Shivpuri News- महिला शिक्षक के पति ने जिला शिक्षा अधिकारी को कोर्ट जाने की धमकी दी, मोबाइल मॉनिटरिंग में विवाद

Bhopal Samachar
हार्दिक गुप्ता कोलारस। खबर स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से चलाई जा रही है मोबाइल मॉनिटरिंग के विवाद को लेकर है। इस विवाद का एक आडियो भी सोशल पर वायरल हो रहा है। आडियो में एक महिला शिक्षक मोबाइल मॉनिटरिंग टीम के एक कर्मचारी को लताड लगा रही है कि जब में स्कूल में उपस्थित थी तो मेरा नाम अनुपस्थित शिक्षकों में कैसे आया और समाचार पत्रो में प्रकाशित करवाया गया। वही शिक्षक पति ने जिला शिक्षा अधिकारी से बात कर रहे है और सीधे नाम बदनाम को लेकर कोर्ट में घसीटने की धमकी भी दे रहे है।

पहले समझे मामला क्या है 

शनिवार की शिवपुरी जिला शिक्षा विभाग के द्वारा चलाई जा रही है मोबाइल मॉनिटरिंग में विभाग की ओर से मीडिया को बताया गया कि बदरवास के प्रावि तिलातिली में 3:26 बजे प्राथमिक शिक्षक शशि इकलौदिया गैर हाजिर मिली। यह नाम शिवपुरी जिले की मीडिया में प्रकाशित हुआ। आज रविवार को महिला शिक्षक ने जब अपना नाम समाचार पत्रों में पढ़ा तो सीधे मोबाइल मॉनिटरिंग करने वाले कर्मचारी को फोन लगा दिया।

महिला शिक्षक ने कर्मचारी से पूछ लिया कि जब में स्कूल में उपस्थित थी, फोन आया था फोन पर पूरी जानकारी दी गई। वीडियो कॉलिंग पर दिखाया गया फिर मेरा नाम अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों मे मीडिया में कैसे छप गया। कर्मचारी कह रहा है कि जो हुआ होगा उसे कागज पर नोट कर मैंने अधिकारियों को दिया होगा, मेरे को नही है जानकारी की यह कैसे हुआ।

पति ने लगाया सीधे डीईओ को फोन,कहा कोर्ट जाऊंगा

सोशल मीडिया पर दो आडियो वायरल हो रहे है। महिला शिक्षक के पति अर्जुन इकलोदिया ने सीधे डीईओ समर्थ सिंह राठौड को फोन लगाया और पूछा कि जब मेरी पत्नी स्कूल में उपस्थित थी तो फिर उसका नाम गैर हाजिर शिक्षक की सूची में कैसे आ गया। आपको इस खबर का खंडन करना होगा नही तो कोर्ट जाउंगा। डीईओ ने इस मामले को दिखा लेने की बात की।

सवाल उठ रहे है शिक्षा विभाग को बदनाम कराने वाली खबरों पर

मोबाइल मॉनिटरिंग में दिन भर क्या क्या हुआ,यह खबर शिक्षा विभाग प्रतिदिन समाचार पत्र को प्रकाशन के लिए भेजी जाती है। शिवपुरी की सभी समाचार पत्रों ओर वेबसाइट में यह खबर प्रतिदिन प्रकाशित होती हैं। इसमें गैर हाजिर होने वाले शिक्षकों के नाम भी प्रकाशित किए जाते है। जानकारों को कहना है कि मोबाइल मॉनिरिटिंग स्कूलो में शिक्षा सुधारने का एक अच्छा प्रयास है, लेकिन मीडिया में प्रतिदिन इन खबरों को प्रकाशन करना अर्थात शिक्षा विभाग को बदनाम करने वाली खबरें हैं। जो शिक्षक गैर हाजिर है उन पर विभाग कार्रवाई करे।