SHIVPURI NEWS -दरवाजा खुला छोड़ आई, बच्चो के स्कूल को लेकर विवाद, 3 महिलाओं ने जहर खाया

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में पिछले 24 घंटे में तीन लोगों के द्वारा जहर का सेवन करने की खबर मिल रही हैं। तीनो मामले जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों के है। सभी जहर गटकने वाले मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज जारी है।

शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग के बैराड़ थाना सीमा मे आने वाले धौरिया गांव में एक परिवार में पति-पत्नी में सिर्फ इस बात पर झगड़ा हो गया जब पति ने कहा कि बच्चे पढ़ते नहीं है रोज स्कूल भेजा करो। इस बात से नाराज होने के पत्नि ने जहर का सेवन कर लिया।

अपनी पत्नी आशा आदिवासी का जिला अस्पताल में उपचार करा रहे राज कुमार आदिवासी ने बताया कि उसके 4 बच्चे हैं। बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल नहीं जा रहे थे। पूछने पर पत्नी का कहना था कि बच्चे खेलने में लगे रहते हैं। वह स्कूल नहीं जाते हैं। मैने अपनी पत्नी आशा से सख्ती बच्चों को स्कूल भेजने की बात कह दी थी।

इसी बात से नाराज होकर आज सुबह आशा ने जहरीली दवा खा ली थी। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। उसे उल्टियां होना शुरू हो गया था। इसके बाद आशा को अस्पताल में भर्ती कराया था।

दरवाजा खुला छोड आई:भाभी ने खाया जहर
नरवर थाना सीमा में आने वाले गांव सरखडिया गांव में ननद और भाभी में दरवाजा खुला छोडने को लेकर विवाद हो गया। इस विवाद में ननद ने भाभी के मायके वालो के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया इस कारण भाभी ने जहर गटक लिया।

जानकारी के मुताबिक, सरखड़िया गांव में गुरूवार शाम दरवाजे खुला छोड़ने को लेकर 26 वर्षीय ब्रज बघेल का अपनी ननद के साथ विवाद हो गया। दरवाजा खुला छोड़ने पर ब्रज ने अपनी ननद को टोक दिया था। जिसके बाद भड़की ननद ने अपनी ही भाभी को खरीखोटी सुनाते हुए उसके मायके वालों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर दी। इसी बात से दुखी होकर ब्रज ने अपने घर में रखी जहरीली दवा को पी कर सुसाइड करने का प्रयास किया।

शराबी पति से परेशान महिला ने किया जहर का सेवन जिला अस्पताल में भर्ती
खबर जिला अस्पताल से मिल रही है। जहां एक महिला ने अपने पति से शराब पीने से
शिवपुरी जिले के बदरवास थाना सीमा में आने वाले बराई गांव में रहने वाली गायत्री बाई उम्र 32 साल का अपने पति वीर सिंह के शराब पीने के कारण विवाद हो गया। गायत्री अपने पति से शराब का सेवन करने से मना करती थी लेकिन पति शराब पीने चला गया। इससे नाराज होकर गायत्री ने जहर का सेवन कर लिया। जब पति को होश आया तो उसने भाई चंद्रभान को बुलाया और गायत्री को जिला अस्पताल लेकर आया जहां उसका इलाज जारी है।