बदरवास। शिवपुरी जिले के कोलारस अनुविभाग के बदरवास थाना सीमा में आने वाले गांव बसाई गांव में गांव के ही कोटवार के खेत में 6 फुट लंबा मगरमच्छ खेत में देखा गया,नदी से खेत के दौरे पर आए मिस्टर मगरमच्छ की सूचना ग्रामीण एकत्रित हो गए और ग्रामीणों ने मगरमच्छ को रस्सियों से बांधकर बंधक बना लिया। मगरमच्छ के बंधक बनाने की सूचना वन विभाग पहुंचा ओर मगरमच्छ को मुक्त कराया।
जानकारी के मुताबिक कोलारस तहसील के कोटवार कैलाश कुशवाह के खेत में उनके बेटे संतोष कुशवाह ने रविवार रात 8 बजे एक 6 फीट लंबे मगरमच्छ को टहलते देखा था। इसकी सूचना तत्काल संतोष में अपने पिता और ग्रामीणों को दे दी थी। खेत पहुंचे ग्रामीणों ने रस्सियों से मगरमच्छ को बंधक बना लिया था।
वहीं गांव में मगरमच्छ निकलने की सूचना कोटवार ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम को कर दी थी। रात 11 बजे वन अमले की टीम ने मगरमच्छ को ट्रैक्टर-ट्रॉली में डालकर तीन किलोमीटर दूर करई नदी में छोड़ दिया। बताया गया है कि गांव की नरिया (बारिश में बहने वाली छोटी नदी) तीन किलोमीटर दूर करई नदी में जुड़ी है। संभवत: करई नदी से निकलकर मगरमच्छ नरिया के रास्ते खेत में पहुंच गया।
जानकारी के मुताबिक कोलारस तहसील के कोटवार कैलाश कुशवाह के खेत में उनके बेटे संतोष कुशवाह ने रविवार रात 8 बजे एक 6 फीट लंबे मगरमच्छ को टहलते देखा था। इसकी सूचना तत्काल संतोष में अपने पिता और ग्रामीणों को दे दी थी। खेत पहुंचे ग्रामीणों ने रस्सियों से मगरमच्छ को बंधक बना लिया था।
वहीं गांव में मगरमच्छ निकलने की सूचना कोटवार ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम को कर दी थी। रात 11 बजे वन अमले की टीम ने मगरमच्छ को ट्रैक्टर-ट्रॉली में डालकर तीन किलोमीटर दूर करई नदी में छोड़ दिया। बताया गया है कि गांव की नरिया (बारिश में बहने वाली छोटी नदी) तीन किलोमीटर दूर करई नदी में जुड़ी है। संभवत: करई नदी से निकलकर मगरमच्छ नरिया के रास्ते खेत में पहुंच गया।