव, चेहरे वही पर सुर बदले है, कितना अजीब है यह चुनाव प्रचार, पढ़िए खबर

Bhopal Samachar

शेखर यादव @ शिवपुरी। गुना-शिवपुरी लोकसभा के मतदान की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है,इस चुनाव में कुछ चेहरे वही पर उनके सुर बदले है। अगर 5 साल पुराना सन 2019 का चुनाव देखे तो जो भाजपा के खिलाफ बोल रहा था अब वह कांग्रेस के खिलाफ बोल रहा है और जो कांग्रेस के खिलाफ बोल रहा था अब वह भाजपा के खिलाफ बोल रहा था। जनता अब यह समझ नहीं पा रही है कि नेताजी पहले झूठ बोल रहे थे कि अब

गुना-शिवपुरी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के से कैन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड रहे है। सिंधिया ने सन 2019 का चुनाव इसी सीट से लडा था और वह हार गए थे जब वह कांग्रेस के प्रत्याशी थे। जाहिर है कि जब वह कांग्रेस के झंडे के नीचे चुनाव लड रहे थे वह भाजपा की नेताओ,योजनाएं और घोषणा को कोस रहे होगें। अब सिंधिया भाजपा से चुनाव लड रहे है तो वह कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की गलतियां गिना रहे है।

सिंधिया ने यादव के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला
इस चुनाव प्रचार में एक बात और देखने को मिल रही है कि ज्योतिरादित्य लगातार प्रचार कर रहे है। इस प्रचार में ताबड़तोड़ रैली,रोड शो और आम सभा कर रहे है। सिंधिया के टारगेट पर कांग्रेस और कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व है,लेकिन वह अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी राव यादवेन्द्र सिंह यादव के खिलाफ बोलने से बच रहे है,यह उनकी एक सफल कूटनीति है,लेकिन भाजपा संगठन यादव के खिलाफ एक वीडियो अवश्य पोस्ट की थी उसमें कांग्रेस प्रत्याशी यादव के विरूद्ध अपराधिक रिकॉर्ड को पेश किया था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद राव ने कहा कि विपक्षी नेता उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। उन पर भू-माफिया, चोरी और डकैती के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसा आगे हुआ तो वह पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे।

राव सिंधिया पर कर रहे है लगातार हमले
कांग्रेस प्रत्याशी राव यादवेन्द्र यादव प्रत्येक सभा में सिंधिया पर हमले कर रहे है। कांग्रेस प्रत्याशी ने अपनी सभा में कहा कि एक जमाना हुआ करता था, जब सिंधिया चुनाव में बड़े स्टार प्रचारक हुआ करते थे। प्रदेशों के प्रभारी हुआ करते थे, लेकिन अब वह समय बीत गया, आज सिंधिया जी की जमीन खिसकी हुई है। उन्हें बड़े-बड़े स्टार प्रचारकों की जरूरत पढ़ रही है। आज उनके लिए अमित शाह से लेकर 6 बार सीएम सभा कर चुके हैं। इसके बावजूद अब उन्हें यूपी के सीएम योगी आदित्यानाथ की आवश्यकता पड़ी है। उन्हें और भी स्टार प्रचारकों की जरूरत पड़ेगी,वही यादव ने कहा कि सिंधिया बाहरी प्रत्याशी है।

केपी यादव के बाद राव यादवेंद्र के बने वीरेंद्र सारथी
लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की ओर से चुनाव लड़े डॉ. केपी यादव के साथ रहे पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने सारथी की भूमिका निभाई थी, लेकिन इस चुनाव के बाद सिंधिया भाजपा में चले गए और वीरेंद्र रघुवंशी कांग्रेस में आ गए।

रघुवंशी ने कहा कि उन्हें जैसी जिम्मेदारी जिस भी पार्टी ने सौंपी, उसका उन्होंने निर्वहन किया और आज भी कर रहे हैं। स्थानीय लोग ही विकास कर सकते हैं। वह भाजपा से विधायक रहे, इस दौरान उनके द्वारा अपने छोटे से कार्यकाल में कूनो से जुड़े कई डेम स्वीकृत करा लिए गए, जिससे शिवपुरी जिले के 435 गांव सिंचित होंगे।

लेकिन सिंधिया जी पिछले 20 सालों से सांसद रहे। इससे पहले भी आजादी के बाद से लगभग गुना-शिवपुरी सीट उन्हीं के हाथ में रही। इसके बावजूद कोई विकास नहीं कराया गया। उन्हें राजयसभा से सांसद रहना चाहिए था, जबकि लोकसभा क्षेत्रीय लोगों के लिए छोड़नी चाहिए थी। कुल मिलाकर 5 साल पहले पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने भाजपा का प्रचार किया था लेकिन इस बार वह कांग्रेस का प्रचार कर रहे है। वही पांच साल पहले कांग्रेस के इस बार के लोकसभा के प्रत्याशी भाजपा में थे और वह अवश्य ही सन 2019 के चुनाव मे भाजपा के लिए काम कर रहे होगें,लेकिन इस बार वह भाजपा के खिलाफ बोल रहे है। कुल मिलाकर इस चुनाव में चेहरे वही है लेकिन उनके सुर बदल रहे है।