शिवपुरी। जब से माधव राष्ट्रीय उधान पार्क में टाइगरों को लाया गया है। तब से लगातार नेशनल पार्क के आस पास के गांव का सर्वे कर गांव को खाली कराने की तैयारी चल रही है। प्रशासन के द्वारा इन गांवों का एक बार सर्वे भी कर लिया है। और सर्वे के आधार पर गांव को खाली कराना है। लेकिन इससे पहले उन्हें सरकार के द्वारा निर्धारित रेंट पर मुआवजा भी दिया जाएगा। इसके लिए आज गांव वालो ने वीरेन्द्र रघुवंशी को एक ज्ञापन सौंपा है।
जानकारी के अनुसार आज माधव नेशनल पार्क के आस पास के ग्राम अर्जुनगंवा,लखन गंवा,हरी नगर, मामोनी और बंधखेडी के गांव के लगभग 30 से 40 लोगों ने कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के निवास पर पहुंचकर उनको एक आवेदन दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है। कि हमें गांव को खाली करने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन सरकार के द्वारा निर्धारित रेंट पर मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।
गांव वालो का कहना है। कि हम उस जमीन पर कई सालो से रह रहे हैं कुछ लागो के पास तो और जमीन भी नहीं है। अगर सरकार हमें यहां से जमीन खाली करने के लिए बोल रही है। तो वह सरकारी नई गाइड के आधार पर मुआवजा भी दे।
सरकार के नये नियम से दिया जाए मुआवजा
गांव के रहने वाले देवेंद्र सिंह परिहार उर्फ राजा भैया ने बताया कि सरकार के नये नियम के हिसाब से सरकार 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को यूनिट के आधार पर 15 - 15 लाख रुपये देगी वहीं नेशनल पार्क के अधिकारियों का कहना है। कि एक वार फिर से सर्वे किया जाएगा। लेकिन आज तक दूसरा सर्वे नहीं हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर सरकार ने हमें नये नियम के आधार पर मुआवजा नहीं दिया तो हम आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी का बहिष्कार करेंगे। और कांग्रेस पार्टी का खुलकर चुनाव प्रचार करेंगे।