SHIVPURI NEWS- आधी रात घुसकर किसान की मारपीट, किसान की मौत-पुजारी हत्याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है

NEWS ROOM
कोलारस।
जिले के कोलारस सीमा में आने वाले ग्राम भडौता में बीते 10 अप्रैल को किसान के घर में बदमाशों ने घुसकर मारपीट करते हुए मरणासन्न कर दिया था। हमले में घायल हुए किसान की ग्वालियर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वही इसी रात गांव की सीमा से लगे काजीखेडा गांव में मंदिर की पुजारी की हत्या हुई थी। इन दोनों घटनाओं को एक ही एंगल से जोड़कर देखा जा रहा है लेकिन कोलारस पुलिस का कहना है कि इन दोनो हत्याओ का आपस में कोई संबंध नहीं है,फिलहाल पुलिस ने किसान की मारपीट के मामले में हत्या की धाराओं में इजाफा कर लिया है।

जैसा कि विदित है कि बीमे 10 अप्रैल 2023 की रात जब कृषक राजेंद्र भार्गव अपने ग्राम भौता स्थित गांव में सो रहे थे तभी अज्ञात बदमाशों ने उनकी मारपीट कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया था। 11 अप्रैल की सुबह वह अपने घर में बेहोशी की हालत में मिले, जिन्हें उनके स्वजन उपचार के लिए पहले शिवपुरी जिला अस्पताल और इसके बाद ग्वालियर ले गए।

ग्वालियर में सप्ताह भर के उपचार के बावजूद उन्हें होश नहीं आ पाया और रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में शिकायती आवेदन के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो मृतक की हत्या चोरी या लूट के उद्देश्य से नहीं की गई है।

हत्या के पीछे कुछ व्यक्तिगत कारण या पुरानी रंजिश हो सकती है। पुलिस के अनुसार फिलहाल मृतक का उपचार चल रहा था। ऐसे में बहुत अधिक तथ्य नहीं जुटाए जा सके हैं। अब प्रकरण में धारा 302 इजाफा कर मामले की जांच करेंगे तो कुछ सुराग हाथ लगेंगे तभी हत्यारों का पता चल सकेगा।

पुजारी की हत्या-किसान की मोत:दोनों मामले अलग है

काजीखेड़ी वाले मामले से पूरी तरह अलग फिलहाल ग्रामीणों में चर्चा है कि भड़ौता हत्याकांड व काजीखेड़ी में मंदिर के पुजारी रामनारायण शर्मा की हत्या का मामला किसी एक ही गिरोह के व्यक्तियों द्वारा अंजाम दिया गया होगा । इसकी मूल वजह यह है कि दोनों गांव की सीमा आपस में लगी हुई हैं। दोनों घटना एक ही रात में अंजाम दी गईं। इस संबंध में जब पुलिस से बात की गई तो पुलिस का कहना है कि दोनों घटनाएं पूरी तरह से अलग.अलग हैं। दोनों घटनाओं को एक साथ जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। दोनों घटनाओं को अंजाम देने का उद्देश्य पूरी तरह से अलग.अलग है।

इनका कहना है
किसान की मौत उपचार के दौरान ग्वालियर में हुई है। इस मामले में हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज है, जिसे अब हत्या में तब्दील कर दिया जाएगा। किसान की हत्या किसी व्यक्तिगत रंजिश के कारण अंजाम दिया जाना प्रतीत हो रहा है। काजीखेड़ी में पुजारी की हत्या का कारण पूरी तरह से अलग है। दोनों घटनाओं को अलग.अलग लोगों ने अंजाम दिया है।
मनीष शर्मा, टीआई कोलारस
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