SHIVPURI के आसमान पर जेट स्ट्रीम, बादल छोड सकते है पानी, यह रहेगी शीत लहर की स्पीड

Bhopal Samachar
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के आसमान में जेट स्ट्रीम सिस्टम के कारण बादल डेरा डाल चुके है और इन बादलो ने अपना काम भी शुरू कर दिया। रविवार की रात 8 बजे के बाद तेज बारिश हुई,इसलिए पारा लुढ़ककर नीचे आ गया,वही शीतलहर चलने के कारण गलन भरी सर्दी का अहसास लोगो होने लगा है। वही इन बादलों के बरसने के कारण गेहूं की फसलों को नुकसान होने की आशंका है।

मौसम के पूर्वानुमान की बात करे तो आज सोमवार को सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने के चांस है,क्योंकि धरती और सूर्यदेव के बीच जेट स्ट्रीम के बादल है,आज सोमवार को यह बादल पानी बरसा सकते है,इस कारण दिन का अधिकतम तापमान 15 डिग्री रहने का अनुमान है वही 5 से 8 किलोमीटर की रफ्तार से शीतलहर चलने का अनुमान है वही मौसम विभाग ने तेज बारिश और तेज आंधी की चेतावनी जारी करते हुए अपनी गाइड लाइन भी जारी की है।

जेट स्ट्रीम क्या होता है
वायुमंडल में 20 से 50000 फीट की ऊंचाई पर किसी विशालकाय सांप की तरह लहरा कर चलने वाली हवाओं को जेट स्ट्रीम कहते हैं। इन हवाओं की स्पीड 150 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। यह पृथ्वी के पश्चिम दिशा से शुरू होती है और पूर्व की तरफ आगे बढ़ती है। यह हवाएं पृथ्वी के वायुमंडल को दो हिस्सों में बांट देती हैं। एक तरफ गर्म हवाएँ होती हैं और दूसरी तरफ ठंडी हवाएं होती हैं। वायुमंडल में दोनों हवाओं के बीच कोई टकराव न हो इसलिए जेट स्ट्रीम दोनों हवाओं के लिए एक लाइन ऑफ कंट्रोल का काम करती है।

6 फरवरी के बाद फिर मौसम बदलेगा
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया, 'वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। बादल राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम और मध्य हिस्से से होते हुए पूरे उत्तरी भारत को प्रभावित करने वाले हैं। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी देखने को मिल रहा है, जो अरब सागर से नमी ला रहा है। इससे मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में असर पड़ेगा। मौसम वैज्ञानिक डॉ. सिंह ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के गुजरने के बाद रात के टेम्प्रेचर में गिरावट होगी। ठंड का हल्का दौर फिर आएगा। 6 फरवरी के बाद फिर मौसम बदलेगा।