SHIVPURI NEWS- पब्लिक ने वकीलों को बनाया बंधक-कोतवाली पुलिस ने मुक्त कराया, पुलिस और महिलाओं में झड़प

Bhopal Samachar
शिवपुरी। खबर सिटी कोतवाली से मिल रही है कि सिटी कोतवाली अंतर्गत आने वाली 28 नंबर कोठी के पास स्थित एक मोहल्ले में 2 वकीलों को पब्लिक ने बंधक बना लिया। सिटी कोतवाली पुलिस ने जाकर वकीलों को पब्लिक से मुक्त कराया। यह वकील सेनेटरी पैकिंग ठगी के आरोपियों की जमानत कराने दिल्ली से शिवपुरी आए थे। जब वकीलों को लेकर कोतवाली पुलिस सिटी कोतवाली आ गई तो महिलाएं भी पीछे पीछे आ गई और कोतवाली में हंगामा कर दिया।

जैसा कि विदित है कि शिवपुरी में सेनेटरी पैड पैकिंग कंपनी में 30 हजार रुपए की लेकर आईडी बनाकर 8 हजार रुपए माह का लालच देकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का झांसी देकर जिले की 1700 महिलाओ को झांसा देकर ठग कर फरार हुए कंपनी के मालिक एक कंपनी के मालिक चंद्रशेखर वर्मा पुत्र पन्नालाल वर्मा निवासी महोबा उत्तर प्रदेश के खिलाफ पहले से ही 420 सी की धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया जा चुका है। पुलिस ने इसी एफआईआर में 406,409 आईपीसी की धाराओं में इजाफा किया है पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आज सुबह वकीलों को पब्लिक ने बंधक बना लिया

बताया जा रहा है कि इस ठगी कांड के फरार आरोपियों की जमानत के सुप्रीम कोर्ट से वकील आए थे वकील 28 नंबर कोठी के पास स्थित जहां आरोपी किराए से रहते थे वहां चले गए। जब वकील वहां पहुंचे तो किसी ने सूचना दे दी वही वह आरोपियों की जमानत कराने आए है और फिर उनका पैसा नही मिलेगा इस कारण वहा कंपनी की ठगी का शिकार हुई महिलाओं ने महिला और पुरुष वकील को घेर लिया और वही बंधक बना लिया। इस सूचना पर सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची महिलाओं को समझाते हुए वकीलों को मुक्त कराया और सुरक्षात्मक रूप से कोतवाली ले आई।

महिलाओं का हुजूम पहुंच गया कोतवाली
जब सिटी कोतवाली पुलिस वकीलों को कोतवाली ले आई और महिलाओं का हुजूम जिनकी संख्या 200 से अधिक होगी वह कोतवाली पहुंच गई। महिलाओ की एक ही डिमांड थी तुम आरोपी की पत्नी अखिलेश वर्मा के वकील है इनका आपको पता होगा आप उनका मोबाइल नंबर और लोकेशन पुलिस को बता दो,लेकिन वकीलों को कहना था हमे हमारे कंपनी ने भेजा है हमारी बात इनसे नही हुई हमारे सीनियरों ने हमें भेजा है।

कोतवाली में किसी ने महिलाओं से कह दिया बच्चे अंदर है

कोतवाली परिसर में जब यह ड्रामा चल रहा था तभी किसी ने कह दिया कि अखिलेश वर्मा और उसके बच्चे अंदर ही है तो कुछ महिलाओं ने कोतवाली भवन के पास बने दो कमरों में घुसने का प्रयास किया तो पुलिस और महिलाओं की झूमा झटकी हो गई। कोतवाली पुलिस ने एक महिला और उसके पति को कोतवाली में अंदर कर दिया उसके बाद छोड़ दिया।

इस पूरे घटनाक्रम में सवाल
इस पूरे घटनाक्रम में मीडिया और पुलिस को यह समझ नही आ रहा है कि सुप्रीम कोर्ट से आए वकील 28 नंबर कोठी के मोहल्ले में क्यों गए। अगर वह आरोपियों की जमानत कराने आए थे सीधे कोर्ट नही गए। जब मोहल्ले में वकीलों को महिला ने बंधक बना लिया था और उन्हें मुक्त कराने पुलिस पहुंची थी तो महिलाओं को कहना था कि यह वकील नही है उसके एजेंट है वह यह मामला समझने आए है और हमसे हमारी लिस्ट बनाने को कह रहे थे। वही कुछ अन्य महिलाओं को कहना था कि यह वकील कह रहे थे कि कंपनी फिर से काम करेंगी और पैसा हम आपको दिलाऐंगें।

पीड़ित महिला ने मीडिया को बताया
पीड़ित महिला ने बताया कि कोतवाली में हम सभी महिलाओं से बोला गया कि अखिलेश राजपूत मेम कोतवाली में नहीं हैं। जिसने हम गरीब महिलाओं के करोड़ों रुपये खाये हैं। हमने पुलिस से पूछा की मेडम अंदर है, तो पुलिसवालों ने साफ साफ मना कर दिया कि अखिलेश मेडम अंदर नहीं है,और उनके बच्चे भी नहीं हैं। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था, मेडम अंदर ही थी दिल्ली से आये दो वकील मेडम की जमानत के लिए आये हुए थे। लेकिन हम लोग अंदर घुस गये तो हमने देख लिया। महिला ने बताया कि मैं व मेरे पति अंदर गये थे और मेरे पति वीडियो बना रहे थे तो पुलिस वालों ने उनके हाथ से फोन छीन लिया। और मेरे पति को डरा धमका रहे थे।

सूत्रों की जानकारी के अनुसार कोतवाली पुलिस ने आरोपी मालिक चंद्रशेखर वर्मा और उसकी पत्नी को बीती रात गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पब्लिक उग्र ना हो जाए कोतवाल ना पहुंचने लगे इस कारण पुलिस ने अभी इस गिरफ्तार शो नही की है। वही एसडीओ शिवपुरी का कहना था कि इस मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार किए हे। अनुमान लगाया जा रहा है कि 2 आरोपी पति पत्नि और वह वह आरोपी इस मामले में बनाए गए है पेड़ गोदाम से माल की डिलीवरी देते थे।

पुलिस अभी इस मामले की छानबीन कर रही है पुलिस उन महिलाओं को भी आरोपी बना सकती है जो शिवपुरी की है और कंपनी के कर्ताधर्ता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी योजनाओं का प्रचार प्रचार कर रही थी। सेनेटरी पेड ठगी काण्ड में लगभग 1700 महिला ठगी का शिकार हुई है उनमें से शहर के नेता,पत्रकार,पुलिस और वकीलों सहित शहर के व्यापारियों की पत्नियां भी है।

इनका कहना है
शिवपुरी अनुविभाग के एसडीओपी अजय भार्गव ने बताया कि पेड कंपनी के खिलाफ 420 का केस रजिस्टर्ड है इसमें 4 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, इन आरोपियों के संबंध में दो वकील बाहर से आये थे। जहां पेड कंपनी वाले निवास करते थे, वहां औरतों ने उत्पात मचा दिया। पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस वकीलों को सुरक्षित थाने लेकर आई। महिलाएं भी पीछे पीछे आ गई थी। महिलाओं को समझाइश दे दी गई हैं।
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